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डॉ राकेश कुमार आर्य की लेखनी से समाज

वृद्ध आश्रमों की कारागार में पड़े ‘उग्रसेन’ और आज के कंस

डॉ राकेश कुमार आर्य पश्चिमी संस्कृति के घातक हमला ने भारत पर परमाणु बम से भी भयंकर प्रभाव डाला है। इस हमला के चलते भारत का सांस्कृतिक गौरव हमारे सामने भंग हो रहा है । मर्यादाएं टूट रही हैं । समाज में अब से पूर्व के प्रत्येक काल की अपेक्षा कहीं अधिक बेचैनी अनुभव की […]

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इतिहास के पन्नों से डॉ राकेश कुमार आर्य की लेखनी से

जब देवकांत बरूआ ने इन्दिरा से कहा था – आप मुझे प्रधानमंत्री बना दो..

डॉ राकेश कुमार आर्य बात उस समय की है जब देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के विरुद्ध इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा अपना निर्णय सुना दिया गया था। यह निर्णय 1971 में श्रीमती गांधी द्वारा रायबरेली से लड़े गए लोकसभा के चुनाव के दौरान उनके द्वारा बरती गई अनियमितताओं को लेकर सुनाया गया था। […]

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डॉ राकेश कुमार आर्य की लेखनी से राजनीति

जातिगत जनगणना और भारत की राजनीति

डॉ राकेश कुमार आर्य भारत अपने सनातन मूल्यों के कारण एक जीवंत राष्ट्र है। इसके पास एक जीवंत इतिहास है। इसकी नैतिकताएं इसकी चेतना में वास करती हैं । इसकी मर्यादा संपूर्ण मानव समाज की मर्यादा है। इसका धर्म संपूर्ण मानवता का धर्म है और इसका चिंतन मानवता के कल्याण में सदा रत रहता है। […]

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डॉ राकेश कुमार आर्य की लेखनी से देश विदेश

भारत की सामरिक शक्ति का लोहा मानता विश्व समाज

डॉ राकेश कुमार आर्य भारत ने हाल ही में जिस प्रकार पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक कर अपनी शक्ति का परिचय दिया है, उससे सारा संसार स्तब्ध रह गया है। संसार की बड़ी-बड़ी शक्तियों की आंखें खुल गई हैं उन्हें पता चल गया है कि वह भारत को जितना समझकर आंक।रहे थे , भारत उससे कई […]

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डॉ राकेश कुमार आर्य की लेखनी से समाज

परिवारों से मिटता दादी मां का अस्तित्व चिंता का विषय

आज अनाथालयों में वृद्ध महिलाओं के झुंड आंसू बहा रहे हैं। हमारे देश की परंपरा तो “मातृ देवो भव, पितृ देवो भव, आचार्य देवो भव, अतिथि देवो भव” अर्थात माता-पिता, गुरु और अतिथि का देवता के समान सम्मान करना चाहिए- की रही है। इसके उपरांत भी यदि वृद्ध माताएं दुख के आंसू बहा रही हैं […]

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डॉ राकेश कुमार आर्य की लेखनी से देश विदेश

भारत – पाक तनाव और विश्व राजनीति

डॉ राकेश कुमार आर्य बात 1962 की है जब अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जे0एफ0 कैनेडी ने भारत के प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के सामने न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी सांझा करने का प्रस्ताव रखा था। जिसे नेहरू ने महान बनने के चक्कर में ठुकरा दिया था । पूर्व विदेश सचिव महाराज कृष्ण रसगोत्रा के अनुसार यदि भारत इस […]

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डॉ राकेश कुमार आर्य की लेखनी से राजनीति

सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल : अज्ञता का द्वार रुकना चाहिए

डॉ राकेश कुमार आर्य पहलगाम आतंकी हमला के समय जिस प्रकार देश की राजनीति और नेताओं ने एकता का परिचय दिया, वह एक अनुकरणीय कार्य था। जिसकी जितनी प्रशंसा की जाए, उतनी कम है, परंतु आज जिस प्रकार इंडी गठबंधन के नेता अपने आपको सरकार से अलग करके दिखा रहे हैं ,उससे लगता है कि […]

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डॉ राकेश कुमार आर्य की लेखनी से

बलूचिस्तान को सही इतिहास पढ़ना होगा

आजकल बलूचिस्तान बहुत चर्चा में है। इस समय जब बलूचिस्तान अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है और वह पाकिस्तान से स्वतंत्रता चाहता है तो उसके इतिहास को जानने की जिज्ञासा होना भी स्वाभाविक है। लोगों की इस बात में रुचि बढ़ती जा रही है कि अंततः बलूचिस्तान का अतीत क्या है ? सोशल मीडिया […]

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आतंकवाद डॉ राकेश कुमार आर्य की लेखनी से देश विदेश

पाकिस्तान का टूटना निश्चित है …

पाकिस्तान का निर्माण सांप्रदायिक घृणा के आधार पर हुआ था। सांप्रदायिकता कभी भी मानवता की समर्थक नहीं होती है। इसके अतिरिक्त एक सामान्य सिद्धांत यह भी है कि यदि आप दूसरों के लिए कुआं खोदते हो तो एक दिन स्वयं ही उस कुएं में गिरोगे। अपने मूल देश हिंदुस्तान से नफरत करके पाकिस्तान अलग हुआ […]

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डॉ राकेश कुमार आर्य की लेखनी से राजनीति

अंतर समीक्षा में चूक करती भारतीय राजनीति

पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जिस प्रकार देश का नेतृत्व किया है, उससे उनके व्यक्तित्व में और चार चांद लग गए हैं । आगामी कुछ समय में जिन-जिन प्रान्तों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, वहां पर एनडीए को इसका लाभ मिलेगा। यहां तक कि 2027 में उत्तर प्रदेश में […]

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