Categories
इतिहास के पन्नों से भयानक राजनीतिक षडयंत्र

कितना बड़ा मजाक किया गया भारत वर्ष के इतिहास के साथ

सैकुलर हिंदुओं को समर्पित एक बार मैं मेरे मित्रों के साथ हिमाचल के पालमपुर से होकर ट्रेकिंग पर जा रहे थे, मार्ग में माँ भगवती ज्वालाजी का प्रसिद्ध मंदिर आता है, जो कि कांगड़ा नगर से ३० किलोमीटर दूर एक नदी के तट पर है। हमने सोचा चलो माँ भगवती के दर्शन करते हुए चलते […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

मालाबार और आर्य समाज

मालाबार और आर्यसमाज 1921 में केरल में मोपला के दंगे हुए। मालाबार में रहने वाले मुसलमान जिन्हें मोपला कहा जाता था मस्जिद के मौलवी के आवाहन पर जन्नत के लालच में हथियार लेकर हिन्दू बस्तियों पर आक्रमण कर देते हैं। पहले इस्लाम ग्रहण करने का प्रलोभन दिया जाता हैं और हिन्दुओं की चोटी-जनेऊ को काट […]

Categories
इतिहास के पन्नों से स्वर्णिम इतिहास

भारतीय स्वाधीनता का अमर नायक राजा दाहिर सेन , अध्याय -1, भाग – 2

भारतीय स्वाधीनता का अमर नायक राजा दाहिर सेन अध्याय – 1 (भाग – 2) इतिहास के काल निर्धारण में दोष वास्तव में इन नगर सभ्यताओं के बारे में उनकी प्राचीनता की ऐसी कल्पना करना केवल माथापच्ची करना है या कहिए कि अंधेरे में तीर मारने के समान है। जो लोग इन नगर घाटी सभ्यताओं के […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

‘कोशल’ से लेकर उत्तर प्रदेश तक की कहानी

कृष्ण प्रताप सिंह अवध का पुराना नाम कोशल है। इसीलिए अयोध्या के पुराने राजाओं को ‘कोशलाधीश’ कहा जाता है। स्वाभाविक ही कोशल से अवध तक की इसकी लंबी यात्रा के अनेक पड़ाव हैं। इतने कि कोई सबकी चर्चा करने चले तो समय कम पड़ जाए। अलबत्ता, अवध के रूप में इसे पहला ब्रेक मुगल बादशाह […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

आजाद हिंद फौज की स्थापना दिवस 4 जुलाई पर विशेष

4 जुलाई/स्थापना-दिवस आजाद हिन्द फौज की स्थापना सामान्य धारणा यह है कि आजाद हिन्द फौज और आजाद हिन्द सरकार की स्थापना नेताजी सुभाषचन्द्र बोस ने जापान में की थी; पर इससे पहले प्रथम विश्व युद्ध के बाद अफगानिस्तान में महान क्रान्तिकारी राजा महेन्द्र प्रताप ने आजाद हिन्द सरकार और फौज बनायी थी। इसमें 6,000 सैनिक […]

Categories
इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

विवेक की वाणी : भारत का वैभव

विवेकानंद की पुण्यतिथि पर संजय पंकज सचमुच का आनंद है,अपना विश्व विवेक! भारत का गौरव हुआ,वह तो एक अनेक!! सदा उतरता ध्यान में, उसके रहा महान! रोम रोम में वह बसा,परिचित सकल जहान!! उसकी प्रज्ञा- साधना,उसका रूप- अनूप! वह आलोकित सूर्य था, वही सुवासित धूप!! × × × × महान राष्ट्रवादी योद्धा संन्यासी विवेकानंद धर्मभूमि […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

अमृतसर में हिंदू और सिखों की लाशों से भरी ट्रेन जब आती थी तो उस पर लिखा होता था ”यह आजादी का नजराना”

  पहली ट्रेन पाकिस्तान से (15.8.1947)😢 अमृतसर का लाल इंटो वाला रेलवे स्टेशन अच्छा खासा शरणार्थियों कैम्प बना हुआ था । पंजाब के पाकिस्तानी हिस्से से भागकर आये हुए हज़ारों हिन्दुओ-सिखों को यहाँ से दूसरे ठिकानों पर भेजा जाता था ! वे धर्मशालाओं में टिकट की खिड़की के पास, प्लेट फार्मों पर भीड़ लगाये अपने […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

कैसे थे स्वामी दयानंद सरस्वती ?

उनके एक प्रत्यक्षदर्शी शाहपुरा नरेश सर नाहरसिंह वर्मा द्वारा किया गया वर्णन स्वामी जी पुष्ट काया, दृढ़ जत्रु, और बड़े बलिष्ठ थे। उनके शरीर से इस समय के बलवानों की जो तुलना करता हूँ तो बड़ा भारी अन्तर पाता हूँ। उनके अंग-प्रत्यंग ऐसे सुदृढ़ व सुडौल थे कि वैसे आज तक देखने में नहीं आये। […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

महाभारत से पहले भी भारतवर्ष का नाम भारतवर्ष ही था

  ‘भरत’ से ‘भारत’ की व्युत्पत्ति कवियों की कल्पना है, भरत से पहले भी भारतवर्ष ही नाम था । “भारत” प्राचीनतम नाम है इस राष्ट्र का । ऋग्वेद में “भारत” की चर्चा है । सभी पुराणों में जम्बूद्वीप के भारतवर्ष की चर्चा है । महाभारत के पहले अध्याय में ही “भारत” की परिभाषा व्याकरण के […]

Categories
इतिहास के पन्नों से स्वर्णिम इतिहास हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

मेरी आने वाली पुस्तक राष्ट्र नायक राजा दाहिर सेन का लेखकीय निवेदन

राष्ट्र नायक राजा दाहिर सेन और तत्कालीन भारत -3 इस्लाम ने किया देशों का धर्मांतरण मानवता के विरुद्ध किए गए अपने अत्याचारों के बल पर जिस प्रकार इराक और तुर्की में इस्लाम को सफलता मिली वैसे ही विश्व के अन्य देशों या प्रान्तों में भी उसे आशातीत सफलता मिली ।पुलस्त्य ऋषि के प्रदेश पेलेस्टाइन (फिलिस्तीन) […]

Exit mobile version