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महत्वपूर्ण लेख

संघ का गुर्गा कुमार विश्वास संघ के खिलाफ भोका क्यों ?*

हिन्दू एक्टिविस्ट कुमार विश्वासों का विरोध करने से इसलिए डरते हैं ================== आचार्य श्री विष्णुगुप्त कुमार विश्वास ने आरएसएस के लोगों को अनपढ़ कहा है, बेवकूफ कहा है वह भी अप्रत्यक्ष तौर नहीं बल्कि प्रत्यक्ष तौर पर। आखिर कुमार विश्वास जैसे चव्वनी छाप कवि और नेता संघ जैसे विशाल और शक्ति शाली संगठन पर इस […]

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महत्वपूर्ण लेख

ब्राम्हण सम्मेलन से बाम्हणों की शक्ति घटेगी* *हिन्दुत्व व राष्ट की चिंता करने से ही ब्राम्हण प्रणाम के पात्र रहेंगे*

================= आचार्य श्री विष्णुगुप्त दिल्ली की सड़कों पर ब्राम्हण सम्मेलन का बोर्ड चर्चा में है। ब्राम्हण सम्मेलन में शामिल होने वाले राजनेताओं में सांसद मनोज तिवारी, घनश्याम तिवाडी, अरविन्द्र शर्मा और केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चैबे जैसे हैं। ये सभी भाजपा के हैं, इन सभी को वोट देने वाले सिर्फ ब्राम्हण ही नहीं होगें पर इनकी […]

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धर्म-अध्यात्म

शिव आख्यान* भाग 6

डॉ डी के गर्ग भाग- 6 ये लेख दस भाग में है , पूरे विषय को सामने लाने का प्रयास किया है। आप अपनी प्रतिक्रिया दे और और अपने विचार से भी अवगत कराये शिवलिंग कथा लोककथाः– इस संदर्भ मे एक पौराणिक लोक कथा है कि एक समय महाराजा शिव नग्न होकर ऋृषि पत्नी के […]

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आज का चिंतन

वैशेषिक और उनके प्रणेता गौतम तथा कणाद

सांख्य की भाँति न्याय और वैशेषिक दर्शनों की भी परम्पराएँ बौद्धकाल से पहले ही विकसित हो चुकी थीं। इस बात के प्रचुर प्रमाण मिलते हैं। पूर्वोल्लिखित ‘वाकोवाक्य’ एवं ‘आन्वीक्षिकी’ इस बात के साक्ष्य हैं। इन दर्शनों का प्रादुर्भाव तत्त्व की खोज में उठनेवाले तर्क-वितर्क के फलस्वरूप हुआ। साथ ही विरोधी पक्षों द्वारा प्रस्तुत युक्तियों तथा […]

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आज का चिंतन

पूर्व और उत्तर मीमांसा तथा उनके प्रणेता जैमिनि और बादरायण व्यास

षड्दर्शनों में, अन्तिम दो को ‘मीमांसा’ के नाम से पुकारा गया है। इसका अभिप्राय केवल यही है कि इनका प्रादुर्भाव मूलतः वेदार्थ- विचार एवं धर्मतत्त्व-विवेचन के हेतु ही हुआ था । ‘पूर्व मीमांसा’ के उद्गाता जैमिनि और ‘उत्तर मीमांसा’ के महर्षि बादरायण व्यास माने गए हैं। ये दोनों महापुरुष कदाचित् समकालीन ही रहे होंगे। कारण, […]

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इतिहास के पन्नों से

महमूद गजनवी को कश्मीर से जान बचाकर क्यों भागना पड़ा?

अभिनय आकाश ये तो आप सभी जानते हैं कि भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था। जिसके पास इतना सोना, इतनी चांदी और समृद्धि थी कि हमेशा ये आकर्षण का केंद्र बना रहा। ऐसा कि व्यापारी और आक्रांता दोनों ही यहां आकर धन-दौलत का फायदा उठाना चाहते थे। इतिहास हमेशा जरूरी नहीं कि हमें […]

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देश विदेश

रूस यूक्रेन युद्ध में दोनों देशों को कितना हुआ नुकसान

गौतम मोरारका रूस-यूक्रेन युद्ध को एक साल पूरा हो गया है। इस युद्ध ने दोनों देशों को बड़ा नुकसान पहुँचाया है। दोनों देशों के लगभग डेढ़ लाख सैनिक मारे गये हैं, यूक्रेन में बमबारी से हजारों इमारतें और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान जमींदोज हो चुके हैं, हजारों लोग मारे गये हैं, लाखों लोग यूक्रेन छोड़कर अन्य देशों […]

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इतिहास के पन्नों से

मेवाड़ के महाराणा और उनकी गौरव गाथा अध्याय – 20 ( ख ) महाराणा प्रताप का राज्याभिषेक

इस स्थिति की जानकारी जब महाराणा प्रताप के शुभचिंतक सरदारों को हुई तो उनमें परस्पर चर्चा होने लगी कि जगमाल का यहां उपस्थित न होने का कारण क्या है? महाराणा प्रताप के शुभचिंतक सरदारों और सामंतों को जब वास्तविकता का बोध हुआ तो उन्हें महाराणा उदय सिंह द्वारा लिए गए निर्णय अत्यंत आश्चर्य हुआ। सबने […]

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धर्म-अध्यात्म

शिव आख्यान* भाग 5

डॉ डी के गर्ग भाग- 5 ये लेख दस भाग में है , पूरे विषय को सामने लाने का प्रयास किया है। आप अपनी प्रतिक्रिया दे और और अपने विचार से भी अवगत कराये कुछ अलंकारिक शब्दावली कुछ विशेष शब्दों का साहित्यिक भावार्थ : शिव:–शिव नाम परमात्मा का है(शिवु कल्याणे) इस धातु से ‘शिव’ शब्द […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

वारिस पंजाब दे संगठन यदि मजबूत हुआ तो पंजाब और देश के लिए बड़ा खतरा बन जायेगा

राकेश सैन गुरुवार 23 फरवरी को पंजाब के अजनाला कस्बे में थाने पर खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के जत्थेदार अमृतपाल सिंह के हजारों हथियारबन्द समर्थकों ने कब्जा कर लिया और अपने साथी लवप्रीत सिंह तूफान को मुक्त करवाने के लिए पुलिस को झुकाने में सफल हो गए। पूरा घटनाक्रम कानून व्यवस्था के साथ-साथ […]

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