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इतिहास के पन्नों से भयानक राजनीतिक षडयंत्र

इतिहास पर गांधीवाद की छाया, अध्याय – 21 , टुकड़े टुकड़े गैंग और गांधीवादी सोच

  देश के इतिहास में जिन शासकों ने साम्प्रदायिकता के आधार पर ने बड़े – बड़े नरसंहार किए लूटपाट हत्या ,डकैती, बलात्कार और इन जैसे अनेकों जघन्य अपराध किए , वे सारे के सारे मानवता के हत्यारे गांधीजी और गांधीवादियों की दृष्टि में बहुत ही दयालु, उदार, सहिष्णु और मानवता के पुजारी कहे जाते हैं […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

महर्षि दयानंद के विषय में विभिन्न विद्वानों के विचार : आचार्य ज्ञान प्रकाश वैदिक

आचार्य ज्ञान प्रकाश वैदिक   1) _आर्य समाज मेरी धर्म माता है तथा ऋषि दयानन्द मेरे धर्म पिता हैं ‘सत्यार्थ प्रकाश’ का ज्ञान मेरे जीवन में सूर्य के समान है।_ *―पंजाब केसरी लाला लाजपतराय* 2) _आर्य समाज १०० वर्षों से ऋषि दयानन्द के उपदेशों को आगे बढाने के प्रयत्न में लगा हुआ है….उसे आशा है […]

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इतिहास के पन्नों से भयानक राजनीतिक षडयंत्र

इतिहास पर गांधीवाद की छाया, अध्याय – 20 , राष्ट्रपिता गांधी और राष्ट्रपति भवन का कड़वा सच

  कांग्रेस के विषय में यह कहने की आवश्यकता नहीं कि इस पार्टी ने प्रारम्भ से ही अंग्रेजों की कार्यशैली को अपने लिए आदर्श के रूप में स्वीकार किया था । स्वाधीन भारत में जब सत्ता कांग्रेसी प्रधानमंत्रियों के हाथों में रही तो इन्होंने अंग्रेजों की कार्यशैली को अपनाकर ही शासन करना आरम्भ किया। अंग्रेजों […]

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इतिहास के पन्नों से देश विदेश

आर्थिक इतिहास में चीन और भारत

  अजित कुमार भारतीय इतिहास लेखन में मैक्स वेबर (1864-1920) और मार्क्स(1818-1883) का बहुत गहरा प्रभाव रहा है। भारत के इतिहास को लिखनेवाले अधिकतर इतिहासकार इनसे बहुत प्रभावित रहे हैं। इन दोनों पश्चिमी विद्वानों की विशिष्टता यह रही है कि अपने जीवन के कालखंड में ये दोनों भारत कभी नहीं आये और इनके समय में […]

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आज का चिंतन इतिहास के पन्नों से

भारत में हजारों वर्ष पूर्व भी होता था विद्युत का उपयोग

    डॉ. अशोक कुमार तिवारी कहा जाता है कि बिजली का अविष्कार अंग्रेज वैज्ञानिकों वोल्टा, कूलम्ब, अम्पीयर, एडिसन, फराडे आदि ने सत्राहवीं से उन्नीसवीं शताब्दी में किया। हमारी पाठ्यपुस्तकों में भी यही बताया जाता है। वास्तविकता यह है कि इनसे हजारों वर्ष पूर्व से बिजली का उपयोग किया जाता था। अगस्त्य संहिता जोकि 600 […]

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इतिहास के पन्नों से

भारत का इतिहास देता है आर्थिक समस्याओं का भी समाधान

  रवि शंकर आज भारत की आर्थिक व्यवस्था डगमगा रही है। अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा के रूप में प्रतिष्ठा प्राप्त डालर के मुकाबले में रुपया अत्यन्त कमजोर हो रहा है। उद्योग-धन्धों में खलबली मच रही है। एक प्रकार से देश में अराजकता का माहौल जैसा दिखाई पड़ रहा है। अभी संसद के मानसून सत्र में भारत के […]

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इतिहास के पन्नों से

प्राचीन काल में सोना बनाना जानते थे भारतीय रसायन शास्त्री

  राजेंद्र सिंह   भारतीय रसायन शास्त्रा का इतिहास लाखों वर्ष पुराना है। भारतीय रसायन शास्त्रा के अनेक विवरण भगवान शिव से जुड़े हुए हैं। शिव कोई आज के काल के हैं नहीं। इसी प्रकार यदि हम रामायण काल को देखें तो वाल्मिकी के शिष्य थे भारद्वाज। उन्होंने यंत्रासर्वस्व नामक ग्रंथ लिखा था। इसमें एक […]

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इतिहास के पन्नों से स्वर्णिम इतिहास

विश्व के पहले समुद्र यात्री थे महर्षि अगस्त्य

महावीर प्रसाद द्विवेदी कूपमण्डूकता बड़ी ही अनिष्टकारिणी क्या एक प्रकार से, विनाशकारिणी होती है। मनुष्य यदि अपने ही घर, ग्राम या नगर में आमरण पड़ा रहे तो उसकी बुद्धि का विकास नहीं होता, उसके ज्ञान की वृद्धि नही होती, उसकी दृष्टि को दूरगामिनी गति नहीं प्राप्त होती। देश—विदेश जाने, भिन्न भिन्न जातियों और धम्मों के […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

भारत के महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन्

22 दिसम्बर/जन्म-दिवस   श्रीनिवास रामानुजन् का जन्म 22 दिसम्बर, 1887 को तमिलनाडु में इरोड जिले के कुम्भकोणम् नामक प्रसिद्ध तीर्थस्थान पर हुआ था। वहाँ कुम्भ की तरह हर 12 वर्ष बाद विशाल मेला लगता है। इसीलिए उस गाँव का नाम कुम्भकोणम् पड़ा। रामानुजन् बचपन में सामान्य छात्र थे; पर कक्षा दस के बाद गणित में […]

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इतिहास के पन्नों से

हिंदुस्तान में शैतान तैमूर के काले कारनामे

  (21 दिसंबर, 1398 को आज ही के दिन तैमूर ने दिल्ली के कत्लेआम को विराम दिया था) डॉ विवेक आर्य सैफ अली खान और करीना कपूर खान ने अपने बेटे का नाम नवाब तैमूर अली खान पटौदी रखा है। वैसे तो इन दोनों से अपेक्षा रखना बेकार है कि इन्हें यह मालूम होगा कि […]

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