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आज का चिंतन

बने विजेता वो सदा, ऐसा मुझे यकीन। आँखों में आकाश हो, पांवों तले जमीन।।

बने विजेता वो सदा, ऐसा मुझे यकीन। आँखों में आकाश हो, पांवों तले जमीन।। जीवन में सफल होने के लिए धैर्य रखना और अपने सपनों के लिए समर्पित रूप से कड़ी मेहनत करना महत्वपूर्ण है। जीवन में कुछ भी मुफ्त नहीं है, और इसलिए हमें जीवन में बड़ी चीजें हासिल करने के लिए अपने सभी […]

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इतिहास के पन्नों से

मेवाड़ के महाराणा और उनकी गौरव गाथा : लेखकीय निवेदन, भाग – 2

रानी पद्मिनी का जौहर ऊपर यह स्पष्ट कर चुके हैं कि मेवाड़ में सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण जौहर राणा रतनसिंह के शासनकाल में अलाउद्दीन खिलजी के आक्रमण के समय 1303 ई0 में रानी पद्मिनी के नेेतृत्व में किया गया । अलाउद्दीन ने उस समय रानी पद्मिनी को प्राप्त करने के अनेक यत्न किए थे। परंतु अनेक प्रयत्नों के उपरांत भी […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

स्वामी विवेकानंद ने अध्यात्म के बल पर भारत को विश्व गुरु बनाने के किए थे प्रयास

प्रह्लाद सबनानी स्वामी विवेकानंद जी का मूल स्वभाव राष्ट्र के प्रति समर्पित भावना से ओतप्रोत था। आपने राष्ट्रीय भाव में आध्यात्मिक एवं धर्म को जोड़कर इसे धारदार बनाने के प्रयास किया था। आपका मजबूत विचार था भारत को अपने आध्यात्म एवं धर्म के बल पर पश्चिम को पुनः जीतना ही होगा। स्वामी विवेकानन्द जी का […]

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भारतीय संस्कृति

विष्णु आख्यान*. भाग – 2

विष्णु आख्यान. पार्ट/ 2 Dr D K Garg कृपया अपने विचार व्यक्त करे और अन्य ग्रुप में फॉरवर्ड करें क्षीर सागर:,पांच फन वाला शेषनाग , विष्णू के लक्ष्मी जी पैर दबाती हुई का विश्लेषण जैसा कि आप जानते है ईश्वर को ओम मुख्य नाम के अतिरिक्त उसने हजारों कार्यों के कारण हजारों नाम से जाना […]

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देश विदेश

2022 की प्रमुख घटनाएं और दुनिया का भविष्य

डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा प्रतिस्पर्धा का दौर ऐसा चल निकला है कि दूसरे को नीचा दिखाना हमारी आदत में आ गया है। यह सब तो तब है जब अभी हम कोरोना के संकट से पूरी तरह से निजात नहीं पा सके हैं। कोरोना का नया वेरियंट सामने है। चीन में हालात बदतर होते जा रहे […]

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विविधा

3269 (फेसबुक के मित्र) मुर्दों के बीच रहता हूं मैं* / *मुर्दे में तब्दील होती फेसबुक* *खंडहर में मनुष्य और सूखे पेड़ पर तो पक्षियां भी घोंसला नही बनाते

खंडहर में मनुष्य और सूखे पेड़ पर पंक्षियां भी घोषला बनाती नहीं ================== आचार्य श्री विष्णुगुप्त 3269 मूर्दो के बीच रहता हूं मैं। यह शीर्षक आपको आश्चर्य में डालेगा। पर मेरी प्रतिक्रिया,पड़ताड और विश्लेषण पढ़कर आप चकित भी होंगे तथा सहमत भी होंगे। कभी फेसबुक समृद्ध थी, फेसबुक पर आजादी भी थी। हर फेसबुक आईडी […]

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पुस्तक समीक्षा महत्वपूर्ण लेख

विश्व हिन्दी दिवस पर विशेष पुस्तक ऋषि दयानन्द की हिन्दी भाषा और साहित्य को देन

मूल्य 150 रूपए. प्राप्ति के लिए 7015591564 पर WHATSAPP करे, भारतवर्ष के इतिहास में महर्षि दयानन्द पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने अहिन्दी भाषी गुजराती होते हुए पराधीन भारत में सबसे पहले राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता के लिए हिन्दी को सर्वाधिक महत्वपूर्ण जानकर मन, वचन व कर्म से इसका प्रचार-प्रसार किया। 16 दिसम्बर, 1872 को स्वामीजी वैदिक […]

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इतिहास के पन्नों से

महाजनपद काल – एक सम्पूर्ण यात्रा (भाग-13)-मत्स्य महाजनपद

उगता भारत ब्यूरो मत्स्य महाजनपद- *मत्स्य 16 महाजनपदों में से एक है। *इसमें राजस्थान के अलवर, भरतपुर तथा जयपुर ज़िले के क्षेत्र शामिल थे। *महाभारत काल का एक प्रसिद्ध जनपद जिसकी स्थिति अलवर-जयपुर के परिवर्ती प्रदेश में मानी गई है। *इस देश में विराट का राज था तथा वहाँ की राजधानी उपप्लव नामक नगर में […]

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महत्वपूर्ण लेख

जैसी माँ वैसी बेटी !

जैसी माँ वैसी बेटी ! भारतीय परम्परा में महिलाओं को पूज्यनीय मानकर आदर और सम्मान दिया जता है।लेकिन इतिहास साक्षी है की जब भी किसी विदेशी वर्णसंकर महिला के हाथों में असीमित अधिकार आजाते हैं तो वह सत्ता के मद में अंधी हो जाती है।और देश,समाज,व् अपने परिवार के लिए घातक बन जाती है। ऎसी […]

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इतिहास के पन्नों से

मेवाड़ के महाराणा और उनकी गौरव गाथा : लेखकीय निवेदन

लेखकीय निवेदन जब हम चित्तौड़गढ़ की बात करते हैं तो मन में अपने आप ही एक गौरवपूर्ण, सुखदायी और रोमांचकारी अनुभूति होती है ।चित्तौड़ मेवाड़ की राजधानी थी। चित्तौड़गढ़ एक ऐसा ऐतिहासिक दुर्ग है जिस पर प्रत्येक राष्ट्रवादी को गर्व और गौरव की अनुभूति होना स्वाभाविक है। इस किले ने कई प्रकार के उत्थान- पतन की कहानियों […]

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