बिखरे मोती सुयोग्य पुत्र के संदर्भ में:- सुयोग्य पिता के सुयोग्य सुत, दुर्लभ हो कोई एक। विद्या, विनय और शीलता, कर्म करें बड़े नेक॥ 2434॥ जिन्हें मोक्ष पाने की चाह है- भक्ति-भाव में डूबजा, जो चाहे कल्याण। मोक्ष मिले इसी जन्म में, करो यज्ञ तापदान॥2435॥ गरीबी कितना बड़ा अभिशाप है – गरीबी जैसा रोग ना, […]
