हे मानव ! बैठ अकेले में, चिंतन कर कुछ चिंतन कर, में कौन कहां से आया हूं ? मंथन कर कुछ मंथन कर।। आने से पहले जगती में, जो वचन दिया था ईश्वर को। वचन का सुमिरण कर प्यारे , क्यों मूर्ख बनाता है नर को ? यह देह अनमोल मिला तुझको, श्वासों का कोष […]
Author: डॉ॰ राकेश कुमार आर्य
मुख्य संपादक, उगता भारत
लेखक सुप्रसिद्ध इतिहासकार और भारत को समझो अभियान समिति के राष्ट्रीय प्रणेता है
महमूद गजनवी और तालिबान
जब हम मध्यकाल में मुस्लिम आक्रमणकारियों के आक्रमणों के बारे में पढ़ते हैं तो अक्सर यह प्रश्न हमारे अंतर्मन में उठता है कि विदेशी आक्रमणकारियों के आक्रमण के समय देश के राजनीतिक केंद्रों के रूप में मान्यता प्राप्त रहे किलों की अपेक्षा धार्मिक आस्था के केंद्र हमारे मंदिर ही क्यों लूटे गए? यदि इस प्रश्न […]
नेहरू जयंती 14 नवंबर पर विशेष ‘सावरकर समग्र’ के खंड 6 के पृष्ठ संख्या 342 पर सावरकर जी तैमूर लंग के विषय में बताते हैं कि तैमूर लंग तुर्क था। प्रारंभ में उसने इस्लाम धर्म स्वीकार नहीं किया था। उसने बगदाद को जीतने के पश्चात वहां के समस्त मुस्लिम ग्रंथों और अनेक स्थानों की मस्जिदों […]
राजस्थान के जोधपुर के राजवंश का विशेष महत्त्व है। इसमें कई ऐसे शासक हुए जिन्होंने अपने महान् कार्यों से इतिहास में अपना विशिष्ट स्थान प्राप्त किया। इन्हीं में से राव मालदेव राठौड़ भी एक रहे हैं। जिनका जीवनकाल 1511 से 1562 ई0 तक माना जाता है। इनके पिता का नाम गांगा था। इनका जन्म 5 […]
वीरयोद्धा सम्भाजी महाराज अध्याय-8 शिवाजी के पश्चात उनके पुत्र संभाजी महाराज ने उनके उत्तराधिकारी के रूप में गद्दी संभाली। इतिहासकारों का मानना है कि संभाजी महाराज यद्यपि अपने पिता शिवाजी महाराज की भांति तो संघर्षशील और साहसी नहीं थे, परंतु फिर भी उन्होंने इतिहास में अपना विशिष्ट और महत्वपूर्ण स्थान बनाया। उन्होंने भी अपने पिता […]
धारा 370 पर हो रही है विधायकों में मारपीट। जम्मू कश्मीर विधानसभा सत्र के दौरान गुरुवार को विधायकों के बीच जमकर मारपीट हुई। इसका कारण केवल एक था कि अभी हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में सत्ता में आने के लिए जनादेश पाने वाली नेशनल कांफ्रेंस के सदस्य खुर्शीद अहमद शेख ने सदन […]
बांग्लादेश में इस समय हिंदू समुदाय के लोग जीवन मरण के दौर से गुजर रहे हैं। उनके लिए चारों ओर असुरक्षा ही असुरक्षा दिखाई देती है। सरकारी स्तर पर भी उनके लिए कोई ऐसा प्रबंध नहीं किया जा रहा है जिससे लगे कि सरकार अपने कर्तव्य और दायित्वों के प्रति संवेदनशील है। सरकार में जिस […]
अच्छे दिन भी आएंगे
बाणों से कोई बींध दे, फरसा से दे काट। सबसे भयंकर होत है, दुर्वचनों का घाव।।1।। धर्म अर्थ का कीजिए , चिंतन प्रातः काल। नित्यकर्म और आचमन, संध्या करो हर हाल।।2।। भैया होता भाव का , शत्रु का हो काल। भुजा के सम होत है , रहता बनाकर ढाल।। 3।। काल बुरे को देखकर , […]
जिस समय खालसा पंथ की स्थापना की गई थी, उस समय देश में मुगलों के अत्याचार अपने चरम पर थे। खालसा का अभिप्राय शुद्धता से है। इस शुद्धता का अभिप्राय था कि जिस इस्लाम के नाम पर मुगल बादशाह सनातन वैदिक धर्मी हिंदू समाज पर अत्याचार कर रहे थे, उससे शुद्ध पवित्र कोई नहीं था। […]
ऋतु अनुकूल हवन सामग्री
यज्ञ एक वैज्ञानिक कार्य है। यज्ञ का समस्त कार्य उसी की सम्मति से होना चाहिए जो इस विज्ञान को भली भाँति जानता है। समय पर यदि ऐसा विद्वान् न मिल सके तो कम से कम ऋतु का विचार कर के ताजी औषधियाँ जो घुनी या सड़ी न हों हवन सामग्री में प्रयोग करनी चाहिए। कपूर […]