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विधि-कानून

विश्व का मार्गदर्शक है भारतीय संविधान

डॉ. सौरभ मालवीय भारत एक विशाल एवं विभिन्न संस्कृतियों वाला देश है। यहां विभिन्न संप्रदायों, पंथों एवं जातियों आदि के लोग निवास करते हैं। उनके रीति-रिवाज, भाषाएं, रहन-सहन एवं खान-पान भी भिन्न-भिन्न हैं। तथापि वे आपस में मिलजुल कर प्रेमभाव से रहते हैं। वास्तव में यही भारत का मूल स्वभाव है। भारतीय संविधान में भारत […]

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देश विदेश

भारतीय गणतंत्र के नए संकल्प

– ललित गर्ग गणतंत्र दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व है, इसी दिन 26 जनवरी, 1950 को हमारी संसद ने भारतीय संविधान को पास किया। इस दिन भारत एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य बना। इसने ब्रिटिश शासन के भारत सरकार अधिनियम 1935 को पूरी तरह खत्म कर दिया और अपना स्वतंत्र संविधान इसी दिन लागू […]

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उगता भारत न्यूज़

आर्यावर्त पब्लिक स्कूल पल्ला में अपार उत्साह से संपन्न हुआ गणतंत्र का उत्सव

ग्रेटर नोएडा (विशेष संवाददाता) वैदिक संस्कारों के प्रति समर्पित यहां पर स्थित आर्यावर्त पब्लिक स्कूल ग्राम पल्ला ग्रेटर नोएडा में 76 वें गणतंत्र दिवस का राष्ट्रीय पर्व धूमधाम से विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, संगीतमय नाट्य प्रस्तुतियों के माध्यम से मनाया गया। कार्यक्रमों के माध्यम से बालक बालिकाओं ने भारतीय समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा की विभिन्न झांकियां प्रस्तुत […]

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इतिहास के पन्नों से संपादकीय

संविधान सभा की बहस से संबंधित तथ्य

आज देश अपना ७६ वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। २६ जनवरी १९५० भारतीय संविधान के लागू होने की तिथि है। उस दिन हमारे सनातन राष्ट्र भारतवर्ष ने अपने गणतंत्र का दिशा पथ निर्धारित किया था। सदियों तक लाखों करोड़ों बलिदान देने के पश्चात जिस गणतंत्र के राष्ट्रपथ पर देश ने चलने का निर्णय लिया […]

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वेद

वेद एवं वैदिक साहित्य के स्वाध्याय से मनुष्य श्रेष्ठ गुणों से युक्त मनुष्य बनता है

वेद सृष्टि की आरम्भ में परमात्मा द्वारा अमैथुनी सृष्टि में उत्पन्न चार ऋषियों को दिया गया ईश्वरीय सत्य, पूर्ण व निर्दोष ज्ञान है। प्राचीन मान्यता है कि वेद सब सत्य विद्याओं का पुस्तक है। वेदों में सब मनुष्यों को ‘मनुर्भव’ अर्थात् मनुष्य बनने का सन्देश दिया गया है। इसका अर्थ है कि जन्म से मनुष्य […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

नेताजी सुभाष चंद्र बोस : एक आराधनीय राष्ट्र पुरुष

दिनांक 30 दिसंबर 1943 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने पोर्ट ब्लेयर में सर्वप्रथम तिरंगा फहराया था। ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री क्लीमेंट एटली को स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ( जिन्हें कांग्रेस ने चाचा नेहरू के रूप में प्रचारित किया है ) ने एक पत्र प्रेषित किया था। जिसमें लिखा था कि “मुझे […]

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आर्य समाज संपादकीय हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

सर्वत्र व्याप रहा है ऋषि का आलोक

स्वामी दयानंद जी महाराज द्वारा स्थापित आर्य समाज जैसी पवित्र संस्था को स्थापित हुए अब 150 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। इस कालखंड में हमारे देश के राष्ट्रीय इतिहास में अनेक घटनाएं घटित हुई हैं। यदि सूक्ष्मता से अवलोकन किया जाए तो आर्य समाज ने भारत के राष्ट्रीय इतिहास को इस कालखंड में बड़ी गहराई […]

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वैदिक संपत्ति

वैदिक सम्पत्ति -263 आर्य गृह, ग्राम और नगर

( यह लेखमाला हम पंडित रघुनंदन शर्मा जी की वैदिक सम्पत्ति नमक पुस्तक के आधार पर सुधि पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं।) प्रस्तुति: – देवेंद्र सिंह आर्य चेयरमैन ‘उगता भारत’ गतांक से आगे … अर्थ की तीसरी शाखा गृह है। सर्दी गर्मी और वर्षा के कष्ट से बचने तथा अन्य सामाजिक कार्यों को […]

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महत्वपूर्ण लेख विविधा

सामूहिक भागीदारी से स्लम बस्तियों का विकास संभव है

– मीना गुर्जर जयपुर, राजस्थान देश के सभी नागरिकों को एक समान बुनियादी सुविधाओं का लाभ मिले इसके लिए केंद्र से लेकर सभी राज्यों की सरकारें प्रयासरत रहती हैं और योजनाएं संचालित करती हैं. लेकिन अभी भी देश के कई ऐसे इलाके हैं जहां लोगों को बुनियादी सुविधाएं प्राप्त करने के लिए भी संघर्ष करनी […]

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बिखरे मोती

क्या है सबसे घाटे का सौदा ?

बिखरे मोती कभी खाई कभी शिखर पै, जीवन गया ये बीत । अहंता-ममता में फंसा, करी ना हरि से प्रीत॥2752॥ भावार्थ :- देखो, हिमालय की प्राकृतिक सौन्दर्य और रचना को देखो। कहीं ऊँचे-ऊँचे शिखर हैं तो कहीं गहरी और घुमावदार खाइयाँ है, कहीं फूलों की मनभावन और रमणीक घाटियाँ हैं। कहीं बीहड़, वन है जिनमें […]

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