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इतिहास के पन्नों से

देश विभाजन और सावरकर ? अध्याय 2, एक गांधीवादी के आरोप

अभी पिछले दिनों एक हिमांशु कुमार नामक गांधीवादी का लेख पढ़ा। इन महोदय ने अपने लेख के प्रारंभ में लिखा है कि ‘मोदी ने अब से चौदह अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मरण दिवस घोषित करवा दिया है। ये सोच रहे हैं कि इस बहाने हमें हर साल भारत के विभाजन के लिए जिम्मेदार बता कर […]

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आज का चिंतन

भारतीय संस्कृति और धर्म ग्रंथो के प्रति दुष्प्रचार* भाग 2 *क्या गायत्री मंत्र सांप्रदायिक है?*

गायत्री महामंत्र वेदों का एक महत्त्वपूर्ण मंत्र है,जिसकी महत्ता ओ३म् के लगभग बराबर मानी जाती है।यह यजुर्वेद के मंत्र ओ३म् भूर्भुवः स्वः और ऋग्वेद के छंद ३-६२-१० के मेल से बना है।इस मंत्र में सविता देव की उपासना है इसलिए इसे सावित्री भी कहा जाता है। इसे गुरु-मन्त्र भी कहा जाता है,क्योंकि सर्वप्रथम गुरु ही […]

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आज का चिंतन

शूद्र ब्रह्मा के पैरो से उत्पन हुए*

भारतीय संस्कृति एवं धर्मग्रंथो के प्रति दुष्प्रचार भाग-१ डॉ डी के गर्ग दुष्प्रचार 1 शूद्र ब्रह्मा के पैरो से उत्पन हुए उत्तर: उपरोक्त कथन का प्रयोग भारत में और विदेशी लोग आपस में फुट डालने के लिए प्रयोग करते है ताकि भारतीय समाज को अलग अलग गुटों में बाँट दे ,इसका लाभ विदेशी ताकतें ,कुछ […]

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इतिहास के पन्नों से

22 मई जयंती पर विशेष : आधुनिक भारत के महानायक थे राजा राममोहन राय

अनन्या मिश्रा राजा राममोहन राय को भारतीय पुनर्जागरण के अग्रदूत और आधुनिक भारत के जनक कहे जाते हैं। 22 मई को बंगाल में उनका जन्म हुआ था। राजा राम ने समाज में फैली तमाम कुरीतियों का खुलकर विरोध किया था। राजा राममोहन राय को भारतीय पुनर्जागरण का अग्रदूत और आधुनिक भारत व बंगाल का जनक […]

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इसलाम और शाकाहार

काबा या अल्लाह की कालकोठरी ?

भारत के सभी धर्मों में ईश्वर को सर्वव्यापी ( Omnipresnt ) माना जाता है . अर्थात ईश्वर का निवास किसी विशेष स्थान पर नहीं हो सकता . हम उसकी उपासना किसी भी देश , किसी भी स्थान पर कर सकते हैं .हम श्रद्धा पूर्वक ईइश्वर को जहाँ भी पुकारते है . ईश्वर वहीँ उपस्थित हो […]

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देश विदेश

विश्व शांति के लिए हिरोशिमा में प्रधानमंत्री मोदी की कारगर पहल

ललित गर्ग समूची दुनिया युद्ध-मुक्त परिवेश चाहती है। चीन जैसे कुछ देश हैं जो इस सोच में बाधा बने हुए हैं। पश्चिमी देशों ने पहले ही तय कर रखा था कि इस सम्मेलन में रूस पर और कड़े प्रतिबंध लगाए जाएंगे। समूह सात के देशों ने चीन का नाम लिए बिना कड़ी निंदा की। भारत […]

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इतिहास के पन्नों से

महान आसुरी संस्कृति –

— मुमताज महल से शाहजहाँ को इतना प्रेम था कि उसके मरने पर उसने उससे उत्पन्न १७ वर्ष की अपनी स्वयं की सगी बेटी जहाँआरा को ही अपनी बादशाह बेगम बना लिया था। यद्यपि शाहजहाँ की आठ बेगमों में से तीन जीवित थीं। किन्तु शाहजहाँ को १७ वर्ष की बेटी जहाँआरा ही “बादशाह बेगम” बनने […]

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विश्वगुरू के रूप में भारत

भारत के 50 ऋषि वैज्ञानिक अध्याय – 37, महर्षि च्यवन

महर्षि च्यवन का नाम हमारे देश में बहुत प्रसिद्ध है। उनके द्वारा बनाया गया ‘च्यवनप्राश’ आज भी स्वास्थ्य वर्धक रसायनों में सम्मिलित है। वे महर्षि भृगु और पुलोमा के पुत्र थे। जब कुछ समय पहले सारे विश्व को कोरोना जैसी बीमारी ने अपनी चपेट में लिया था तो उस समय संसार भर के चिकित्साशास्त्री और […]

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इसलाम और शाकाहार

इस्लाम और कुरआन :शराब का गुणगान

दुनिया की सभी साहित्य और धर्म में शराब के बारे में कुछ न कुछ जरूर लिखा गया है .शराब बनाने और पीनेपिलाने का रिवाज हरेक देश में हजारों सालों से हो रहा है .मगर इस्लाम एकमात्र ऐसा धर्म है ,जो शराब को हराम बता कर खुद को सबसे श्रेष्ठ बताता है .यदि हम फारसी और […]

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देश विदेश

राष्ट्र-चिंतन* *मोदी के सामने बाइडेन के झुकने का अर्थ*

आचार्य विष्णु हरि सरस्वती घोर आश्चर्य और अचंभित करने करने वाला उदाहरण और कूटनीतिक घटना। किंतु पूरी तरह से सत्य। एक ऐसा सत्य जिसे पूरी दुनिया ने देखी और पूरी दुनिया के बड़े-बडे देशों के शासको ने देखा। भारत के आत्मघाती और परअस्मिता की मानसिकता से ग्रसित लोगों को इस कूटनीतिक घटना पर गर्व होगा […]

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