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आर्थिकी/व्यापार

वित्तमंत्री सीतारमण द्वारा खींची गई खर्चा बढ़ाने वाली राह

आशीष कुमार ​​इस लिहाज से अगले वित्त वर्ष यानी 2021-22 में जीडीपी में 11 फीसदी की विकास दर देखने को मिल सकती है। हालांकि यह अनुमानित विकास दर माइनस 7.7 फीसदी के काफी निचले बेसमार्क पर आधारित है, फिर भी एक साल के लिए यह काफी ऊंची छलांग मानी जाएगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा […]

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कहानी धर्म-अध्यात्म भारतीय संस्कृति

क्या है धन की गति?

(दार्शनिक विचार) #डॉ_विवेक_आर्य मैंने अपने जीवन में 10 वर्ष विभिन्न सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में काम किया है। इस कार्य को करते हुए मुझे अनेक अच्छे-बुरे अनुभव हुए। सबसे अधिक बुरा तब लगता था जब मैं किसी जवान युवक-युवती को नशे के कारण अस्पताल में भर्ती होते हुए देखता था। इनमें से अनेक समृद्ध […]

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महत्वपूर्ण लेख समाज

सब कुछ करने का माद्दा रखती है महिला शक्ति

निर्मल रानी वैसे तो हमारे पौराणिक शास्त्रों में जिस तरह अनेक देवियों,उनके जीवन,उनके कार्यकलापों,अदम्य साहस तथा उनके वैभव का उल्लेख किया जाता उससे तो यही प्रतीत होता है कि महिलायें हमेशा से ही निर्भीक,निडर,साहसी तथा पुरुषों की ही तरह सब कुछ कर गुजरने की क्षमता रखने वाली रही हैं। अन्यथा आज उन देवियों की पूजा […]

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महत्वपूर्ण लेख

अनिश्चितता के दौर में प्रवेश कर चुका किसान आंदोलन

अरुण कुमार त्रिपाठी गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में हिंसा और तोड़फोड़ किए जाने और लाल किले पर धार्मिक ध्वज फहराए जाने के बाद आजाद भारत के सबसे बड़े किसान आंदोलन की साख को शर्मनाक धक्का लगा है। यही वजह है कि जहां सरकार आंदोलन पर हमलावर हुई है वहीं […]

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देश विदेश

एक बार भारत की सर्जिकल स्ट्राइक झेल चुका पाकिस्तान यूएन में कह रहा है : भारत कर सकता है -फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन

इस्लामाबाद। पाकिस्तान को अब रात में सोते हुए भी भारत के गरजते हुए फाइटर विमान सपने में दिखाई देते हैं । पड़ोसी देश ने 1947 के बाद से अब तक जितना भारत को परेशान किया है उसके पाप कर्म अब उसे सोने नहीं दे रहे हैं। यही कारण है कि वह अब विश्व मंचों पर […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

मजहब ही तो सिखाता है आपस में बैर रखना : लेखकीय निवेदन

मजहब को कुछ लोगों ने ‘अफीम’ की संज्ञा दी है। इसका कारण है कि मजहब का नशा मानव को मानव बनने ही नहीं देता है। मजहब व्यक्ति को हिन्दू बनाता है, मुसलमान बनाता है, ईसाई बनाता है, सिक्ख बनाता है। और भी बहुत कुछ बनाता है, पर मानव नहीं बनाता। मजहबी दृष्टिकोण से यदि व्यक्ति […]

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इतिहास के पन्नों से स्वर्णिम इतिहास

महाराज यशवंतराव होलकर जिन्होंने अंग्रेजों को नाकों चने चबा दिए थे

एक ऐसा भारतीय शासक जिसने अकेले दम पर ब्रिटिश हुकूमत को नाकों चने चबाने पर मजबूर कर दिया था। इकलौता ऐसा शासक, जिसका खौफ अंग्रेजी सेना में साफ-साफ दिखता था। एकमात्र ऐसा शासक जिसके साथ ब्रिटिश सेनापति हर हाल में बिना शर्त समझौता करने को तैयार थे। एक ऐसा शासक, जिसे अपनों ने ही बार-बार […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

महात्मा कौन? गांधी या स्वामी श्रद्धानंद ?

*अगर स्वामी श्रद्धानंद के हत्यारे अब्दुल राशिद को ~महात्मा~ गांधी अपना भाई कहते हैं, तो स्वामी श्रद्धानंद के समर्थक भी क्यों न गांधी के हत्यारे नाथुराम गोडसे को अपना भाई कहने लग जाएं?_* स्वामी श्रद्धानंद जी , लाला लाजपत राय जी और महात्मा हंसराज इन तीनो आर्य नेताओं ने धर्म परिवर्तन करने वाले हिन्दुओं को […]

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आतंकवाद राजनीति

प्रगतिशील कॉमरेडस की वैज्ञानिक सोच का सच

उनका प्रिय सवाल आपने न सुना हो, ऐसा तो नहीं हो सकता! चाहे आप किसी भी क्षेत्र में प्रगति की बातें कर लें, ये नारेबाज गिरोह का प्रिय सवाल आएगा ही। आप मंगलयान कहेंगे तो वो पूछेंगे, इससे ग़रीब को रोटी मिलेगी क्या? आप शिक्षा के क्षेत्र में नए विषयों को जोड़े जाने की बात […]

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आज का चिंतन

वेद सच्चिदानंदस्वरूप, सर्वज्ञ और सर्व व्यापक परमात्मा से उत्पन्न हुए हैं

ओ३म् =============== सूर्य, चन्द्र, पृथिवी तथा नक्षत्रों आदि से युक्त हमारी यह भौतिक सृष्टि मनुष्योत्पत्ति से बहुत पहले बन चुकी थी। अतः इसे मनुष्यों ने नहीं बनाया यह बात तो स्पष्ट है। मनुष्य एक, दो व करोड़ों मिलकर भी इस सृष्टि व इसके एक ग्रह को भी नहीं बना सकते। यदि ऐसा है तो फिर […]

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