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पर्व – त्यौहार

रिश्तों के मीठे बंधनों और प्यार के धागों का पर्व

-ललित गर्ग – रक्षाबंधन एक खूबसूरत त्यौहार है जो प्यार, विश्वास, अपनापन एवं सुरक्षा का प्रतीक है यानी प्यार के धागों एवं मानवीय संवेदनाओं का पर्व। एक ऐसा पर्व जो घर-घर मानवीय रिश्तों में नवीन ऊर्जा का संचार करता है। बहनों में उमंग और उत्साह को संचरित करता है, वे अपने प्यारे भाइयों के हाथ […]

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पर्व – त्यौहार

श्रावणी और रक्षाबंधन मनाया जाता था कभी श्रावणी उपाकर्म के नाम से : स्वामी विवेकानंद परिव्राजक

. “श्रावणी और रक्षाबंधन, आज देश भर में यह पर्व बड़े उल्लास के साथ मनाया जा रहा है।” “वास्तव में आज का मुख्य पर्व ‘श्रावणी उपाकर्म’ है। इसका अर्थ है, वेदों के विशेष स्वाध्याय अध्ययन का पर्व।” आज श्रावण मास की पूर्णिमा है, इसलिए श्रावणी कहलाती है। उपाकर्म का अर्थ होता है आरंभ करना। प्राचीन […]

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इतिहास के पन्नों से

देश के महान क्रांतिकारी मदनलाल ढींगरा

  अमृता गोस्वामी लंदन में मदनलाल की मुलाकात महान राष्ट्रवादी विनायक दामोदर सावरकर एवं श्यामजी कृष्ण वर्मा से हुई और लंदन में वह इंडिया हाउस में रहने लगे जो तब भारतीय विद्यार्थियों के राजनैतिक क्रियाकलापों का केन्द्र हुआ करता था। समस्त भारतवर्ष आज आजादी का 75 वां अमृत महोत्सव मना रहा है, जो याद दिलाता […]

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उगता भारत न्यूज़

असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर केंद्रीय मंत्री शोभा कारनदलाजे का पलटवार

अफगानिस्तान पर तालिबान द्वारा कब्जा किए जाने का असर भारतीय राजनीति पर भी देखने को मिल रहा है। भारत सरकार द्वारा अफगानिस्तान की महिलाओं और बच्चों के प्रति चिंता जताने पर एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी  ने मोदी सरकार पर निशाना साधा तो इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री शोभा कारनदलाजे ने ओवैसी पर पलटवार किया। […]

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कविता

मां है शब्दातीत

मां है शब्दातीत संजय पंकज दुनिया भागमभाग है, दुनिया एक तनाव। दुनिया में ही माँ मिली,दुनिया भर की छाँव।। बिंब विशेषण व्यंजना, उपमाएँ लाचार। शब्द अकेला माँ बहुत, क्या कोई दरकार? गिरि जंगल सागर सड़क, सबका है सीमांत। माँ तो जैसे जल-पवन, भीड़ लिए एकांत।। एक देह में सिलसिला,देह देह बस देह। देहों के माँ […]

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पुस्तक समीक्षा

पुस्तक समीक्षा :  सपनाज ड्रीम्स इन डेजर्ट- ‘एक पाती’

सपनाज ड्रीम्स इन डेजर्ट- ‘एक पाती’ – नामक यह पुस्तक नीलम ‘सपना’ शर्मा द्वारा लिखी गई उनकी चौथी पुस्तक है । पुस्तक के कवर पेज से ही यह स्पष्ट हो जाता है कि यह एक यात्रा वृतांत है, जिसे पाठकों के लिए बड़ी योग्यता से लेखिका ने प्रस्तुति देने में सफलता प्राप्त की है। वास्तव […]

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इतिहास के पन्नों से

पुराने ग्रीक लेखकों का भारत वर्णन

१. सोने की खुदाई करने वाली चींटियां ग्रीक हेरोडोटस (४८४-४२५ ईपू) ने अपने इतिहास खण्ड ३ में एक अध्याय में केवल भारत की उन चींटियों का वर्णन है जिनसे सोने की खुदायी कर भारत धनी हो गया था। यह पारसी राज्य के पूर्व भाग के भारतीय क्षेत्रों में था। यह मरुभूमि क्षेत्र था जहां की […]

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आज का चिंतन

“मनुष्य जीवन की चहुंमुखी उन्नति विद्या की वृद्धि से ही सम्भव है”

ओ३म् ========= मनुष्य के जीवन के दो यथार्थ हैं, पहला कि उसका जन्म हुआ है और दूसरा कि उसकी मृत्यु अवश्य होगी। मनुष्य को जन्म कौन देता है? इसका सरल उत्तर यह है कि माता-पिता मनुष्य को जन्म देते हैं। यह उत्तर सत्य है परन्तु अपूर्ण भी है। माता-पिता तभी जन्म देते हैं जबकि ईश्वर […]

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कहानी

जीवन राग —————– नाचती हवाओं का संगीत

संजय पंकज   चिड़ियों की चहक से नींद खुली तो आंखों को मलते हुए अपने छोटे से बगीचे में आ गया। अभी सूरज निकला नहीं था, पूरब का आसमान लाल भी नहीं हुआ था, कुछ तारे टिमटिमा रहे थे तब भी दिशाओं में धुंध उजाला फैल गया था, सामने का सब कुछ साफ-साफ दिखने लगा […]

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आज का चिंतन

————– कहु सीता बिधि भा प्रतिकूला

विमल कुमार परिमल भारतीय संस्कृति की निर्माण-प्रक्रिया में रामकथा की लोकप्रियता और जनस्वीकार्यता एक महत्वपूर्ण अवयव है. इसी तरह रामकथा के विकास में सीता की अहम भूमिका है. सर्वोत्तम गुण सम्पन्न नारी के पर्याय के रूप में सीता का नाम आता है. यह अलग बात है कि लोकप्रचलित रामकथा में राम का नायकत्व अधिक प्रभावी […]

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