उगता भारत ब्यूरो ये रोमिला थापर है…इतिहास लेखन का काम करती है. … ये और इसके जैसे तमाम इतिहास लेखकों के ऊपर कोई सेंसर बोर्ड नहीं है, ये जो चाहे लिख सकते हैं, और हम तथा हमारे बच्चे इनके लिखे हुए विकृत और असत्य लेखों को दिमाग की बत्ती बंद करके पढते रहते हैं, जब […]
महीना: मई 2022
अवधेश कुमार यह निश्चित मानिए कि देश में नए सिरे से समान नागरिक संहिता की वैधानिक शुरुआत हो जाएगी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की समान नागरिक संहिता के लिए समिति बनाने की घोषणा कर ही चुके हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि वह राज्य में समान नागरिक संहिता […]
डॉ. विवेक आर्य वेदों के विषय में एक भ्रम यह भी फैलाया गया है कि वेदों में बहु विवाह की अनुमति दी गयी हैं (vedic age pge 390). ऋग्वेद १०/८५ को विवाह सूक्त के नाम से जाना चाहता है। इस सूक्त के मंत्र ४२ में कहा गया है कि तुम दोनों इस संसार व गृहस्थ […]
अजय कुमार ज्ञानवापी प्रकरण अयोध्या मामले से भिन्न है और इसके संदर्भ में 1991 में बनाए गए धर्मस्थल कानून को भी रेखांकित किया जा रहा है, जो यह कहता है कि सभी धार्मिक स्थल उसी स्थिति में रहेंगे, जिसमें वे 15 अगस्त 1947 को थे, लेकिन इस कानून में कुछ अपवाद भी हैं। ज्ञानवापी मस्जिद/विश्ववेश्वर […]
अशोक मधुप दवा रखी रखी एक्सपायर नहीं होतीं, बल्कि खरीदी ही तब जाती हैं, जब इनकी एक्सपायर होने की अवधि नजदीक होती है। कंपनी अपनी खराब होने वाली दवाएं प्रदेश स्तर पर खरीद करने वालों से मिलकर दे देती हैं। एक्सपायरी नजदीक होती है तो जल्दी−जल्दी जिलों को भेजी जाती है। उत्तर प्रदेश के उप […]
मृत्युंजय दीक्षित ज्ञानवापी विवाद पर जब मुस्लिम पक्षकार ने कहा कि वहां पर शिवलिंग नहीं फव्वारा मिला है तो सबसे पहले कांग्रेस के नेताओं ने भी यही बयान देकर मुसलमानों को कांग्रेस के उनके साथ खड़ा होने का संदेश दे दिया था। इसके बाद तो होड़-सी लग गयी। अयोध्या विवाद के समाधान के बाद अब […]
गीत — 4 मरों का चिंतन मतकर बन्धु ! वेद विरुद्ध चिंतन को त्याग, मृत्यु की बातें सोच – सोचकर जीवन से तू रहा भाग । तू जीवन – ज्योति जगा हृदय में अंधकार को दूर हटा, आनंद इसी में जीवन का – ले जगा ह्रदय में पवित्र भाव।। मृत्यु – मृत्यु को रटना अर्जुन […]
*- डॉ. दीपक आचार्य* उप निदेशक (सूचना एवं जनसम्पर्क) जोधपुर जोधपुर, 23 मई/घर-परिवार की तकदीर सँवारने और हुनरमन्दों की तस्वीर बदलने में राज की योजनाएं अहम् भूमिका निभा रही हैं। प्रदेश सरकार द्वारा एक ओर जहाँ कौशल विकास के लिए विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षणों और प्रोत्साहन के लिए अनेक योजनाओं का संचालन किया जा रहा […]
परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी ने चिकित्सा क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्राप्त की है । यदि उन्होंने निश्चय किया होता तो बहुत प्रसिद्धी और पैसा कमा सकते थे; परंतु उन्होंने हिंदुओं पर होनेवाला अन्याय दूर करने के लिए ‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना’ का निश्चय किया । परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी द्वारा स्थापित ‘सनातन संस्था’ वर्तमान में […]
डा.राधे श्याम द्विवेदी जय श्रीराम ( Jaya Śrī Rāma ) भारतीय में बहुत विशाल जन समूह द्वारा अपने आराध्य के सम्मान में की गई अभिव्यक्ति है, जिसका अनुवाद “भगवान राम की महत्ता” या “भगवान राम की विजय ” के रूप में किया जाता है। इस उद्घोषणा का उपयोग सनातनियो वा हिंदुओं द्वारा अनौपचारिक अभिवादन के […]