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आओ कुछ जाने इतिहास के पन्नों से

क्या आप 52 वर्षों तक संघ मुख्यालय पर तिरंगा नहीं फहराने का कारण जानते हैं ?

  RSS ने 52 वर्षों तक भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा क्यों नही फहराया ? जी हां ये सच है कि 1950 से 2002 तक RSS ने तिरंगा नहीं फहराया, तो इस राष्ट्रीय ध्वज के न फहराने का सच क्या है ? आइये जानते हैं ! ऐसा क्या हुआ कि 1950 के बाद RSS ने […]

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इतिहास के पन्नों से स्वर्णिम इतिहास हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

भारतीय स्वाधीनता का अमर नायक राजा दाहिर सेन अध्याय – 5 ( 1 ) अरबों से राजा की पहली भिड़ंत

  अरबों से राजा की पहली भिड़ंत   चोरी, डकैती, हत्या और बलात्कार – भारत में अरब आयातित दुर्गुण रहे हैं । उससे पहले भारत में इन दुर्गुणों के बारे में कोई कल्पना तक नहीं कर सकता था। जब अरब के लोगों का भारत के साथ सम्पर्क हुआ और कालांतर में अरब या अरबी धर्म […]

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इतिहास के पन्नों से

भारतीय राजनीति के ‘भीष्म पितामह’ अटल बिहारी वाजेपयी

  ब्रह्मानंद राजपूत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक से लेकर प्रधानमंत्री तक का सफर तय करने वाले युग पुरुष अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्म ग्वालियर में बड़े दिन के अवसर पर 25 दिसम्बर 1924 को हुआ। अटल जी के पिता का नाम पण्डित कृष्ण बिहारी वाजपेयी और माता का नाम कृष्णा वाजपेयी था। भारत […]

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इतिहास के पन्नों से भयानक राजनीतिक षडयंत्र

जिन्नाह को महान बताने वालों!कुछ तो शर्म करो! [विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस, 14 अगस्त के अवसर पर प्रकाशित]

  #डॉविवेकआर्य रावलपिंडी के समीप हिन्दुओं का एक छोटा सा गांव था। 500 के लगभग व्यसक होंगे। बाकि बच्चे, बुड्ढे। गांव के सरपंच रामलाल एक विशाल बरगद के नीचे बैठे थे। तभी मोहन भागता हुआ आया। बोला सरपंच जी, सरपंच जो। सरपंच जी कहा ,”क्या हुआ मोहन ? ” सरपंच जी मुझे पता लगा है […]

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आतंकवाद इतिहास के पन्नों से

हो जाये अगर शाहे ख़ुरासाँ का इशारा, सजदा न करूँ हिंद की नापाक ज़मीं पर ।

बँटवारे के बाद लगभग पंद्रह साल तक मुसलमान भारत से पाकिस्तान और पाकिस्तान से भारत आते जाते रहे । बहुत से लोग तो बरसों तक तय नहीं कर पा रहे थे कि यहाँ रहें या वहाँ रहें । हमारे एक सहपाठी थे उनकी महत्वाकांक्षा थी कि वह एयर फोर्स में पायलट बनेंगे, अगर भारत में […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

देश के खातिर जान कुर्बान करने वाला सबसे कम उम्र के क्रांतिकारी शहीद खुदीराम बोस

  युद्धवीर सिंह लांबा बंगाल में उभरते हुए राष्ट्रीय आन्दोलन को नष्ट करने के लिए 16 अक्टूबर 1905 को लार्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया। 1905 में हुए बंगाल विभाजन के बाद तो खुदीराम बोस क्रांतिकारी सत्येन बोस की अगुवाई में क्रांतिकारी बन गए। ‘आओ झुक कर सलाम करें उनको, जिनके हिस्से में ये […]

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इतिहास के पन्नों से

भारत फिर से अखंड होगा ही यह तय है

  डॉ. पवन सिंह अखंड भारत का स्वप्न कुछ लोगों को असंभव लगता हो। लेकिन यदि हम इतिहास का अवलोकन करेंगे, तो ध्यान आएगा कभी जो बातें असंभव लगा करती थीं, कुछ समय के पश्चात वो संभव भी हुआ है। मनुष्य की उम्र कुछ वर्ष हुआ करती है पर देशों की उम्र हजारों-हजारों वर्ष होती […]

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इतिहास के पन्नों से

१४ऑगस्ट अखंड भारत दिवस! अखण्ड भारत महज सपना नहीं, श्रद्धा है, निष्ठा है.

जिसने भारत को भूमि से अधिक माता के रूप में देखा हो, जो स्वयं को इसका पुत्र मानता हो, जो प्रात: उठकर “समुद्रवसने देवी पर्वतस्तन मंडले, विष्णुपत्नि नमस्तुभ्यम् पादस्पर्शं क्षमस्वमे. “कहकर उसकी रज को माथे से लगाता हो, वन्देमातरम् जिनका राष्ट्रघोष और राष्ट्रगान हो, ऐसे असंख्य अंत:करण मातृभूमि के विभाजन की वेदना को कैसे भूल […]

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इतिहास के पन्नों से स्वर्णिम इतिहास हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

भारतीय स्वाधीनता का अमर नायक राजा दाहिर सेन अध्याय – 4 (भाग -2 ) राजा दाहिर सेन  को मिलीं कई प्रकार की चुनौतियां

जब राजा दाहिर सेन ने अपने शासन की बागडोर संभाली तो उस समय भी उन्हें कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ा । राजा दाहिर सेन के पिता  के सम्बन्ध गुर्जर , जाट और लोहाणा समाज से सामान्य नहीं रह गए थे। समय और परिस्थितियों को देखते हुए इन सभी जातियों के लोगों से […]

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इतिहास के पन्नों से

आजादी के अमृत की कुछ अनसुनी कहानी

  अभिनय आकश ये तो हम सभी जानते हैं कि हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ। लेकिन क्या आपको पता है कि आजादी के पहले भी कई जिलें ऐसे भी थे जो कभी 73 दिनों के लिए तो कोई 3 दिनों के लिए 1947 से वर्षों पहले ब्रिटिश हुकूमत से आजाद करा लिए […]

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