आतंक का कोई मज़हब नहीं जो रोज़ हमें समझाते हैं हिंदू हिंसक होते है ये संसद में चिल्लाते हैं कमर में बाँधके बम फटने क्या हिंदू कोई जाता है सर तन से जुदा के नारें कोई हिंदू कहीं लगाता हैं ? हिंदू हिंसक होता तो पंडित बेघरबार नहीं होते हिंदू हिंसक होता तो अमरनाथ पे […]
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