Categories
आज का चिंतन

वेद मनुष्य जन्म का कारण कर्म फल भोग और मोक्ष प्राप्ति बताते हैं

ओ३म् “ ============ हम मनुष्य के रूप में जन्मे व जीवन जी रहे हैं परन्तु हमें यह पता नही होता कि हमारा जन्म क्यों हुआ तथा हमें करना क्या है? संसार के अधिकांश व प्रायः सभी मनुष्यों की यही स्थिति है। इस प्रश्न का उत्तर केवल वेद व वैदिक साहित्य से ही प्राप्त होता है […]

Categories
आतंकवाद

बगदादी और भारतीय मुसलमान

विजय मनोहर तिवारी अबू बक्र अल बगदादी ने अमेरिकी फौज से घिरकर मरने के पहले एक अंधेरी सुरंग में बचने की उम्मीद में पनाह ली थी। लेकिन फौज के साथ आए खूंखार कुत्तों ने उसका पीछा किया और तब वह बचने के लिए भागा। खूब चीखा-चिल्लाया। मुमकिन है रहम की भीख मांग रहा हो, लेकिन […]

Categories
आओ कुछ जाने

वैदिक सत्य सनातन धर्म और उसकी विशेषताएं

वैदिक धर्म की विषेशताएं :– १) वैदिक धर्म संसार के सभी मतों और सम्प्रदायों का आधार है, जो सृष्टि के प्रारम्भ से अर्थात् १,९६,०८,५३,११७ वर्ष से अभी तक अस्तित्व में है। संसार भर के अन्य मत, पन्थ किसी पीर-पैगम्बर, मसीहा, गुरु, महात्मा आदि द्वारा चलाये गये हैं, किन्तु चारों वेदों के अपौरुषेय होने से वैदिक […]

Categories
धर्म-अध्यात्म

सुख की इच्छा पर दार्शनिक विचार

सुख की इच्छा (दार्शनिक विचार) संसार में हर व्यक्ति सुख का अभिलाषी है। कोई भी व्यक्ति दुःखी नहीं होना चाहता एवं सदा सुख में वास करना चाहता है। दुःख त्रिविध आधिदैविक (मन, इन्द्रियों के विकार , अशुद्धि, चंचलता आदि से उत्पन्न दुःख), अधिभौतिक (अन्य व्यक्तियों द्वारा अथवा शीत, ताप,वर्षा, भूकम्प, बाढ़ आदि प्राकृतिक दैवी घटना […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

क्या महर्षि दयानंद की तत्कालीन वायसराय गवर्नर जनरल लार्ड नॉर्थब्रुक से भेंट हुई थी?

———————– – डॉ. भवानीलाल भारतीय अम्बाला निवासी दीवान अलखधारी नामक एक सज्जन ने मेरठ कॉलेज मेरठ की पत्रिका में 1963 में एक लेख प्रकाशित कराया जिसका शीर्षक था – Dayanand : Political Genius. इसमें उन्होंने महर्षि दयानन्द के 1873 के कलकत्ता प्रवास के समय की एक घटना का उल्लेख किया जिसके अनुसार महर्षि ने भारत […]

Categories
आर्थिकी/व्यापार

स्टार्टअप की दृष्टि से भारत बन गया है दुनिया का तीसरा देश

केंद्र सरकार द्वारा बनायी गयी सरकारी नीतियों के चलते ही स्टार्ट-अप कम्पनियों को भारत में अपना व्यवसाय प्रारम्भ करने में आसानी हो रही है। ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस के विभिन्न मदों में हुए सुधार के चलते भी स्टार्ट-अप कम्पनियों की बहुत मदद हो रही है। भारत के लिए यह दशक भारतीय स्टार्ट-अप कम्पनियों को बहुराष्ट्रीय […]

Categories
आतंकवाद

अब दंगाइयों को भी अच्छा और बुरा कहा जाने लगा है

राकेश सैन पंजाब में कांग्रेस सरकार द्वारा विशुद्ध रूप से राजनीतिक दृष्टि से लिए गए इस फैसले की वैधानिकता पर सवाल उठने शुरू हो चुके हैं। विधि विशेषज्ञों का मानना है कि संवैधानिक रूप से चुनी हुई सरकार अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस तरह का कदम नहीं उठा सकती। पंजाब सरकार ने दिल्ली में […]

Categories
हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

धर्म और देश भक्ति के गायक कवि प्रदीप

6 फरवरी/जन्म-दिवस फिल्म जगत में अनेक गीतकार हुए हैं। कुछ ने दुःख और दर्द को अपने गीतों में उतारा, तो कुछ ने मस्ती और शृंगार को। कुछ ने बच्चों के लिए गीत लिखे, तो कुछ ने बड़ों के लिए; पर कवि प्रदीप के लिखे और गाये अधिकांश गीत देश, धर्म और ईश्वर के प्रति भक्ति […]

Categories
इतिहास के पन्नों से संपादकीय

हिंदुत्व की चेतना के स्वर

प्राचीन काल में हम जिसे आर्यत्व की उच्चतम साधना के नाम से जानते थे वही आधुनिक सन्दर्भ में हिन्दुत्व है। हिन्दू की जीवन शैली का नाम हिंदुत्व है, और भारत की प्राचीन जीवन शैली का नाम आर्यत्व है। हिंदुत्व को वर्तमान समय में हमारे न्यायालय और अनेकों विद्वानों ने भारत की चेतना के सबसे अधिक […]

Categories
भारतीय संस्कृति भाषा

भारत की संस्कृत भाषा की वैज्ञानिकता और महानता

#संस्कृत – *संस्कृत में 1700 धातुएं, 70 प्रत्यय और 80 उपसर्ग हैं, इनके योग से जो शब्द बनते हैं, उनकी संख्या 27 लाख 20 हजार होती है। यदि दो शब्दों से बने सामासिक शब्दों को जोड़ते हैं तो उनकी संख्या लगभग 769 करोड़ हो जाती है।* संस्कृत इंडो-यूरोपियन लैंग्वेज की सबसे प्राचीन भाषा है और […]

Exit mobile version