धर्मद्रोहियों द्वारा आजकल एक विचित्र सन्देह उत्पन्न किया जा रहा है कि सनातन समुदाय अपने प्राय: सभी पर्वों, उत्सवों आदि को अनुचित समय पर मना रहा है। एतदर्थ ये धर्मद्रोही नक्षत्र-चक्र अथवा राशि-चक्र को महत्त्वहीन घोषित कर केवल ऋतुवर्ष को ही प्रतिष्ठित करना चाहते हैं तथा समस्त पर्वों, उत्सवों आदि को ऋतुवर्ष का ही अनुगामी […]
