हिन्दी विश्व में सर्वाधिक तीसरे नंबर की बोले जाने वाली भाषा -सुरेश सिंह बैस शाश्वत राष्ट्र कोई भौगोलिक इकाई ही मात्र नहीं है, उससे अधिक कुछ और है। हमारी धर्म, भाषा, वेशभूषा, परंपरा रीतिरिवाज़ आदि के द्वारा बाहर से अलग दिखाई देने वाला राष्ट्र भीतर से एक ऐसे अंतर धारा से जुड़ा होता है, जो […]
श्रेणी: पर्व – त्यौहार
आज गणेश चतुर्थी है। मुझे नहीं पता कि इसको हम क्यों मनाते हैं। मुझे यह भी नहीं पता कि गणेश आज के दिन पैदा हुए थे। यदि किसी को जानकारी हो तो मेरा ज्ञानवर्धन करने की कृपा करें। मेरी अविद्या को दूर करने का कष्ट करें। मेरी अज्ञानता से पर्दा उठाएं। यदि कुछ साथी ये […]
– सुरेश सिंह बैस ‘शाश्वत” एवी के न्यूज सर्विस साक्षरता और अंततः शिक्षा आज हमारी एक महती आवश्यकता और व्यक्तित्व निर्माण सर्वांगीण विकास के लिए एक अत्यंत आवश्यक जरूरत है। सर्वप्रथम तो सवाल उठता है कि शिक्षा हम मनुष्यों के जीवन में – क्यों आवश्यक है और साक्षरता एवं शिक्षा को क्यों […]
– सुरेश सिंह बैस शाश्वत एवी के न्यूज सर्विस भारतीय परंपरा में महिलाओं के लिये तीजा का व्रत सबसे अहम व्रत माना जाता है। भारतीय महिलायें चाहे वह विवाहित हों या कुंवारी कन्यायें यह व्रत सर्वगुण संपन्न पति की कामना और उसकी सुरक्षा कुशलता के लिये रखती हैं। इस व्रत के […]
आचार्य डॉ. राधेश्याम द्विवेदी द्वापर युग से जुड़ी हुई यह घटना है। भगवान विष्णु की माया कन्या ( अष्टभूजी) के रूप में अपने इष्टदेव के कार्य सिद्धि के लिए अवतरित होती है।अष्टभुजी मां भगवान कृष्ण की बहन के रूप में भी जानी जाती है। पापी कंस ने अपनी मृत्यु के डर से अपनी बहन देवकी […]
कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं। श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर विशेष आलेख की दूसरी किस्त गतांक से आगे। श्री कृष्ण एक कर्म योगी थे जो एक वैदिक विद्वान थे। चारों वेदों में लगभग 16000 ऋचाएं हैं। श्रीकृष्ण वेद की 16000 ऋचाओं के ज्ञाता थे। जिन्हें वास्तविक जानकारी नहीं होती है वे लोग अल्पज्ञता के कारण,व अविद्या के […]
( डॉ. मोहन यादव- विभूति फीचर्स ) भगवान श्रीकृष्ण का जीवन दर्शन धर्म, जाति, व्यक्ति एवं लिंग से बहुत ऊपर है। लोक मान्यता है कि गुणातीत देवकीनंदन श्रीकृष्ण का अवतरण जन्माष्टमी के दिन हुआ। यह पावन संयोग है कि विष्णु जी के अष्टम अवतार श्रीकृष्ण माता देवकी के अष्टम पुत्र के रूप में अष्टमी तिथि […]
कलियुग का प्रारंभ 18 फरवरी 3102 ईसा पूर्व रात्रि के 2:27 बजकर 30 सेकंड पर हुआ था। विष्णुपुराण , हरिवंश पुराण ,श्रीमद्भागवत, एवं अन्य उपलब्ध साहित्य के अनुसार एवं प्रचलित मान्यताओं के अनुसार योगीराज कृष्णजी महाराज का जन्म 3228 ईसा पूर्व होना लिखा है। ज्ञातव्य है कि जब नौ ग्रह एक युति( एक लाइन अथवा […]
एक शंका है मन में ? क्या हिन्दू समाज बाल रूप का ही उत्सव मनाता रहेगा ? बाल गोपाल से बाहर निकल कर महाभारत के योगिराज धर् संस्थापक श्री कृष्ण तक पहुँचेंगे ? भगवान श्री कृष्ण ने तो समयानुसार संगीत, कुश्ती, युद्ध कला, राजनीति, कूटनीति, अष्टांग योग, गीता रहस्य, सुदर्शन चक्र चलाने और अंत में […]
15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर विशेष- – सुरेश सिंह बैस शाश्वत भारत के लिये अगस्त का महीना अति महत्वपूर्ण माना जाता है। इसी माह में 15 अगस्त स्वाधीनता दिवस के रुप में मनाया जाता है। इसके लिये असंख्य लोगों ने अपने जीवन का त्याग व बलिदान किया था। इन शहीदों के आजादी के प्रति योगदान […]