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आर्थिकी/व्यापार

भारत के अमृत काल का प्रथम बजट विकसित राष्ट्र की आधारशिला रखने वाला बजट

भारत का अमृत काल प्रारम्भ हो चुका है और वर्ष 2047 में भारत अपनी स्वाधीनता के 100 वर्ष पूरे कर रहा होगा। उस समय तक भारत को विश्व के मानचित्र पर एक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करने की प्रेरणा देश के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारतीय नागरिकों को दी है। […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

भारत में अहिंसा की आधुनिक अवधारणा और हिंदू समाज

अहिंसा और हिन्दू मुस्लिम नेताओं तथा भारतीय मुसलमानों को खुश करने के लिए गाँधी जी ने मोतीलाल नेहरु के सुझाव पर कांग्रेस की ओर से खिलाफत आन्दोलन के समर्थन की घोषणा की। श्री विपिन चन्द्र पाल, डा. एनी बेसेंट, सी. ऍफ़ अन्द्रूज आदि नेताओं ने कांग्रेस की बैठक में खिलाफत के समर्थन का विरोध किया,किन्तु […]

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समाज

आधुनिक देश में रूढ़िवादी रीति-रिवाज आखिर कब तक?

डॉली गड़िया बागेश्वर, उत्तराखंड “हम 10वीं कक्षा के छात्र हैं, हमारा गांव पहाड़ी राज्य उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के कपकोट प्रखंड के अंतर्गत आता है, इसका नाम पोथिंग है. यह गांव बागेश्वर जिले से 20 किमी की दूरी पर स्थित है. आज भी गांव में किशोरी लड़कियां और महिलाएं के साथ रूढ़िवादी प्रथा जारी है. […]

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देश विदेश

राम मंदिर निर्माण में नेपाल का सहयोग और भारत नेपाल संबंध

अशोक मधुप अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर के मुख्य गर्भगृह में नेपाल की पवित्र नदी काली गण्डकी में मिली शिलाओं से भगवान राम की बाल स्वरूप और माता सीता की मूर्तियों का निर्माण किया जाएगा। इन शिलाओं से मूर्ति बनने में नौ माह का समय लगेगा। चीन या अन्य कोई देश कितनी भी कोशिश करे, […]

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विश्वगुरू के रूप में भारत संपादकीय

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के आंकड़े और भारत की अर्थव्यवस्था

भारत अपनी जीवंतता का परिचय देते हुए निरंतर ऊंचाई की ओर अग्रसर है। कई क्षेत्रों में इस समय भारत विश्वगुरु के अपने दायित्व का निर्वाह करता हुआ दिखाई दे रहा है। राजनीतिक क्षेत्र में जहां भारत की शक्ति को संसार के बड़े से बड़े देश ने पहचाना है, वहीं अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष भी भारत को […]

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इतिहास के पन्नों से

कहानी महान हिंदू सम्राट हर्षवर्धन की

​चीन से रिश्ता जोड़ा, कुंभ मेला से भी कनेक्‍शन… दीपक वर्मा हर 12 साल पर लगने वाला कुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा मेला है। माना जाता है कि कुंभ मेला का इतिहास करीब 2,000 साल पुराना है। चीनी यात्री ह्वेनसांग के यात्रा विवरणों में कुंभ मेला का जिक्र मिलता है। ह्वेनसांग 629 में भारत […]

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इतिहास के पन्नों से

रामायण का अर्थ राम का यात्रा पथ

आदिकवि वाल्मीकि कृत रामायण न केवल इस अर्थ में अद्वितीय है कि यह देश-विदेश की अनेक भाषाओं के साहित्य की विभिन्न विधाओं में विरचित तीन सौ से भी अधिक मौलिक रचनाओं का उपजीव्य है, प्रत्युत इस संदर्भ में भी कि इसने भारत के अतिरिक्त अनेक देशों के नाट्य, संगीत, मूर्ति तथा चित्र कलाओं को प्रभावित […]

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इतिहास के पन्नों से

गौतम बुद्ध और बौद्ध धर्म =एक विस्तृत अध्ययन*

Dr DK Garg Note -यह आलेख महात्मा बुद्ध के प्रारम्भिक उपदेशों पर आधारित है। ।और विभिन्न विद्वानों के विचार उपरांत है। ये 10भाग में है। इसको पढ़कर वे पाठक विस्मय का अनुभव कर सकते हैं जिन्होंने केवल परवर्ती बौद्ध मतानुयायी लेखकों की रचनाओं पर आधारित बौद्ध मत के विवरण को पढ़ा है । कृपया अपने […]

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देश विदेश

बी0बी0सी0 डॉक्यूमेंट्री के पीछे का सच

अवधेश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी बीबीसी की डॉक्युमेंट्री देखने और दिखाने पर उतारू लोग क्या पाना चाहते हैं, समझ से परे है। असल सवाल यह है कि ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ में जो दिखाया गया है, क्या उसका कोई अच्छा मकसद हो सकता है? गुजरात दंगों को 20 वर्ष हो गए। भारत का […]

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विशेष संपादकीय

आर्थिक कठिनाइयों से जूझ रही मप्र की लाखों महिला कर्मचारी

पूजा यादव भोपाल, मप्र मध्य प्रदेश में 85 हजार आशा, उषा और इनके कामों में सहयोग करने और निगरानी करने वाली आशा पर्यवेक्षक हैं, जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित स्वास्थ्य योजनाओं में काम करती हैं, लेकिन न तो इन्हें स्थायी कर्मचारी का दर्जा प्राप्त है और न ही […]

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