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इतिहास के पन्नों से

क्या श्री राम ने दशहरा के दिन रावण को मारा था ?

हमारे यहां दीपावली का पर्व सृष्टि के प्रारंभ से ही मनाया जाता रहा है। इस पर्व का विशेष महत्व है। दीपों का यह प्रकाश पर्व हमारे अंत: करण में व्याप्त अज्ञान अंधकार को मिटाकर ज्ञान का प्रकाश करने का प्रतीक पर्व है। हमारे यहां पर प्रत्येक सद्गृहस्थ के लिए आवश्यक था कि घर में अग्नि […]

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आतंकवाद संपादकीय

कश्मीर की सांप्रदायिक राजनीति और चुनाव परिणाम

अभी हाल ही में संपन्न हुए जम्मू कश्मीर विधानसभा के चुनाव परिणाम स्पष्ट संकेत दे रहे हैं कि जहां जम्मू क्षेत्र के लोगों ने धारा 370 को हटाए जाने का स्वागत करते हुए राष्ट्र की मुख्यधारा के साथ रहते हुए अपना निर्णय सुनाया है, वहीं कश्मीर घाटी में रहने वाले लोगों ने धारा 370 को हटाने […]

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संपादकीय

आर्यों का आदि देश और स्वामी दयानंद का मंतव्य

एक षडय़ंत्र के अंतर्गत भारत को नष्ट करने के लिए जो मिथ्या और भ्रामक कथा-कहानियां गढ़ी गयी है उनमें सबसे प्रमुख है-आर्यों का विदेशी होना। प्रश्न है कि ऐसी कहानियां गढ़ी क्यों गयीं? इसका उत्तर ये है कि भारतीयों के प्राचीन धर्म और इतिहास को मिटाकर भारत में ईसाइयत का प्रबलता से प्रचार प्रसार करना […]

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इतिहास के पन्नों से

सत्यार्थ प्रकाश में उल्लिखित राज वंशावली क्या दोषपूर्ण है?

महर्षि दयानंद जी महाराज ने अपने अमर ग्रंथ सत्यार्थ प्रकाश के ग्यारहें समुल्लास में आर्य राजाओं की वंशावली दी है। जिसे हम यहां यथावत देकर तब उस पर विचार करेंगे कि इस वंशावली को देने के पीछे महर्षि का मन्तव्य क्या था और हमने उस मन्तव्य को समझा या नही? :- आर्यावर्त्तदेशीय राज्यवंशावली इंद्रप्रस्थ के […]

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संपादकीय

गुर्जरों के शौर्य की कहानी :पाकिस्तानी रिटायर्ड मेजर की जवानी

गुर्जर जाति भारत की क्षत्रिय जातियों में गिनी जाती है इसके शौर्य और वीरता की भाग विदेशी आक्रमण कार्यो ने भी मानी थी। इसकी वीरता और शौर्य का उल्लेख करते हुए पाकिस्तान के रिटायर्ड मेजर जनरल मुकीश खान ने अपनी पुस्तकcrisis of leadership ’ में लिखा है कि, भारतीय सेना का एक अभिन्न अंग होते […]

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आज का चिंतन

स्वयंवर विवाह का अर्थ और भारतीय नारी

हमारे यहां स्वयंवर विवाह का अर्थ ‘मैं जो चाहूं मेरी मर्जी’ वाला नही था। अभी हाल ही में इस स्वयंवर विवाह के साथ एक फिल्मी हीरोइन ने अभद्र उपहास किया है। उससे इस विवाह के विषय में कई भ्रांत धारणाओं ने जन्म लिया है। अब माना ये जा रहा है कि जैसे स्वयंवर विवाह का […]

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इतिहास के पन्नों से

भारत के 1235 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास भाग 407 [हिंदवी स्वराज के संस्थापक शिवाजी और उनके उत्तराधिकारी पुस्तक से ..] कौटिल्य का अर्थशास्त्र और शिवाजी [अध्याय – 5 ]

डॉ राकेश कुमार आर्य हमारे देश में अंग्रेजी को इसलिए पढ़ाया जाना आवश्यक और उचित माना जाता है कि अंग्रेजी को पढ़ने से ईसाई लोग अपनी पुस्तक बाईबिल और उस की शिक्षाओं का सरलता से पढ़ सकते हैं और उन पर अमल कर सकते हैं। इसी प्रकार उर्दू, अरबी या फारसी को भी इसलिए पढ़ाया […]

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इतिहास के पन्नों से

इतिहास की पड़ताल पुस्तक से …. भगवान महावीर के उपदेश (अध्याय-5)

जैन धर्म के प्रवर्तक महावीर स्वामी का भारतीय इतिहास में विशेष और सम्मान पूर्ण स्थाने है। उन्होंने धर्म मार्ग से भटकते हुए लोगों को ज्ञानपूर्वक सही मार्ग दिखाने का प्रयास किया। उनके द्वारा स्थापित किया गया जैन धर्म संसार के प्राचीन धर्मों में से एक है। इस धर्म का उल्लेख ‘योगवशिष्ठ’, ‘श्रीमद्भागवत’, ‘विष्णु पुराण’, ‘शाकटायन […]

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संपादकीय

हरियाणा की जनता ने बचाया देश का सम्मान

  मैंने अभी कुछ समय पूर्व अपने एक लेख में लिखा था कि हरियाणा के लोगों ने लोकसभा चुनाव के समय भाजपा को 46 सीटों पर बढ़त दी थी। जिससे भाजपा को कम करके आंकने की आवश्यकता नहीं है। मेरा अनुमान था कि भाजपा विधानसभा चुनाव में तीसरी   बार भी सत्ता में आ सकती है। […]

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संपादकीय

पिता द्यौ और माता पृथ्वी है

ज्येष्ठ माह में सूर्य की तेज रश्मियों से समुद्र में बड़ी तेजी से वाष्पीकरण होता है। अनंत जलराशि सूर्य की किरणों पर सवार होकर आकाश में चली जाती है, फिर एक निश्चित समय पर मेघों के माध्यम से यह जल वर्षा के रूप में धरती पर बिखर जाता है। चारों ओर हरियाली छा जाती है। […]

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