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इतिहास के पन्नों से

आखिर क्या है नेहरू और नेहरूवाद: स्व. सीताराम गोयल

“यह स्मरण रहे कि पंडित नेहरू कोई अपनी तरह के अकेले चरित्र नहीं थे; न ही नेहरूवाद कोई अपनी तरह की अकेली परिघटना है। जिन समाजों को पराजित होने का दुर्भाग्य सहना पड़ा और कुछ समय पराए शासन में रहना पड़ा, उन सभी समाजों में ऐसे कमजोर दिमाग लोग और दासवत चिंतन प्रक्रिया देखी गई […]

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आज का चिंतन

“हमारी सुरक्षा हमारी समान विचारधारा के लोगों के संगठित होने पर ही संभव”

ओ३म् मनुष्य मननशील प्राणी है। वह सभी विषयों पर विचार करता है और उन पर अपनी स्वतन्त्र सम्मति वा राय रखता है। वह अपने समान विचारों वाले लोगों को पसन्द करता है। परस्पर विरोधी विचारधारा वाले लोग एक-दूसरे को पसन्द नहीं करते व इस प्रकार सहयोग नहीं करते जैसे कि समान विचारधारा के लोग आपस […]

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आज का चिंतन

“नियमित स्वाध्याय सब मनुष्यों के जीवन का आवश्यक अंग होना चाहिये”

ओ३म् ========= मनुष्य की आत्मा अनादि, नित्य, अजर, अमर, सूक्ष्म, ससीम, जन्म-मरणधर्मा, कर्म के बन्धनो में बंधी हुई, वेद ज्ञान प्राप्त कर उसके अनुसार कर्म करते हुए मोक्ष को प्राप्त होने वाली एक चेतन सत्ता है। चेतन सत्ता में ज्ञान एवं प्रयत्न गुण होता है। जीवात्मा एकदेशी होने से अल्पज्ञ होता है। इसको सुख व […]

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इतिहास के पन्नों से

बहुत ही खतरनाक है सेकुलरिज्म का नशा

#डॉविवेकआर्य कश्मीर। कभी शैव विचारधारा की पवित्र भूमि कही जाने वाले कश्मीर में आज अजान और आतंकवादियों की गोलियां सुनाई देती हैं। कश्मीर के इस्लामी करण में सबसे पहला नाम बुलबुल शाह का आता है। बुलबुल शाह के बाद दूसरा बड़ा नाम मीर सैय्यद अली हमदानी का आता है। हमदानी कहने को सूफी संत था […]

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इतिहास के पन्नों से

गाहिरा गुरु की पुण्यतिथि 21 नवंबर पर विशेष : भारत के एक क्रांतिकारी की गुमनाम कथा

गाहिरा गुरु पुण्य तिथि 21 नवम्बर_ मध्यप्रदेश के रायगढ़ और सरगुजा जिले में गोंड, कंवर, उरांव, कोरवा, नगेसिया, पंडो आदि वनवासी जातियां वर्षों से रहती हैं। ये स्वयं को घटोत्कच की संतान मानती हैं। मुगल आक्रमण के कारण उन्हें जंगलों में छिपना पड़ा। अतः वे मूल हिन्दू समाज से कट गये। गरीबी तथा अशिक्षा के […]

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महत्वपूर्ण लेख

भारत में कुपोषण के शिकार बच्चों की ओर कब देखेगी व्यवस्था

मलाविका धार भुखमरी और कुपोषण एक ऐसी समस्या है जो सुनने में भले आम लगे, लेकिन इसका प्रभाव सिर्फ खराब स्वास्थ्य तक सीमित नहीं रहता। कुपोषण से लंबे समय तक लड़ते हुए यह व्यक्ति के शैक्षिक, आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक स्थिति को भी नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। आम तौर पर गरीब परिवारों की कुपोषित महिलाएं […]

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देश विदेश

भारत के बाहर थाईलेंड में आज भी संवैधानिक रूप में राम राज्य है

भारत के बाहर थाईलेंड में आज भी संवैधानिक रूप में राम राज्य है । वहां भगवान राम के छोटे पुत्र कुश के वंशज सम्राट “भूमिबल अतुल्य तेज ” राज्य कर रहे हैं , जिन्हें नौवां राम कहा जाता है । -भगवान राम का संक्षिप्त इतिहास- वाल्मीकि रामायण एक धार्मिक ग्रन्थ होने के साथ एक ऐतिहासिक […]

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Uncategorised

भगत सिंह सेवा दल जिसके लिए मानवता की सेवा ही सबसे बड़ी चीज है

अरुण नैथानी सचमुच वह भयावह काल था जब अपने अपनों से बचने लगे थे। पड़ोसी और रिश्तेदार तो दूर, खून के रिश्ते भी अपनों से मुंह फेरने लगे थे। एक अनजानी महामारी से भय का वातावरण। महामारी के दायरे से सामान्य दिनों में चरमराने वाली चिकित्सा व्यवस्था कहां इन लाखों मरीजों का बोझ उठाती। ऐसे […]

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देश विदेश

जब चीनी सेना अपनी तैयारी कर रही हो, तब भारत को क्या चुप बैठना चाहिए ?

पुष्परंजन ग्यारह नवंबर, 2021 को पीपुल्स लिबरेशन आर्मी यानी पीएलए 72वां स्थापना दिवस मना रही थी। उस मौके पर केडी-63 प्रक्षेपास्त्रों से लैस चीनी युद्धक विमान ‘एचसिक्स-के’ भारतीय सीमा पार क्या धौंस-पट्टी दिखाने के लिए उड़ानें भर रहे थे, या रूस से आ रही एस-400 मिसाइलों की खेप का भय था? पीएलए, इस समय तिब्बत […]

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कृषि जगत

गाय का दूध और घी अपने आप में है अमृत

सिद्धार्थ जगन्नाथ जोशी आज सामान्य तौर पर माना जाता है कि गाय का दूध 30 रूपए प्रति लीटर होता है और घी 500 रूपए प्रति लीटर। यह गणित कहां से आता है, इसके बारे में कुछ चर्चा करते हैं। पहले हमें परिभाषाएं स्पष्ट कर लेनी चाहिए। गाय : भारतीय भूभाग पर देसी गौवंश का वह […]

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