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भारत के 1235 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास

मराठों के पतन के कारण (भाग 1)

भारत भारत के 1235 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास हिंदवी स्वराज के संस्थापक शिवाजी और उनके उत्तराधिकारी पुस्तक से .. जीत के उल्लास में पराजय विराजती है नहीं। पराजय के शोक में जीत गीत गाती है नहीं॥ उत्थान और पतन का क्रम सदा से चल रहा। जैसा जिसका कर्म है मिल वैसा ही फल रहा।। […]

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संपादकीय

राहुल गांधी के देश विरोधी खतरनाक बोल

राहुल गांधी अब अपनी पप्पू वाली छाप को बहुत पीछे छोड़ चुके हैं। जहां लोग उनकी ‘ पप्पू मानसिकता ‘ पर अपने राजनीति में बच्चा मानकर उन पर व्यंग्य किया करते थे, वे अब उनकी सोच की भयानकता को समझने लगे हैं । देश की राजधानी नई दिल्ली में कांग्रेस के नए मुख्यालय के उद्घाटन […]

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इतिहास के पन्नों से संपादकीय

संसार का विनाश और विश्व नेता

इतिहास की पड़ताल पुस्तक से … बेशक चाहे दुनिया का आम आदमी अपनी दैनिक जीवन चर्या को खींचने के लिए कितनी ही बड़ी जंग क्यों न लड़ रहा हो और चाहे उसे वैश्विक राजनीति से अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए कितनी ही अपेक्षाएँ क्यों न हों? पर वैश्विक राजनीति के पंच या तथाकथित […]

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इतिहास के पन्नों से संपादकीय

तैमूर लंग का आतंकी अभियान

इस्लाम के नाम पर विजय अभियानों का आयोजन करने वाले प्रत्येक आक्रमणकारी ने मज़हबी जुनून और उग्रवाद का परचम लहराकर सारे संसार को आतंकित करने का कार्य किया। इस दृष्टिकोण से यदि देखा जाए तो इस्लामिक आतंकवाद कल परसों की बात नहीं है, यह इस्लाम के जन्म के साथ ही पैदा हुआ है। यह अलग […]

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संपादकीय

नेहरू जी का राजहठ और भारतीय लोकतंत्र

पंडित जवाहरलाल नेहरू लोकतंत्र में विश्वास रखने के उपरांत भी साम्यवादी विचारधारा से प्रेरित थे। जब वह स्वाधीन भारत के पहले प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने लोकतंत्र को समाजवादी देशों की भांति हांकने का प्रयास किया। हम सभी जानते हैं कि साम्यवादी अर्थात कम्युनिस्ट देशों में कोई एक नेता होता है, वही अपनी पार्टी का नेता […]

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कविता

ऋणी है वसुधा भारत की

आभा का रथ भारत ही, प्रकाश पुंज जगती भर का। प्रकाश किरण बिखराता है, करता दूर अंधेरा जग का।। ऋणी है वसुधा भारत की, सिरमौर समझती है अपना। इस धर्मस्थली से होता आया, साकार जगत का हर सपना।। धर्म प्रेमी और महीपति , सम्राट हुए महीपाल हुए। इस धर्म धरा भारत भू- पर, न जाने […]

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संपादकीय

कश्यप ऋषि और कश्मीर का सम्बन्ध

भारत के गृहमंत्री अमित शाह जी ने पिछले दिनों कश्मीर के इतिहास से जुड़ी एक पुस्तक के विमोचन के अवसर पर संकेत दिया कि कश्मीर को कश्यप ऋषि के साथ जोड़ा जा सकता है। उन्होंने अपने संबोधन में यह भी संकेत दिया कि जो कुछ हमने खोया था, उसे प्राप्त करने का समय अब बहुत […]

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संपादकीय

अविमुक्तेश्वरानंद जी आर्य समाज की चुनौती स्वीकार करो

ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी का कहना है कि प्रयागराज में 14 जनवरी से चलने वाले महाकुंभ के मेले के अवसर पर आर्य समाजियों, बौद्धों और जैनियों को भी डुबकी नहीं लगानी चाहिए, क्योंकि उनकी मान्यता है कि गंगा में डुबकी लगाने से किसी के पाप नहीं धुल जाते। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी के इस […]

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कविता

भारत ही पहला धर्मस्थल

मेरी साधना उस भारत की, जिसके पीछे संसार चला। मानवता की शिक्षा पाकर, मानव ने इतिहास रचा।। मथुरा काशी की गूंज कभी, यूरोप में गूंजा करती थी। वेद मंत्र के गीत को सुनकर, उसकी धरा धन्य होती थी।। वहां वेद का जीवन दर्शन ही, लोगों को मार्ग बताता था। उपदेशन वैदिक ऋषियों का, जीवन को […]

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भारत के 1235 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास

पानीपत का तृतीय युद्ध

भारत के 1235 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास भाग …. (अध्याय – 16) पा नीपत भारतीय इतिहास का एक प्रमुख स्थल है। जिसने कई बार भारतीय इतिहास को परिवर्तन की दिशा देने का काम किया है। यह अलग बात है कि परिवर्तन सदा हमारे अनुकूल ना रहा हो, लेकिन परिवर्तन तो परिवर्तन है। पानीपत का […]

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