आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार मुगलों का महिमामंडन मुख्यधारा की मीडिया से लेकर सोशल मीडिया पर उदारवादियों और वामपंथियों द्वारा अक्सर किया जाता है। यहाँ तक भी दावे किए जाते हैं कि औरंगजेब जैसे आक्रांताओं ने भी भारत में रहते हुए मंदिरों की रक्षा […]
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आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार मुगलों का महिमामंडन मुख्यधारा की मीडिया से लेकर सोशल मीडिया पर उदारवादियों और वामपंथियों द्वारा अक्सर किया जाता है। यहाँ तक भी दावे किए जाते हैं कि औरंगजेब जैसे आक्रांताओं ने भी भारत में रहते हुए मंदिरों की रक्षा […]
* वीरांगना रानी सारन्धा* भारत के इतिहास में ऐसी बहुत-सी महिलाओं का नाम आता है जिन्होंने बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यदि हम अपने देश के इतिहास पर नज़र डालेंगे तो हमें इसमें स्त्री शक्ति का वर्चस्व भी भली-भांति देखने को मिल जाता है। ऐसे कई घटनाओं का उल्लेख मिलता है, जब हमारे देश की […]
संकलनकर्ता- डॉ० भवानीलाल भारतीय प्रस्तुति- प्रियांशु सेठ •आचार्य पं० रामचन्द्र शुक्ल (१८८४-१९४०) (आचार्य रामचन्द्र शुक्ल- हिन्दी समीक्षा को नवीन रूप देने वाले आचार्य शुक्ल काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में हिन्दी के प्राध्यापक थे। वे अपने मनोवैज्ञानिक निबंधों तथा सूर, तुलसी एवं जायसी पर लिखी समीक्षाओं के कारण विशेष ख्याति अर्जित कर सके। रसवादी समीक्षा शैली […]
ललित गर्ग जवाहरलाल नेहरू के देहावसान के बाद साफ सुथरी छवि के कारण शास्त्रीजी को 1964 में देश का प्रधानमन्त्री बनाया गया। उन्होंने 9 जून 1964 को भारत के प्रधानमन्त्री का पद भार ग्रहण किया तब से 11 जनवरी 1966 को अपनी मृत्यु तक लगभग अठारह महीने भारत के प्रधानमन्त्री रहे। भारतीय राजनैतिक जीवन […]
डॉ विवेक आर्य अकबर घोर विलासी, अय्याश बादशाह था। वह एक ओर हिन्दुओं को मायाजाल में फंसाने के लिए “दीने इलाही” के नाम पर माथे पर तिलक लगाकर अपने को सहिष्णु दिखाता था, दूसरी ओर सुन्दर हिन्दू युवतियों को अपनी यौनेच्छा का शिकार बनाने की जुगत में रहता था। दिल्ली में वह “मीना बाजार” […]
कई सालों तक हम मानते रहे की रज़िया सुलतान से पहले भारत में कोई रानी राज पाट नहीं चलाती थी | क्या है की इतिहास की जो क़िताबें स्कूल में पढाई जाती थी उसमे कई कई साल गायब थे भारत के इतिहास से | सिर्फ साल गायब होते तो कोई बहुत अंतर पड़ता ऐसा नहीं […]
आज लाहिड़ी पर्व है। इस पर उसे हमारे इतिहास के एक अमर नायक का विशेष संबंध है। आइए विचार करें इतिहास के उस अभिनंदनीय व्यक्तित्व के जीवन वृत्त पर जिसने अपने सत्कार्यों के अपने काल में यश प्राप्त किया और लोगों ने उसके सत्कृत्यों का वंदन करते हुए उसे अपना पूजनीय चरित्र बना लिया। […]
वामपंथ के इतिहास में रज़िया सुल्तान को छोड़कर और कोई रानी हुई ही नहीं भारतवर्ष में कुल 35,000 ऐसी रानियाँ हैं जिन्होंने मंगोल , मुग़ल , अश्शूर , तुर्क , यवन , हून इत्यादि क्रूर आक्रमणकारियों को परास्त की थी एवं ऐसे और रानी हुए जिन्होंने भारत से लेकर यूरोप , एशिया , इत्यादि अन्य […]
आज एक महिला शासक (सम्राज्ञी) के बारे में जानिये- विश्व की पहली सम्राज्ञी सातकर्णी सम्राज्य की महारानी नागनिका सातकर्णि जैसा कि आप सबको समझ आ गया होगा कि भारत के बिके हुवे कम्युनिस्ट इतिहासकारो ने सनातनी इतिहास मिटाने के लिए कोई कसर नही छोड़ी। इस्लामियों के महिमा मंडन में इन्होंने एक काला झूठ रजिया सुल्तान […]
—————————————————— “ईसाइयत अथवा इस्लाम का केन्द्रबिन्दु है इतिहास-प्रसिद्ध पुरुष; हिन्दू धर्म का केन्द्रबिन्दु है मनुष्य की उर्ध्वस्थ चेतना में विद्यमान सत्य। यदि ईसा मसीह अथवा मुहम्मद ने जन्म नहीं लिया होता, तो न ईसाइयत का उदय होता न इस्लाम का। किन्तु हिन्दू धर्म के अनुसार मनुष्य का धर्म इस प्रकार के किसी संयोग पर निर्भर […]