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धर्म-अध्यात्म

“जीवात्मा और मानव शरीर”

ओ३म् ======== मनुष्य को मनुष्य इस लिये कहते हैं क्योंकि यह मननशील प्राणी है। मनन का अर्थ है कि मन की सहायता से हम अपने कर्तव्यों व गुण-दोष को जानकर गुणों का ग्रहण व दोषों का त्याग करें। यदि हम मनन करना छोड़ देते हैं और काम, क्रोध, लोभ, मोह आदि में फंस कर स्वार्थ […]

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मुद्दा

राष्ट्रपति नहीं, राष्ट्राध्यक्ष बोलें*

*डाॅ. वेदप्रताप वैदिक* लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति की जगह ‘राष्ट्रपत्नी’ शब्द बोलकर तूफान-सा खड़ा कर लिया है। यह शब्द उन्होंने कल संसद के बाहर कहीं बोल दिया था। भाजपा के कई स्थानीय नेता और कार्यकर्ता देश में जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं और कह रहे हैं कि यह नई […]

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भारतीय संस्कृति

माता – पिता और गुरू की सेवा का महत्व

जैसे ही बच्चा माँ के गर्भ से बाहर आता है , तो उस शिशु के प्रति माता – पिता का लालन – पालन का हाथ और प्रेम पूर्वक ममता एवं ममत्व की भावना प्रकट होने शुरू हो जाती है । वैसे तो माता – पिता बच्चे के गर्भ के समय से ही बच्चे की देख […]

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इतिहास के पन्नों से

वीरता और चातुर्य का प्रतिबिंब रानी नायकी देवी सौलंकी

– लेखक अशोक चौधरी मेरठ। भारतीय संस्कृति में नारी का स्थान पुरुष से अधिक रहा है। राधे श्याम, सीताराम, गंगा पुत्र भिष्म,कुंती पुत्र अर्जुन,राधेय सुत कर्ण, कौशल्या नंदन राम,देवकी/यशोदा नंदन कृष्ण नाम जब लिए जाते हैं तब यह आभास अपने आप ही हो जाता है। भारत का इतिहास भी इस बात का गवाह है जब […]

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वैदिक संपत्ति

वैदिक सम्पत्ति : चतुर्थ खण्ड अध्याय – वेदों की शिक्षा

गतांक से आगे…. इसके पूर्व तीन खण्डों में हमने वेदों की प्राचीनता , वेदों की अपौरुषेयता और वेदों की उपेक्षा पर प्रकाश डाला है । हमने यथाशक्ति यह दिखलाने का यत्न किया है कि , वेद अपौरुषेय और ईश्वरप्रदत्त हैं , अतः जब तक आर्यों ने उनके अनुकूल अपनी रहन – सहन , शिक्षा – […]

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बिखरे मोती

माँ के चरणों में झुके, जितना नर का माथ।

माँ की महिमा :- माँ के चरणों में झुके, जितना नर का माथ। उतना ही ऊँचा उठे, ईश्वर पकड़े हाथ॥1821॥ जन्नत माँ की गोद है, जीते जी मिल जाय। माँ का नहीं मुकाबला, सब बौने पड़ जाएं॥1822॥ माँ का दिल ममता भरा, वात्सल्य का कोष। कोमल है नवनीत सा, स्वर्ग सी है आगोश॥1823॥ माँ होती […]

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देश विदेश

अब चीन ने किया म्यांमार के साथ मित्रता का ढोंग

हर्ष वी. पंत म्यांमार में चीन इधर कई पुराने प्रॉजेक्ट्स को रिवाइव करने की कोशिश कर रहा है, जिसे वहां की लोकतांत्रिक सरकार ने पहले बंद कर दिया था। उन प्रॉजेक्ट्स से म्यांमार में पर्यावरण पर बुरा असर पड़ने का डर था। लेकिन सैन्य शासन की वजह से अब इन्हें फिर से शुरू करना आसान […]

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भारतीय संस्कृति संपादकीय

हिंदू शब्द की उत्पत्ति और व्याख्या… भाग – 2

डॉ॰ राकेश कुमार आर्य आर्य ईश्वर पुत्र है। इस प्रकार आर्यत्व एक जीवनशैली है जो जीवन को उत्कृष्टता में ढालती है। उसमें नियमबद्घता, क्रमबद्घता, शुचिता, परोपकारिता, उद्यमशीलता आदि के भाव जागृत कर उसे उच्चता प्रदान करती है। इसीलिए ‘कल्पद्रुम’ में आर्य शब्द का अर्थ पूज्य, श्रेष्ठ, धार्मिक, उदार, कल्याणकारी और पुरूषार्थी कहा है तथा निरूक्त […]

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उगता भारत न्यूज़

मीडिया घरानों का दूसरे कारोबार में प्रवेश बड़ी चुनौती – सीजेआइ रमणा

गीता विज्ञान उपनिषद ग्रंथ का विमोचन दिल्ली। देश के प्रधान न्यायाधीश एनवी रमणा ने मीडिया घरानों की दूसरे कारोबार में प्रवेश की प्रवृत्ति पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति स्वतंत्र पत्रकारिता और लोकतंत्र दोनों के लिए एक बड़ी चुनौती है। दूसरा व्यवसाय करने वाले मीडिया घराने पर बाहरी दबाव होता है, जिसके […]

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धर्म-अध्यात्म

मजहबी षड्यंत्र के चलते 33 करोड़ हिन्दू देवताओं का भ्रम फैलाया गया

दिव्य अग्रवाल सनातन धर्म इस ब्रह्माण्ड का आधार है । जिसका व्याख्यान असंख्य धर्मपुस्तको व पुराणों में किया गया है। परन्तु इसके विपरीत एक सत्य यह भी है कि सनातन धर्म को कमजोर व धर्म के प्रति हीन भावना को प्रोत्साहित कर सनातनियो में विघटन उत्तपन करने हेतु मुगल काल मे इस्लामिक कट्टरपंथियो ने सनातनी […]

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