प्रह्लाद सबनानी विद्युत वाहनों के उपयोग के यदि फ़ायदे हैं तो इसकी कुछ सीमाएं भी हैं, यथा अभी देश में पर्याप्त मात्रा में चार्जिंग प्वॉइंट उपलब्ध नहीं हैं। हालांकि इनका निर्माण बड़ी तेजी के साथ किया जा रहा है, परंतु पूरी संरचना को खड़ा करने में अभी समय लगेगा। यह कई अध्ययनों के माध्यम […]
श्रेणी: महत्वपूर्ण लेख
नक्सलवाद का बदलता स्वरूप
ज्योति शर्मा भारत देश में नक्सली हमलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है I यह देश की बड़ी समस्या में से एक है I इस प्रकार के हमलों में हमारे कई वीर सैनिक शहीद हो जाते हैं I वर्तमान समय में भारत के आंतरिक सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरा नक्सलवाद है I भारत […]
पश्चिमी बंगाल में भाजपा का उभार
रमेश सर्राफ धमोरा पश्चिम बंगाल में भाजपा के बढ़ते प्रभाव को देखकर भी समय रहते ममता दीदी सचेत नहीं हुईं। उन्होंने अपना वही पुराना तानाशाही रवैया बरकरार रखा। जिसका भाजपा ने बखूबी फायदा उठाते हुए तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को तोड़कर पार्टी को लगातार झटका दिया। पश्चिम बंगाल में चल रहे विधानसभा चुनाव में […]
देवराज सिंह जामिया मिल्लिया विश्वविद्यालय के शिक्षक, छात्र और उनसे सहानुभूति रखने वाले कथित बुद्धिजीवी सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर संविधान की दुहाई देते नहीं थकते हैं। लेकिन जब बात विश्वविद्यालय के दोहरे रवैये की आती है, दलितों और जनजातीय समुदाय के साथ होते बुरे व्यवहार के खिलाफ आवाज उठानी होती है तो […]
प्रह्लाद सबनानी यह कई अध्यनों के माध्यम से अब सिद्ध हो चुका है कि भारत में कार्बन उत्सर्जन के कुछ मुख्य कारणों में पेट्रोल एवं डीज़ल वाहनों द्वारा छोड़ी जा रही गैस भी शामिल है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में तो सर्दियों के मौसम के दौरान वातावरण में इतना कोहरा भर जाता है कि लगभग 10 मीटर […]
सुरेश हिन्दुस्थानी भारत वर्ष में प्राचीन काल से कृषि के साथ-साथ गौ पालन किया जाता था, जिसके प्रमाण हमारे ग्रंथों में प्रभु कृष्ण और बलराम हैं, जिन्हें हम गोपाल एवं हलधर के नाम से संबोधित करते हैं अर्थात् कृषि एवं गोपालन संयुक्त रूप से अत्यधिक लाभदायी था। इतिहास इस तथ्य का प्रामाणिक दस्तावेज है कि […]
अखंड भारत के दो विकल्प
आर.एस.एस. प्रमुख ने ‘अखंड भारत’ की बात की है। उन्होंने कहा कि भारत से अलग होकर अफगानिस्तान और पाकिस्तान अशान्ति और संकट झेल रहे हैं। इसलिए शान्ति, सहजता के लिए उन्हें भारत के साथ पुनः एक होना चाहिए। लेकिन क्या पाकिस्तान या अफगानिस्तान इस्लाम की कीमत पर वैसा चाहते हैं? किसी हिन्दू के लिए […]
ललित गर्ग खास बात है कि बीते साल फरवरी में सुप्रीम कोर्ट ने सेना में महिला अधिकारियों को पुरुषों के बराबर कमांड पदों के लिए पात्र होने की अनुमति दी थी। उस समय भी कोर्ट ने सरकार के तर्कों को ‘भेदभावपूर्ण’, परेशान करने वाले और रूढ़िवाद पर आधारित बताया था। हमारी सेनाओं में भी […]
ओ३म् महर्षि दयानन्द ने अपने वैदिक, योग एवं उपासना ज्ञान सहित तदनुरूप कार्यों से विश्व के धार्मिक व सामाजिक जगत में अपना सर्वोपरि स्थान बनाया है। उन्होंने सप्रमाण सिद्ध किया है कि ज्ञान-विज्ञान का स्रोत ईश्वर व वेद हैं। आर्यसमाज के दस नियमों में उन्होंने पहला ही नियम बनाया है कि सब सत्य विद्या और […]
सतीष भारतीय विश्व में जनसंख्या की दृष्टि से द्वितीय स्थान रखने वाले हमारे इस मुल्क में जिस गति से जनसंख्या वृद्धि में इजाफा हो रहा है वह कुतूहलजनक है क्योंकि जनसंख्या वृद्धि प्रथक-प्रथक समस्याओं को प्रजनित कर रही है जिससे आवाम को उपयुक्त जरूरतों की पूर्ति के साथ जीवन जीना इस कल्प में मुहाल […]