Categories
देश विदेश

अफ़गानिस्तान के साथ भारत के संबंध और तालिबान

अफ़गानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद भारत ने काबुल में अपना दूतावास फिर से खोल दिया है। भारत ने अब तक केवल तालिबान को अलग-थलग करने पर ध्यान केंद्रित किया है। हालाँकि, एक सीमा के बाद, यह विकल्प कम लाभ देगा, क्योंकि कई अन्य देश अब तालिबान से जुड़ना शुरू कर रहे हैं और […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख समाज

महिला सशक्तिकरण की दौड़ जीतती भारतीय रेलवे

कैबिनेट द्वारा स्वीकृत नियुक्तियों के नवीनतम दौर के साथ पहली बार रेलवे बोर्ड में महिलाएँ ड्राइवर की सीट पर हैं। कांच की छत को तोड़ते हुए, रेलवे बोर्ड का नेतृत्व पहले से ही एक महिला द्वारा किया जा रहा है, अब संचालन और व्यवसाय विकास के प्रभारी एक महिला सदस्य हैं और उसी रैंक की […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख समाज

घटती बेटियां : कोख में ही छीन रहें साँसें, फिर संकट में हरियाणा की ‘सुकन्या समृद्धि’

हरियाणा में 2024 में लिंगानुपात आठ साल के सबसे निचले स्तर पर पहुँच गया है। हरियाणा में जन्म के समय लिंगानुपात 2024 में गिरकर 910 हो गया है, जो 2016 के बाद सबसे कम है, जब यह अनुपात 900 था। राज्य ने कभी भी डब्ल्यूएचओ द्वारा अनुशंसित आदर्श लिंगानुपात 950 को हासिल नहीं किया है। […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख मुद्दा राजनीति

कितना सही है राष्ट्रगान पर विवाद खड़ा करना

तमिलनाडु राज्यपाल आर.एन. रवि के तमिलनाडु विधानसभा से अपना पारंपरिक सम्बोधन दिए बिना चले गए। राज्यपाल का प्रस्थान उनके निर्धारित सम्बोधन से पहले राष्ट्रगान नहीं बजाए जाने के विरोध में था, जिसे वे आवश्यक मानते थे। तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि ने विधानसभा में साल के पहले सत्र का उद्घाटन भाषण दिए बिना ही सदन […]

Categories
अन्य विविधा

सुधार के बावजूद संकटों से घिरा भारतीय विमानन क्षेत्र

भारतीय विमानन क्षेत्र, जो वैश्विक स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा क्षेत्र है, आर्थिक विकास और कनेक्टिविटी में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के तहत एक मज़बूत नियामक ढांचे के बावजूद, कोझीकोड (2020) में एयर इंडिया एक्सप्रेस दुर्घटना जैसी बार-बार होने वाली घटनाएँ विमानन सुरक्षा में प्रणालीगत चुनौतियों को उजागर करती हैं। अंतर्राष्ट्रीय मानकों […]

Categories
कविता

आशा है नव साल की, सुखद बने पहचान

खिली-खिली हो जिंदगी, महक उठे अरमान। आशा है नव साल की, सुखद बने पहचान॥ दर्द दुखों का अंत हो, विपदाएँ हो दूर। कोई भी न हो कहीं, रोने को मजबूर॥ छेड़ रही है प्यार की, मीठी-मीठी तान। नए साल के पँख पर, ख़ुशबू भरे उड़ान॥ बीत गया ये साल तो, देकर सुख-दुःख मीत। क्या पता? […]

Categories
कविता

नए साल का सूर्योदय, खुशियों के लिए उजाले हो

पल-पल खेल निराले हो, आँखों में सपने पाले हो। नए साल का सूर्योदय यह, खुशियों के लिए उजाले हो॥ मानवता का संदेश फैलाते, मस्जिद और शिवाले हो। नीर प्रेम का भरा हो सब में, ऐसे सब के प्याले हो॥ होली जैसे रंग हो बिखरे, दीपों की बारात सजी हो, अंधियारे का नाम ना हो, सबके […]

Categories
विविधा समाज

नया साल सिर्फ़ जश्न नहीं, आत्म-परीक्षण और सुधार का अवसर भी

31 दिसम्बर की आधी रात को हम 2024 को अलविदा कह देंगे और कैलेंडर 1 जनवरी यानी 2025 के नए साल के दिन के लिए अपना नया पन्ना खोलेगा। उतार-चढ़ाव, मजेदार पल और कुछ ख़ास नहीं-यह सब अब अतीत की बात हो जायेंगे। हम एक नए साल के मुहाने पर खड़े हैं, जो हमारे सामने […]

Categories
मुद्दा समाज

फुटपाथों और सड़कों पर अतिक्रमण, चलना हुआ मुश्किल

आजकल हम देखते हैं कि बड़ी संख्या में स्ट्रीट वेंडर्स ने व्यस्त बाज़ार के पास नो-वेंडिंग ज़ोन में स्टॉल लगा रखे हैं। इनके लिए नो-वेंडिंग ज़ोन की स्थापना सुचारू यातायात प्रवाह सुनिश्चित करने और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए की जा सकती है। हालाँकि, इनमें से कई विक्रेता अपने परिवार, जिसमें बुज़ुर्ग माता-पिता और […]

Categories
राजनीति

संसद के कलुषित परिवेश का जिम्मेवार कौन?

संसद में शोर-शराबा, वेल में जाकर नारेबाज़ी करना, एक-दूसरे पर निजी कटाक्ष करना यहां तक कि कई बार हाथापाई पर उतारू हो जाना आज संसद की आम तस्वीर है। आखिर सियासी पार्टियों और सांसदों का बर्ताव इतना अराजक क्यों हो गया है? क्या आज पार्टियों के निहित स्वार्थों ने संसद को मज़ाक बनाकर रख दिया […]

Exit mobile version