भारत की स्वाधीनता के लिए अनेकों ने निष्ठुरता से अपने रक्त की अंतिम बूंद तक बहा दी और मां भारती के भाल पर स्वाधीनता का मुकुट रखने की लालसा लेकर वे इस लोक से विदा हो गए। तथाकथित रूप से देश स्वाधीन हो गया लेकिन सत्ता वे पा गए जिन्होंने चार डग भी नहीं भरे […]
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