आनन्द की खोज में… महलों में आनन्द नहीं, मिलता किसी कुटीर। आनन्द की खोज में, गौतम हुए फकीर ।।2202॥ आनन्द कहाँ मिलता है:- जग सुविधा ही दे सके, नहीं देता. आनन्दा। बैठ प्रभु की गोद में, मिले अतुलित आनन्द।।2203॥ यदि आनन्द की अभिच्षा है तो :- खो-जा हरि के नाम में, पा अतुलित आनन्द। मत […]
