जयंत सिंहा आने वाले दशक में विकास और समृद्धि हासिल करने के लिए हरित बदलाव को ध्यान में रखते हुए अपने विकास मॉडल में सुधार करना बेहद ज़रूरी है. कोरोना महामारी के धीमे पड़ने के साथ ही अर्थव्यवस्था की गिरी हुई सेहत तेज़ी से सुधर रही है, ऐसे में भारत के विकास एजेंडे को अब […]
महीना: नवम्बर 2021
Alexander ने काबुल नदी पार की थी, सिन्धु नहीं! सिन्धुकुश (हिन्दुकुश) पर्वत, उससे निकली कुभा (काबुल) नदी और वर्तमान सिन्धु नदी के बीच का भूभाग “कपिशा” (फारसी नाम हिन्दुश एवं अरबी नाम काफिरिस्तान) कहलाता था और कपिशावासी कुभा (काबुल) नदी को सिन्धु (Indus) कहते थे तथा वर्तमान सिन्धु को “भारती” कहते थे क्योंकि भारती के […]
जरा हट कर सोचेंगे तो – यह ना खालिस्तानी गुंडों की जीत है, ना उन गुंडों के आगे सरकार का समर्पण है। ना ही यह कोई चुनावी स्टंट है। ना ही कोई मास्टर स्ट्रोक है। हम सब जानते है कि 11 महिने पहले सुप्रीम कोर्ट में 12 जनवरी को किसान कानूनों पट स्टे लगा दिया […]
★ राष्ट्रीय, अंतराष्ट्रीय स्तर से मिली बधाइयाँ, गणमान्यों ने उनकी बौद्धिकता को किया सैल्यूट …………… ……………………………… लेखिका शिखा कुमारी, गांव ढाणी पाल, हांसी, द्वारा लिखी पुस्तक ‘ हरियाणवी अध्यात्म गीत’ का विमोचन आज श्री कंवर पाल गुर्जर, शिक्षामंत्री हरियाणा सरकार द्वारा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में किया गया। शिखा की यह पुस्तक हरियाणा साहित्य अकादमी पंचकूला द्वारा […]
पहले भी कई बार इन आन्दोलनजीवियों साबित कर चुके हैं कि यह आंदोलन उनके हाथ से निकल चुका है, मोदी विरोधी पार्टियों के समर्थन से देश विरोधी ताकतों का इस आंदोलन पर कब्ज़ा हो चुका है, और राकेश टिकैत केवल एक मोहरा है। राकेश वही बोलते हैं जो उनसे बुलवाया जाता है। बिल वापस क्या […]
ओ३म् हम संसार में अपनी अपनी माता के गर्भ से उत्पन्न हुए हैं वा हमने अपनी माता से जन्म लिया है। यदि माता न हो तो हम अपने जन्म की कल्पना भी नहीं कर सकते। परमात्मा ने इस सृष्टि को बनाया है और उसी ने इस माता-पुत्र के पवित्र सम्बन्ध को भी बनाया है। पिता […]
डॉ. वेदप्रताप वैदिक संसद की संयुक्त संसदीय समिति ने ‘व्यक्तिगत जानकारी सुरक्षा विधेयक’ पर अपनी रपट पेश कर दी है। संसद के अगले सत्र में कुछ दिन बाद ही यह विधेयक कानून का रुप ले सकता है। इस समिति के 30 सदस्यों में से छह ने इस विधेयक से अपनी असहमति जताई है। इस विधेयक […]
भरत झुनझुनवाला सभी जीवित पदार्थों के जीवन में कार्बन तथा हाइड्रोजन तत्व रहते हैं और उनकी मृत्यु के बाद ये आर्गेनिक पदार्थ सड़ने लगते हैं। यदि आसपास आक्सीजन उपलब्ध हुई तो शरीर का कार्बन, कार्बन डाइआक्साइड बनकर उत्सर्जित होता है और पदार्थ में हाइड्रोजन, पानी बनकर समाप्त हो जाता है। लेकिन यदि सड़ते समय आसपास […]
पंकज चतुर्वेदी चेन्नै और उसके आसपास के शहरी इलाकों की रिहायशी बस्तियों के जलमग्न होने की घटना पहली बार नहीं है। इस इलाके ने सात साल पहले, सन 2015 में भी ऐसी ही मुसीबतें भोगी थीं। यह सच है कि बेमौसम बारिश अप्रत्याशित है, लेकिन जलवायु परिवर्तन का कुप्रभाव सबसे पहले तटीय शहरों में पड़ने […]
अनूप भटनागर पंजाब, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल सहित आठ गैर भाजपा सरकारों द्वारा अपने राज्यों में सीबीआई को जांच की अनुमति वापस लिये जाने से एक नया विवाद शुरू हो रहा है। सीबीआई को दी गयी सहमति वापस लिये जाने का मामला अब उच्चतम न्यायालय के संज्ञान में लाया गया है। सवाल उठ रहा है […]