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आओ कुछ जाने व्यक्तित्व

दार्शनिकों का अनोखा संसार यूनानी दार्शनिक’ डायोजिनीज’

लेखक – आर्य सागर भारतीय दार्शनिक हो या पश्चिमी दार्शनिक उनका अपना अनोखा ही संसार रहा है। मान -अपमान ,लाभ -हानि,गरीबी- अमीरी से दूर स्वतंत्र शांत निर्भीक जीवन उनका रहा है। दार्शनिकों के इसी अनोखे संसार में एक यूनानी दार्शनिक थे डायोजिनीज, ईसा से 320 वर्ष पूर्व इनका काल माना जाता है ।यह वही काल […]

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व्यक्तित्व

डॉ अम्बेडकर का राष्ट्रवादी चिंतन

डॉ विवेक आर्य भारतीय राजनीति अपनी महत्वकांक्षाओं को पूरा करने के लिए जैसे अपने क्रांतिकारियों को जाति के आधार पर विभाजित कर लेती है वैसे ही महान व्यक्तित्वों को भी हमने जाति भेद के आधार पर विभाजित कर लेती है। डॉ अम्बेडकर। यह नाम सुनते ही पाठकों के मन में एक दलितों के अधिकारों के […]

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भारतीय संस्कृति व्यक्तित्व

दुनिया को नृत्य व नाटक (अभिनय) सिखाने वाले भरत मुनि

लेखक – आर्य सागर यूनेस्को ने आज ‘मेमोरी ऑफ़ द वर्ल्ड रजिस्टर’ में भागवत गीता व भरत मुनि रचित नाट्यशास्त्र को शामिल किया है। गीता जो महाभारत का ही एक अंश है उससे अधिकांस सनातन धर्मी गीता पारायण करने जिज्ञासु जन परिचित है लेकिन नाट्य शास्त्र से आज भी बहुत कम लोगों का परिचय है। […]

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डॉ राकेश कुमार आर्य की लेखनी से व्यक्तित्व

प्रधानमंत्री मोदी और ‘वटवृक्ष’ आरएसएस

डॉ राकेश कुमार आर्य देश का सबसे बड़ा अराजनीतिक संगठन अर्थात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देश के प्रमुख शहर नागपुर से संचालित होता है। प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में देश का प्रधानमंत्री बनने के पश्चात पहली बार संघ के नागपुर स्थित कार्यालय का दौरा किया है। प्रधानमंत्री का यह दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है […]

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व्यक्तित्व

अथर्ववेद-सामवेद भाष्यकार पंडित विश्वनाथ विद्यालंकार का संक्षिप्त परिचय

पं. विश्वनाथ विद्यालंकार जी की 34 वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि डा. रामनाथ वेदालंकार जी एवं मनमोहन कुमार आर्य अथर्ववेद और सामवेद भाष्यकार तथा अनेक प्रसिद्ध वैदिक ग्रंथों के रचयिता पण्डितप्रवर श्रद्धेय पं. विश्वनाथ विद्यालंकार विद्यामार्तण्ड वैदिक साहित्य के मर्मज्ञ विद्वान् थे। उनका विद्याध्ययन गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार की गंगापार की तपःस्थली में हुआ था, जहाँ […]

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व्यक्तित्व हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

स्वामी भीष्म जी का बल

आजादी से पूर्व की घटना है। हमारे हरियाणा पंजाब में कुश्तियों का रिवाज रहा है। पंजाब के जालंधर में एक अंग्रेज पहलवान ने पहलवानों को दंगल के लिए ललकार दिया। काफी पहलवान दम खम दिखाते रहे। वीर अर्जुन अखबार के पत्रकार महाशय कृष्ण जी ने इधर उधर नजर लगाई घरौंडा के स्वामी भीष्म जी नजर […]

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व्यक्तित्व

स्वामी जगदीश्वरानन्द सरस्वती का आर्य वैदिक साहित्य के प्रणयन एवं सम्पादन में प्रशंसनीय योगदान

– मनमोहन कुमार आर्य हमने आर्यजगत के विख्यात संन्यासी स्वामी जगदीश्वरानन्द सरस्वती जी की वर्षों पूर्व मृत्यु होने पर एक लेख लिखा था। उनकी मृत्यु के बाद से किसी आर्य पत्र-पत्रिका में हमने उन पर कोई लेख नहीं देखा है। आज स्वामी जी की संन्यास दीक्षा की वर्षगांठ है। स्वामी जी ने 16 फरवरी 1975 […]

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आर्य समाज भारतीय संस्कृति व्यक्तित्व शिक्षा/रोजगार

विद्या : धर्म का आठवाँ लक्षण

दयानन्द ने विद्या प्राप्त करने की प्रेरणा अनेक स्थलों पर दी है। – अविद्या का नाश और विद्या की वृद्धि करनी चाहिए। – विद्या का जो पढ़ना-पढ़ाना है यही सबसे उत्तम है। – स्वाध्याय (पढ़ना) और प्रवचन (पढ़ाना) का त्याग कभी नहीं करना चाहिए। – विद्यादि शुभ गुणों को प्राप्त करने के प्रयत्न में अत्यंत […]

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व्यक्तित्व

संत रविदास का मुगल विरोध और भीम मीम का छलावा

12 फर. माघ पूर्णिमा, संत रविदास जयंती पर विशेष लगभग सवा छः सौ वर्ष जन्में संत रैदास भारत के आदि, मुखर धर्मांतरण विरोधी रहें हैं। वे घर वापसी के भी पुरोधा पुरुष रहे हैं। स्वामी रामानंद जी के शिष्य रविदास जी के कालजयी लेखन को इस तथ्य से समझा जा सकता है कि उनकें रचित […]

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व्यक्तित्व

आर्यसमाज के महाधन महात्मा दीपचन्द आर्य

चंचला लक्ष्मी को वैदिक धर्म के प्रचार द्वारा श्री व यशस्वी रुप में बदलने का सत्कार्य करने वाले महात्मा दीपचन्द आर्य भारत में मध्यकाल में देश में अविद्या छा जाने के कारण जो नाना अन्धविश्वास एवं कुरीतियां उत्पन्न हुईं उससे कई मत-मतान्तर उत्पन्न हुए और इनसे परस्पर वैर भावना में वृद्धि हुई। ऋषि दयानन्द ने […]

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