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विविधा

स्किनर रेजीमेंट’ गुलामी की निशानी है ,थल सेना में*।

आर्य सागर खारी 🖋️ हमारा देश गणतंत्र आज गुलामी की निशानियां से मुक्त हो रहा है। 15 अगस्त 2022 को लाल किले की प्राचीर पर माननीय मोदी जी ने जो पांच संकल्प लिए थे उनमें एक संकल्प देश को गुलामी की निशानी से मुक्त करना भी था उसी संकल्प को पूर्ण करने की राह में […]

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आज का चिंतन धर्म-अध्यात्म

महर्षि दयानंद कृत सत्यार्थ प्रकाश और पंचकोश की अवधारणा

सत्यार्थ प्रकाश के नवम समुल्लास में महर्षि दयानंद ने लिखा है कि सत पुरुषों के संग से विवेक अर्थात सत्य सत्य धर्म- अधर्म कर्तव्य -अकर्तव्य का निश्चय अवश्य करें,पृथक पृथक जानें । जीव पंचकोश का विवेचन करें। पृथम कोष जो पृथ्वी से लेकर अस्थिपर्यंत का समुदाय पृथ्वीमय है उसको अन्नमय कोष कहते हैं ।”प्राण” अर्थात […]

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इतिहास के पन्नों से

गौतम बुद्ध और बौद्ध धर्म =एक विस्तृत अध्ययन* पार्ट 4

Dr DK Garg Note -यह आलेख महात्मा बुद्ध के प्रारम्भिक उपदेशों पर आधारित है। ।और विभिन्न विद्वानों के विचार उपरांत है। ये 9 भाग में है। इसको पढ़कर वे पाठक विस्मय का अनुभव कर सकते हैं जिन्होंने केवल परवर्ती बौद्ध मतानुयायी लेखकों की रचनाओं पर आधारित बौद्ध मत के विवरण को पढ़ा है । कृपया […]

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इतिहास के पन्नों से

मेगास्थनीज उद्धृत कालक्रम

मेगास्थनीज उद्धृत कालक्रम सिकन्दर के समकालीन तथा कुछ बाद के ग्रीक लेखकों ने भारत विषय में कुछ लिखा था जिसमें मेगास्थनीज को उद्धृत किया गया था। उन उद्धरणों का संकलन कर जर्मनी के श्वानबेक ने १८४६ ई. में मेगास्थनीज की इण्डिका लिखी। इसमें भारतीय गणना के अनुसार २ प्राचीन घटनाओं का काल दिया है- (१) […]

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इतिहास के पन्नों से

बाबा माधवदास की वेदना और ईसाई मिशनरियां…

कई वर्ष पहले दूर दक्षिण भारत से बाबा माधवदास नामक एक संन्यासी दिल्ली में ‘वॉयस ऑफ इंडिया’ प्रकाशन के कार्यालय पहुँचे। उन्होंने सीताराम गोयल की कोई पुस्तक पढ़ी थी, जिसके बाद उन्हें खोजते-खोजते वह आए थे। मिलते ही उन्होंने सीताराम जी के सामने एक छोटी सी पुस्तिका रख दी। यह सरकार द्वारा 1956 में बनी […]

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आज का चिंतन

क्या वेदों में सती प्रथा का विधान है?

#डॉविवेकआर्य 1875 में स्वामी दयानंद ने पूना में दिए गए अपने प्रवचन में स्पष्ट घोषणा की – “सती होने के लिए वेद की आज्ञा नहीं है” सायण ने अथर्ववेद 19/3/1 के मंत्र में सती प्रथा दर्शाने का प्रयास किया है – यह नारी अनादी शिष्टाचार सिद्ध, स्मृति पुराण आदि में प्रसिद्द सहमरण रूप धर्म का […]

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विविधा

गोखरू से वेल्क्रो का आविष्कार, रचना या रचयेता महान*

आर्य सागर खारी🖋️ शुष्क रेतीले मरुस्थलीय वातावरण में पाए जाने वाले गोखरू के पौधे से कौन परिचित नहीं होगा जिसके कांटेदार बीज पत्र या फल को भी गोखरू ही कहा जाता है। अंग्रेजी में उसे बर कहते हैं। यूं तो गोखरू फल फूल जड़ पत्ती सहित आयुर्वेद की दिव्य रामबाण औषधि है विशेषकर मधुमेह के […]

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इतिहास के पन्नों से

मेवाड़ के महाराणा और उनकी गौरव गाथा अध्याय – 5( क ) रानी पद्मिनी का बलिदान

रानी पद्मिनी का बलिदान मेवाड़ की वीर भूमि की महानता इसके बलिदानों में छिपी है। यहां के कण-कण में हमारे महान योद्धाओं का बलिदान बोलता है। उनके रक्त से रंगी यह वीर भूमि आज भी हमारे भीतर रोमांच पैदा करने की सामर्थ्य रखती है। 700 वर्ष से अधिक समय व्यतीत हो जाने के उपरांत भी […]

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इतिहास के पन्नों से

गौतम बुद्ध और बौद्ध धर्म =एक विस्तृत अध्ययन* पार्ट 3

Dr DK Garg Note -यह आलेख महात्मा बुद्ध के प्रारम्भिक उपदेशों पर आधारित है। ।और विभिन्न विद्वानों के विचार उपरांत है। ये 11 भाग में है। इसको पढ़कर वे पाठक विस्मय का अनुभव कर सकते हैं जिन्होंने केवल परवर्ती बौद्ध मतानुयायी लेखकों की रचनाओं पर आधारित बौद्ध मत के विवरण को पढ़ा है । कृपया […]

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इतिहास के पन्नों से

दुनिया जीतने वाला सिकंदर भी खाली हाथ हुआ दुनिया से विदा!

पीछे छोड़ गया मौत का रहस्य अशोक उपाध्याय दुनिया पर राज करने वाले शहंशाहों के पराक्रम और शौर्य गाथा से जुड़े किस्से और कहानी तो आपने इतिहास की किताबों में पढ़े होंगे। लेकिन आपको पता है दुनिया को जीतने वाले अधिकांश विजेताओं की मौत अपने आप में एक बड़ा रहस्य है। उन्हीं रहस्यों में से […]

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