Categories
पर्व – त्यौहार

होली: एक यज्ञीय पर्व

(हरिभूमि समाचार पत्र में होली पर विशेष रूप से प्रकाशित लेख) डॉ विवेक आर्य आज होली पर्व है। होली सांस्कृतिक उत्सव है। इस पर्व का प्राचीन नाम वासन्ती नव सस्येष्टि है अर्थात् वसन्त ऋतु के नये अनाजों से किया हुआ यज्ञ। होली होलक का अपभ्रंश है। तिनके की अग्नि में भुने हुए (अधपके) शमो-धान्य (फली […]

Categories
हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

पंडित लेखराम के जीवन के विषय में कुछ रोचक संस्मरण 6 मार्च पंडित लेखराम जी के बलिदान दिवस के अवसर पर प्रकाशित

#डॉविवेकआर्य पंडित लेखराम के विषय में जितना अधिक में जानता जाता हूँ उतनी ही अधिक उन्हें जानने की मेरी इच्छा बलवती होती जाती हैं। पंडित जी के जीवन कुछ अलभ्य संस्मरण मुझे मिले जिन्हें मैं आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूँ। आचार्य रामदेव जी की पंडित लेखराम जी से प्रथम भेंट उन्हीं दिनों बच्छो वाली […]

Categories
इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

21 फरवरी पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन : कित्तुरू की महान रानी चेन्नम्मा

हर साल कित्तुरु में 22 से 24 अक्टूबर तक कित्तुरु उत्सव लगता है जिसमें उनकी जीत का जश्न मनाया जाता है। चेन्नम्मा का जन्म 23 अक्टूबर, 1778 को ककाती में हुआ था। यह कर्नाटक के बेलगावी जिले में एक छोटा सा गांव है। उनकी शादी देसाई वंश के राजा मल्लासारजा से हुई जिसके बाद वह […]

Categories
हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

भारत में अहिंसा की आधुनिक अवधारणा और हिंदू समाज

अहिंसा और हिन्दू मुस्लिम नेताओं तथा भारतीय मुसलमानों को खुश करने के लिए गाँधी जी ने मोतीलाल नेहरु के सुझाव पर कांग्रेस की ओर से खिलाफत आन्दोलन के समर्थन की घोषणा की। श्री विपिन चन्द्र पाल, डा. एनी बेसेंट, सी. ऍफ़ अन्द्रूज आदि नेताओं ने कांग्रेस की बैठक में खिलाफत के समर्थन का विरोध किया,किन्तु […]

Categories
शिक्षा/रोजगार

शिक्षा के क्षेत्र में महान और क्रांतिकारी खोज थी गुरुकुल शिक्षा प्रणाली

विश्व का सबसे प्रथम व्यवसाय शिक्षा प्रदान करना है? दार्शनिक विचार #डॉविवेकआर्य आप किसी विदेशी द्वारा लिखी पुस्तक उठा कर देखिये। उसमें लिखा है कि विश्व का सबसे प्रथम व्यवसाय वेश्या वृति है। अचरज मत करे। आप इंटरनेट पर खोज करके देखे। सत्य आपके समक्ष आ जायेगा। पश्चिम की इस मान्यता का अनुसरण हमारे भारत […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

आधुनिक इतिहास में शुद्धि समर्थक राष्ट्र नेताओं के नाम

स्वामी दयानंद- सर्वप्रथम देहरादून में एक मुसलमान को शुद्ध कर उनका अलखधारी नाम रख कर आधुनिक भारत में सदियों से बंद घर वापसी के द्वार को खोला स्वामी श्रद्धानन्द- लाखों मलकाने राजपूतों जो नौ मुस्लिम कहलाते थे उन्हें शुद्ध किया और व्यवस्थित रूप से सकल हिन्दू समाज को संगठित करने का उद्घोष किया। शुद्धि चक्र […]

Categories
इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

अमर बलिदानी बालक वीर हकीकत राय

#डॉविवेकआर्य (बंसत पंचमी 26 जनवरी को वीर हकीकत राय के बलिदान दिवस पर विशेष रूप से प्रकाशित) पंजाब के सियालकोट मे सन् 1719 में जन्में वीर हकीकत राय जन्म से ही कुशाग्र बुद्धि के बालक थे। आप बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के बालक थे। बड़े होने पर आपको उस समय कि परम्परा के अनुसार […]

Categories
आज का चिंतन

क्या वेदों में सती प्रथा का विधान है?

#डॉविवेकआर्य 1875 में स्वामी दयानंद ने पूना में दिए गए अपने प्रवचन में स्पष्ट घोषणा की – “सती होने के लिए वेद की आज्ञा नहीं है” सायण ने अथर्ववेद 19/3/1 के मंत्र में सती प्रथा दर्शाने का प्रयास किया है – यह नारी अनादी शिष्टाचार सिद्ध, स्मृति पुराण आदि में प्रसिद्द सहमरण रूप धर्म का […]

Categories
पुस्तक समीक्षा

पुस्तक समीक्षा : मेरा आजीवन कारावास

☸️ मेरा आजीवन कारावास ₹500 ☸️ काला पानी ₹300 दोनो पुस्तक पेपर बैक संस्करण में हैं। प्राप्ति के लिए- 7015591564 पर Whatsapp द्वारा सम्पर्क करें। पुस्तक में क्या है? ☸️ मेरा आजीवन कारावास सावरकर सैल्यूलर जेल की तीसरी मंजिल की छोटी-सी कोठरी में रखा गया था. कोठरी के कोने में पानी वाला घड़ा और लोहे […]

Categories
मुद्दा

भारत मे दलित समाज और ईसाई मिशनरी भाग 2

#डॉविवेकआर्य इतिहास के साथ खिलवाड़ इस चरण में बुद्ध मत का नाम लेकर ईसाई मिशनरियों द्वारा दलितों को बरगलाया गया। भारतीय इतिहास में बुद्ध मत के अस्त काल में तीन व्यक्तियों का नाम बेहद प्रसिद्ध रहा है। आदि शंकराचार्य, कुमारिल भट्ट और पुष्यमित्र शुंग। इन तीनों का कार्य उस काल में देश, धर्म और जाति […]

Exit mobile version