Categories
संपादकीय

ओमप्रकाश राजभर और महाराजा सुहेलदेव की आत्मा

सुहेलदेव भारतीय इतिहास के एक ऐसे महानायक हैं जिन पर प्रत्येक भारतीय को गर्व होना चाहिए। उन्हीं के नाम पर उत्तर प्रदेश में ओमप्रकाश राजभर नाम के एक नेता सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी चलाते हैं। वास्तव में सुहेलदेव इस समय राजनीतिक अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं। उनका राजनीति में सिद्धांत क्या है ? – […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च के अवसर पर विशेष : मां पन्नाधाय के नाम पर किया जाए राष्ट्रीय पुरस्कार आरंभ

आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है। इस अवसर पर हम अपने देश की अनेक महान नारियों को स्मरण कर रहे हैं। हम यहां पर वैदिक काल की अपाला ,घोषाल ,मदालसा ,अनुसूया आदि के बारे में बात न करके भारत के पिछले 1200 – 1300 वर्ष के इतिहास के कालखंड पर विचार करें तो हमें पता चलता […]

Categories
पर्व – त्यौहार

होली: एक यज्ञीय पर्व

(हरिभूमि समाचार पत्र में होली पर विशेष रूप से प्रकाशित लेख) डॉ विवेक आर्य आज होली पर्व है। होली सांस्कृतिक उत्सव है। इस पर्व का प्राचीन नाम वासन्ती नव सस्येष्टि है अर्थात् वसन्त ऋतु के नये अनाजों से किया हुआ यज्ञ। होली होलक का अपभ्रंश है। तिनके की अग्नि में भुने हुए (अधपके) शमो-धान्य (फली […]

Categories
Uncategorised

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर : भारत की महान नारियों को नमन, क्या है सबरी का सच

मनुस्मृति का श्लोक है कि :- “यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः । यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः ।। मनुस्मृति ३/५६ ।। अर्थात जहाँ स्त्रियों की पूजा होती है वहाँ देवता निवास करते हैं और जहाँ स्त्रियों की पूजा नही होती है, उनका सम्मान नही होता है वहाँ किये गये समस्त अच्छे कर्म निष्फल हो […]

Categories
इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

वीरता की अमर स्रोतस्विनी , माता विद्यावती कौर* शहीद- ए -आजम भगत सिंह की मां”

आर्य सागर खारी🖋️ अनादि काल से भारत माता वीरों की जननि रही है | यह एक काव्यात्मक अलंकारिक कथन है निसंदेह भारत मां वीरों को पैदा करती है लेकिन वीरों को जनने का यह पवित्र महान कार्य भारत माता अपनी पुत्रियों को सौंप देती है | ब्रिटिश साम्राज्यवादी भारत में ऐसी ही भारत माता की […]

Categories
हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

पंडित लेखराम के जीवन के विषय में कुछ रोचक संस्मरण 6 मार्च पंडित लेखराम जी के बलिदान दिवस के अवसर पर प्रकाशित

#डॉविवेकआर्य पंडित लेखराम के विषय में जितना अधिक में जानता जाता हूँ उतनी ही अधिक उन्हें जानने की मेरी इच्छा बलवती होती जाती हैं। पंडित जी के जीवन कुछ अलभ्य संस्मरण मुझे मिले जिन्हें मैं आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूँ। आचार्य रामदेव जी की पंडित लेखराम जी से प्रथम भेंट उन्हीं दिनों बच्छो वाली […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

नेहरू ने अँग्रेजों से गुप्त संधि की और कहा था कि “मैं भी मुसलमान हूं”_ (विभाजनकालीन भारत के साक्षी )*

इस शीर्षक को पढ़ कर आप अवश्य चौकेंगे, लेकिन सत्ता पिपासा के लिए जवाहरलाल नेहरू के ये कुछ व्यक्तिगत रहस्य भी जानने से यह स्पष्ट होता है कि स्वतंत्रता के उपरान्त भी भारत क्यों अपने गौरव को पुन: स्थापित न कर सका __ विनोद कुमार सर्वोदय श्री नरेन्द्र सिंह जी जो ‘सरीला’ रियासत (टीकमगढ़ के […]

Categories
आज का चिंतन

श्रीकृष्णदास पयहारी ने नाथपंथी संत को शेर से गदहा बनाया

✍️ डॉ. राधे श्याम द्विवेदी जाके सिर कर धर्यो तासु कर तर नहीं आद्यो । अर्प्यो पद निर्बान सोक निर्भय करि छाड्यो ॥ तेजपुंज बल भजन महामुनि ऊँधरेता । सेवत चरणसरोज राय राणा भुवि जेता ॥ दाहिमा बंस दिवसकर उदय संत कमल हय सुख दियो । निर्वेद अवधि कलिकृष्णदास अन परिहरी पय पान कियो।। ( […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

मेवाड़ के महाराणा और उनकी गौरव गाथा अध्याय – 22 ( ख ) महाराणा प्रताप का पराक्रम

महाराणा प्रताप का पराक्रम युद्ध में महाराणा प्रताप किस प्रकार अपने पराक्रम का प्रदर्शन कर रहे थे ? इसके बारे में कर्नल टॉड ने भी हमें बहुत कुछ बताया है। वह लिखता है कि – “अपने राजपूतों और भीलों के साथ मारकाट करता हुआ प्रताप आगे बढ़ने लगा। लेकिन मुगलों की विशाल सेना को पीछे […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

“हैदराबाद आर्य सत्याग्रह में आर्यसमाज, देहरादून का योगदान”

ओ३म् ========= देश की आजादी से पूर्व हैदराबाद एक मुस्लिम रियासत थी। वहां हिन्दुओं के बड़ी जनसंख्या में होने पर भी उनके धार्मिक अधिकारों को प्रायः छीन लिया गया था। वहां हिन्दू मन्दिरों में लाउडस्पीकर लगाकर अपने धार्मिक आयोजन नहीं कर सकते थे। जलूस आदि नहीं निकाल सकते थे। वैदिक धर्म प्रचारकों पर भी वहां […]

Exit mobile version