ललित गर्ग महाशक्ति के रूप में स्थापित हो रहा है भारत, मोदी के नेतृत्व में दुनिया से संबंध हुए प्रगाढ़ 2016 में तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा ने भारत का दौरा किया था। इन्हीं संबंधों की नयी इबारत लिखने एवं इन्हें और अधिक मजबूती देने के लिये बोरिस जॉनसन भारत आ रहे हैं। जॉनसन की […]
महीना: दिसम्बर 2020
(21 दिसंबर, 1398 को आज ही के दिन तैमूर ने दिल्ली के कत्लेआम को विराम दिया था) डॉ विवेक आर्य सैफ अली खान और करीना कपूर खान ने अपने बेटे का नाम नवाब तैमूर अली खान पटौदी रखा है। वैसे तो इन दोनों से अपेक्षा रखना बेकार है कि इन्हें यह मालूम होगा कि […]
— आचार्या सुनीति आर्या स्वामी दयानंद के काल में भारत देश में नारी जाति की अवस्था अत्यंत दयनीय थी. एक तरफ तो १००० वर्षो से मुस्लिम अक्रांताओ द्वारा नारी जाति का जो सम्मान बलात्कार,अपहरण,हरम, हत्या, पर्दा, सौतन, जबरन धरमांतरण आदि के रूप में किया गया था वह अत्यंत शोचनीय था. दूसरी तरफ हिन्दू समाज भी […]
कोरोनो वायरस टीकों को लेकर दुनिया भर के मुस्लिम देशों की चिंता बाकि देशों से जरा हटकर हैं क्योंकि जिलेटिन को सड़े हुए पशुओं की खालों, हड्डियों, मवेशियों और सूअरों के टिशुओं को उबाल कर बनाया जाता है। सामान्य भाषा में कहें तो यही पोर्क से बनने वाला जिलेटिन, टीकों में स्टेबलाइजर के रूप में उपयोग किया […]
मनोज ज्वाला भाजपा के हाथों भारत की केन्द्रीय सत्ता से बेदखल हो चुकी कांग्रेस अपनी इस बदहाली के लिए भाजपा के बढते जनाधार से नहीं, बल्कि उसके मातृ-संगठन अर्थात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रति बढती जनस्वीकार्यता से ज्यादा चिन्तित है । लोकसभा के दो-दो चुनावों में लगातार हुई हार से सहमी कांग्रेस के शीर्ष-नेतृत्व का […]
प्रस्तुति – श्रीनिवास आर्य खाने के तुरंत बाद चाय न पिएं बहुत लोगों को नाश्ता या खाने के बाद चाय पीना पसंद होता है। लेकिन इस आदत को जितना जल्दी हो सके बदलिए, क्योंकि इस तरह चाय पीने से सेहत को गंभीर नुकसान होता है। राष्ट्रीय पोषण संस्थान ने भारतीय के खानपान से संबंधित […]
रवि शंकर यह देखना काफी दुखद है कि स्वयं को प्रगतिशील मानने वाला देश में हरेक व्यक्ति मनु यानी कि मनस्मृति के विरोध में खड़ा रहता है। डॉ. अंबेडकर जैसे बुद्धिमान और पढ़े-लिखे माने जाने वाले नेता ने भी मनु स्मृति दहन का कार्यक्रम किया था जो कि उनके अनुयायी आज भी कहीं-कहीं करते […]
ओ३म् ========== महर्षि दयानन्द ने ईश्वर प्रदत्त ज्ञान चार वेदों की भूमिका स्वरूप जिस ग्रन्थ का निर्माण किया है उसका नाम है‘ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका’। इस ग्रन्थ में ऋषि दयानन्द जी ने चार वेदों के मन्त्रों के प्रमाणों से अनेक ज्ञान विज्ञ़़ान से युक्त विषयों को प्रस्तुत किया है। सृष्टि विद्या विषय भी इस ग्रन्थ में सम्मिलित है। […]
गांधी , गांधीवाद और नेहरू डॉ राजेन्द्र प्रसाद जब भारत के पहले राष्ट्रपति बने तो वह वास्तव में उस भारत के प्रतिनिधि थे जिस भारत को स्वतन्त्र कराने के लिए देश ने दीर्घकालिक संघर्ष किया था । वह संविधान सभा के अध्यक्ष भी थे। अपनी ऐश्वर्यपूर्ण जीवन शैली के लिए प्रसिद्ध रहे देश के पहले […]
मनीषा सिंह भारत माता की कोख से एक से बढ़कर एक महान वीर ही नहीं बल्कि कई वीरांगनाओं ने भी जन्म लिया है जिन्होंने भारत माता की रक्षा के लिए अपने सर्वस्व सुखों का त्याग कर अपनी मातृभूमि कि पूरे मनोयोग के साथ रक्षा की। ऐसी महान वीरांगनाओं की श्रेणी में नाम आता है। […]