ग्रेटर नोएडा। (संवाददाता ) ‘उगता भारत’ समाचार पत्र के संपादक डॉ राकेश कुमार आर्य की सुपुत्री आयु0 श्वेता आर्या का पाणिग्रहण संस्कार विगत 26 नवंबर को संपन्न हुआ। इस विवाह समारोह में पूर्णतया सादगी का ध्यान रखा गया । साथ ही इस कोरोना काल में सरकार द्वारा निर्धारित 100 की संख्या से भी कम […]
महीना: नवम्बर 2020
किसान आंदोलन में खालिस्तान समर्थक तत्व (साभार – CBC) केंद्र सरकार द्वारा 3 कृषि सुधार विधेयक कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक 2020, कृषक (सशक्तिकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन-कृषि सेवा पर करार विधेयक 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक 2020 पारित किए जाने के बाद से किसानों का प्रदर्शन जारी है। इन […]
ग्रेनो। (एल0 एस0 तिवारी ) लव जिहाद जैसी महाबीमारी को देश से समूल नष्ट करने के संकल्प के साथ हिंदू महासभा ने बिहार के राज्यपाल फागू चौहान के लिए पत्र लिखा है जिसमें हम से मांग की गई है कि वह बिहार सरकार को इस संबंध में वैसा ही अध्यादेश लाने का निर्देश […]
ग्रेनो । (अजय आर्य) यहां ‘उगता भारत’ के कैलेंडर 2021 का विमोचन कार्य संपन्न हुआ। नरेंद्र मोदी विचार मंच के राष्ट्रीय संयोजक रवि चाणक्य ने विमोचन के इस अवसर पर कहा कि ‘उगता भारत’ समाचार पत्र कैलेंडर के माध्यम से भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा […]
पूनम नेगी (लेखिका स्वतंत्र पत्रकार हैं।) कभी सोचा है कि क्यों रात को एक तय समय पर पलकें झपकने लगती हैं और सुबह एक तय समय पर खुद व खुद हमारी आंखें खुल जाती हैं। हम ही नहीं पशु-पक्षियों और वृक्ष-वनस्पतियों का जीवनक्रम भी एक सुनिश्चित प्राकृतिक लय के अनुरूप ही चलता है। यह […]
राकेश सैन राजनीतिक दल समस्या हल करने की बजाय बयानबाजी करके इसे और उलझाते जा रहे हैं। चूंकि पंजाब में लगभग एक साल बाद विधानसभा चुनावों का बिगुल बज जाना है, इसलिए कोई भी इस आंदोलन का लाभ लेने से पीछे हटने के लिए तैयार दिखाई नहीं दे रहा है। पिछले साल नागरिकता संशोधन […]
मनमोहन कुमार आर्य आज एक आर्य मित्र से प्रातः गंगा स्नान की चर्चा चली तो हमने इस पर उनके साथ विचार किया और हमारे मन में जो जो विचार आये उसे अपने मित्रों से साझा करने का विचार भी आया। हमारी धर्म व संस्कृति संसार के सभी मतों व पन्थों में सबसे प्राचीन व […]
कृपाशंकर सिंह ऋग्वेद मे कुएँ का उल्लेख अनेक ऋचाओं में हुआ है। इससे पता चलता है कि ऋग्वेदिक काल में सिंचाई के साधनों में कुआँ का उपयोग भी होता रहा होगा। इसकी प्रप्ति कई़ ऋचायों मे चरस का नाम आने से भी होती है। सम्भवतः पीने के लिये भी कुएँ के पानी का उपयोग […]
भारत की पावन भूमि पर कई संत-महात्मा अवतरित हुए हैं, जिन्होंने धर्म से विमुख सामान्य मनुष्य में अध्यात्म की चेतना जागृत कर उसका नाता ईश्वरीय मार्ग से जोड़ा है। ऐसे ही एक अलौकिक अवतार गुरु नानकदेव जी हैं। कहा जाता है कि गुरु नानकदेवजी का आगमन ऐसे युग में हुआ जो इस देश के […]
करतार सिंह धीमान (लेखक भारतीय आयुर्वेद अनुसंधान परिषद के महानिदेशक हैं।) आयुर्वेद का सिद्धांत है कि जैसा हम इस प्रकृति में देखते हैं, ठीक वैसा ही हमारे शरीर में भी घटित होता रहता है। बाह्य प्रकृति के साथ हमारे शरीर की पूरी संबंद्धता है। इससे ही मानव प्रकृति का विषय प्रारंभ होता है। जैसे संसार […]