दिन में पैसे, रात में दारू’ गाजीपुर सीमा पर प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते राकेश टिकैत (फोटो साभार: PTI) जिस तरह नागरिकता संशोधक कानून के विरोध में हुए शाहीन बाग़ों से पैसे, बिरयानी और शानदार नाश्ता के समाचार आ रहे थे, उसी तरह कुछ खबरें ऐसी सामने आई हैं जिससे पता चलता है कि दिल्ली की […]
महीना: जनवरी 2021
अजय कुमार सवालों से किसान नेता इसलिए नहीं बच सकते, क्योंकि वे अपने समर्थकों को इसके लिए खुद ही उकसा रहे थे कि दिल्ली पुलिस की ओर से तय शर्तों की परवाह न की जाए। वे इससे भी लगातार आंखें मूंदे रहे कि आंदोलन में किस तरह खालिस्तानी तत्व सक्रिय होते जा रहे हैं। देश […]
यह अच्छी बात है कि जिन लोगों ने देश के साथ गद्दारी करते हुए 26 जनवरी को दिल्ली के लाल किले पर जाकर झंडारोहण किया या जिन लोगों ने ऐसी गतिविधियों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अपना समर्थन दिया उन्हें लोग अब लताड़ रहे हैं और उन्हें देशद्रोही कह कर पुकार रहे हैं । […]
————————————————— २०१९ के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक क्रांतिकारी परिवर्तन हुवा। २ सांसद ३ विधायक व १० प्रतिशत वोट पाने वाली भाजपा के १८ संसद सदस्य चुने गए व १० प्रतिशत वोट पाने वाली भाजपा ४० प्रतिशत वोट पाने वाली राजनैतिक पार्टी बनगयी। भाजपा की इस सफलता का कारण राजनीति के […]
यदि कुछ धार्मिक, पूजनीय, एतिहासिक ग्रंथों को छोड़ दिया जाये तो बहुत कम पुस्तकों के विषय मे यह कहा जा सकता है की यहपुस्तक व इसके लेखक एक दूजे के पर्याय है। या, यह कहा जा सकता है की यदि पुस्तक को इस लेखक ने नहीं लिखा होता तो कोई अन्य लेखक इस पुस्तक […]
पूरे विश्व में फैली कोरोना महामारी के चलते सभी देशों में तुलनात्मक रूप से राजस्व संग्रहण में बहुत कमी आई है। भारत में भी यही स्थिति देखने में आई है और करों की वसूली एवं अन्य स्त्रोतों से आय वित्तीय वर्ष 2020-21 में वर्ष 2019-20 की तुलना में बहुत कम रही है। हालांकि कोरोना महामारी […]
मां का हमारे जीवन में अमूल्य योगदान है । संसार के जितने भर भी महापुरुष हुए हैं उनके निर्माण में सबसे बड़ा योगदान मां का रहा है। जो महापुरुष युगधारा को परिवर्तित करते हैं और इतिहास को मोड़ने की क्षमता रखते हैं उन सबके निर्माण में मां का विशेष योगदान रहा है । इस प्रकार […]
लेखक:- प्रो.लल्लन प्रसाद भारतीय जीवन दर्शन में पृथ्वी को मां की संज्ञा दी गयी है। रत्नगर्भा, वसुन्धरा ही जल, वायु, जीवन की पोषक है, पेड़, पौधे जंगल, पहाड़, फल, फूल, पशु-पक्षी, धन-धान्य की जननी है, हम सबकी मां है, कौटिल्य अर्थशास्त्र में मनुष्यों से युक्त भूमि को अर्थ कहा गया है। भूमि को प्राप्त करने […]
वयं तुभ्यं बलिहृत: स्याम(अथर्ववेद 12/1/62) हम सब मातृभूमि के लिए बलिदान देने वाले हों। अधि श्रियो दधिरे पृश्निमातर: ( ऋ. 1/85/2)* पृथ्वी को माता मानने वाले देशभक्त सम्मान को अपने अधिकार में रखते है । उग्रा हि पृश्निमातर:( ऋ.1/23/10) (पृश्निमातर:) देशभक्त (हि) सचमुच (उग्रा:) तेजस्वी होते है। यस्मान्नानयत् परमस्ति भुतम् (अथर्ववेद 10/7/31) स्वराज्य से बढ़कर […]
#डॉ_विवेक_आर्य आज पंजाब नेशनल बैंक देश के प्रमुख बैंकों में से एक है। PNB की स्थापना प्रसिद्द आर्यसमाजी नेता एवं शेरे-पंजाब लाला लाजपत राय द्वारा 19 अप्रैल1895 को लाहौर के प्रसिद्द अनारकली बाजार में हुई थी। इस बैंक की स्थापना करने वालों में लाला हरकिशन लाल (पंजाब के प्रथम उद्योगपति), दयाल सिंह मजीठिया (ट्रिब्यून अख़बार […]