सुभाष आनंद – विनायक फीचर्स ज्यों-ज्यों लोकसभा चुनाव निकट आ रहे हैं त्यों-त्यों सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपने स्टार प्रचारक मैदान में उतारने का निर्णय लिया है। भाजपा की ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैलियों की सभी राज्यों में मांग बढ़ती जा रही है। भाजपा का मानना है कि उनके भाषणों का लोगों पर प्रभाव […]
श्रेणी: भयानक राजनीतिक षडयंत्र
याद रखिये युद्ध स्वामी रामदेव, आचार्य बालकृष्ण या पतंजलि के खिलाफ नही है? युद्ध तो आयुर्वेद योग व भगवा के खिलाफ है युद्ध है दवाई बनाने वाली विदेशी कम्पनियों व फ्री में घर बैठे निरोगी बनाने वाले योग आयुर्वेद के खिलाफ। क्या पतंजलि ने बंदूक की नोक पर आप को लूटा? क्या आचार्य बालकृष्ण ने […]
अभी हमारे सर्वोच्च न्यायालय की ओर से एक बहुत महत्वपूर्ण निर्णय आया है। जिस पर समाचार पत्रों में जितनी चर्चा होनी चाहिए थी, उतनी हो नहीं पाई है। इससे पता चलता है कि हम घटनाओं के प्रति कितने उदासीन और तटस्थ हो गए हैं ? माना कि सर्वोच्च न्यायालय पर हम बहुत अधिक टीका टिप्पणी […]
ललित गर्ग- दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल लगातार नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के लागू होने का बेहूदा, बेतुका एवं उच्छृंखल विरोध कर रहे हैं। वे एवं अन्य विपक्षी दलों के नेता सीएए रूपी उजालों पर कालिख पोतने का प्रयास करते हुए आकाश में पैबन्द लगाना चाहते हैं और […]
माननीय मुख्य न्यायाधिपति संविधान पीठ उच्चतम न्यायालय नई दिल्ली – 110001 भारतीय संविधान बहुमत की सच्चाई पर आधारित है और इसको राष्ट्रपति पद में केन्द्रित करते हुए अलंकृत किया हुआ है जबकि विश्व भूगोल वृत्तांत से भारतीय तत्व दर्शन कहता है कि सत्य अपने आप में परिपूर्ण है उसे किसी मत एवं वाद की आवश्यकता […]
भारतीयों को ईसाई बनाने की आकांक्षा लेखक :- स्वामी ओमानंद जी महाराज गुरुकुल झज्जर १८५७ से बहुत पूर्व से ही अनेक कूटनीतिज्ञ अंग्रेजों को भारतीयों को ईसाई बनाने में ही अपने राज्य की स्थिरता दिखाई देती थी । ईस्ट इण्डिया कम्पनी ‘ के अध्यक्ष मिस्टर मैङ्गल्स ने १८५७ में पार्लियामेन्ट में कहा था —- ” […]
सन्दर्भ-स्वामी दयानन्द कृत सत्यार्थ प्रकाश- 11 वां समुल्लास) (हमारे देश में साधुओं के नाम पर मुफ्तखोरों की फौज बढ़ती जाती है। स्वामी दयानन्द इन मुफ्तखोरों के प्रबल विरोधी थे। स्वामी जी चाहते थे की गृहस्थ आदि इन सन्यासी के वस्त्र धारण करने वाले ठगों से बचे। सत्यार्थ प्रकाश के 11 समुल्लास में इनकी ठगी की […]
तमिलनाडु के लोगों को अक्सर हिंदी भाषी क्षेत्रों के लोगों से तालमेल की कमी और ईर्ष्या भाव देखा जाता है। तमिल को कई बार राष्ट्रीय भाषा भी बनाने का दबाव बनाया गया। वह लोग कभी भी नोर्थ के लोगों से प्रेमपूर्वक नहीं मिलते, कुछ एक को छोड़कर और सबसे बड़ी बात कि साउथ में खाकर […]
जहर के व्यापारी- 2 फरवरी को पुणे की यूनिवर्सिटी में एक नाटक का मंचन किया गया जिसमें माता सीता को सिगरेट पीते हुए और गाली देते हुए दिखाया गया। यह सब अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर किया गया है। सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी ( Savitribai Phule Pune University) के ललित कला केंद्र के प्रमुख […]
तहलका वाला तरुण तेजपाल याद है? अभी कुछ दिन पहले अखबार के एक कोने में उसका माफीनामा छपा है। कहानी इस प्रकार है। मार्च 2001 में अटल बिहारी वाजपेई प्रधानमंत्री थे फिर कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों ने तहलका के संपादक तरुण तेजपाल को अटल सरकार को बदनाम करने की सुपारी दिया और कांग्रेस ने यह […]