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इतिहास के पन्नों से देश विदेश

तिब्बत: चीखते अक्षर ,भाग – 3

चीनियों ने यह भी दावा किया कि चीन पर आक्रमण हेतु विदेशी शक्तियाँ तिब्बत को शस्त्रास्त्र सज्जित कर रही थीं। वस्तुत: तिब्बत में पश्चिमी जगत के बहुत कम नागरिक थे और तिब्बतियों को प्रधानमंत्री नेहरू वाली नवगठित स्वतंत्र (भारत) सरकार द्वारा अत्यल्प शस्त्रास्त्र मुहैया कराये गये थे। नेहरू तब तक शांत और प्राय: असुरक्षित रही […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

संत कवि गंगादास जी ने जलाई थी रानी लक्ष्मीबाई की चिता

    डॉ. जे एन शर्मा संत गंगादास के भाई के पौत्र चौधरी हरदयाल सिंह द्वारा दी गई वंशावली से ज्ञात होता है कि गंगादास के पूर्वज अमृतसर के निकट किसी स्थान से आकर ग्राम रसूलपुर में बस गए थे। डॉ. ब्रजपाल सिंह संत ने बोली के आधार पर पंजाब के माझ प्रदेश से इनका […]

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इतिहास के पन्नों से महत्वपूर्ण लेख वैदिक संपत्ति

बहुत ही चमत्कार पूर्ण ढंग से बनाया गया था जैविक घड़ी को

  पूनम नेगी (लेखिका स्वतंत्र पत्रकार हैं।) कभी सोचा है कि क्यों रात को एक तय समय पर पलकें झपकने लगती हैं और सुबह एक तय समय पर खुद व खुद हमारी आंखें खुल जाती हैं। हम ही नहीं पशु-पक्षियों और वृक्ष-वनस्पतियों का जीवनक्रम भी एक सुनिश्चित प्राकृतिक लय के अनुरूप ही चलता है। यह […]

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इतिहास के पन्नों से विश्वगुरू के रूप में भारत

भारत का गौरवपूर्ण अतीत : वेदों में वर्णित जल और नौका विज्ञान

  कृपाशंकर सिंह ऋग्वेद मे कुएँ का उल्लेख अनेक ऋचाओं में हुआ है। इससे पता चलता है कि ऋग्वेदिक काल में सिंचाई के साधनों में कुआँ का उपयोग भी होता रहा होगा। इसकी प्रप्ति कई़ ऋचायों मे चरस का नाम आने से भी होती है। सम्भवतः पीने के लिये भी कुएँ के पानी का उपयोग […]

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इतिहास के पन्नों से

भारतीय इतिहास के अलौकिक पुरुष हैं गुरु नानक देव

  भारत की पावन भूमि पर कई संत-महात्मा अवतरित हुए हैं, जिन्होंने धर्म से विमुख सामान्य मनुष्य में अध्यात्म की चेतना जागृत कर उसका नाता ईश्वरीय मार्ग से जोड़ा है। ऐसे ही एक अलौकिक अवतार गुरु नानकदेव जी हैं। कहा जाता है कि गुरु नानकदेवजी का आगमन ऐसे युग में हुआ जो इस देश के […]

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इतिहास के पन्नों से

वैदिक संपत्ति – अमेरिका खंड

  गतांक से आगे… जिन देशों का वर्णन हमने इस प्रकरण में किया है, उन देशों के रहने वालों के रीति-रिवाजों, आचार – व्यवहारों और धर्म- कर्म तथा विश्वासों का विस्तार पूर्वक वर्णन उन देशों का इतिहास लिखने वालों ने किया है, जिससे उनकी असभ्यता और अनार्यता का पता मिल जाता है। हम यहां विस्तारभय […]

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आतंकवाद इतिहास के पन्नों से भयानक राजनीतिक षडयंत्र

इतिहास पर गांधीवाद की छाया अध्याय , 16 – ( 3 ) सांप्रदायिक दंगे हैं इस्लाम का मौलिक संस्कार

  भारत में यदि निष्पक्ष रूप से साम्प्रदायिक दंगों का इतिहास लिखा जाए तो यह तथ्य स्थापित हो जाएगा कि भारत में साम्प्रदायिक दंगे उतने ही पुराने हैं जितना पुराना इस्लाम है। मुस्लिम बादशाहों या सुल्तानों के काल में सुनियोजित ढंग से होने वाले नरसंहार इन सांप्रदायिक दंगों का वह वीभत्स स्वरूप था जब हिंदू […]

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इतिहास के पन्नों से भयानक राजनीतिक षडयंत्र

इतिहास पर गांधीवाद की छाया, अध्याय – 16 – ( 2) गांधीवाद और डॉक्टर अंबेडकर

राष्ट्रीय मुसलमान होना भ्रामक है कांग्रेस ने हिन्दू महासभा जैसे राष्ट्रवादी संगठनों के राष्ट्रवादी विचारों का उपहास उड़ाते हुए उस समय कुछ मुस्लिमों के राष्ट्रवादी मुसलमान होने का भी एक पाखण्ड रचा था। जो लोग कांग्रेसी मंच पर आकर हिन्दू महासभा या भारतवर्ष की संस्कृति और इतिहास नायकों को गाली देते थे उन्हें कांग्रेस के […]

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इतिहास के पन्नों से स्वर्णिम इतिहास

भास्कराचार्य ने कुछ इस प्रकार नापा था पृथ्वी की परिधि को

  सुद्युम्न आचार्य [ निदेशक, वेद वाणी वितान, प्राच्य विद्या शोध संस्थान,सतना(म.प्र.)] महाविज्ञानी आर्यभट्ट के ग्रन्थों में भूपरिधि की नाप का विधि का अस्पष्ट निर्देश प्राप्त होता है। 11वीं शताब्दी में भास्कराचार्य ने इसकी विधि का स्पष्ट उल्लेख किया है। इसे ज्ञात करने के लिये प्रमुखत: दो तथ्यों को जानना आवश्यक होता है। प्रथम, किसी […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

भारत के महान क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त के जन्म दिवस पर विशेष

  सुधीर सिंह।आज महान क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त का जन्मदिन है। भगत सिंह के साथ असेंबली में बम फेंकने वाले बटुकेश्वर दत्त की कहानी बताती है कि अपने शहीद क्रांतिकारियों को पूजने वाला यह देश जीते जी भी उनके साथ क्या -क्या सुलूक कर सकता है. बटुकेश्वर दत्त की जिंदगी और उनकी स्मृति, दोनों की आजाद […]

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