Categories
महत्वपूर्ण लेख राजनीति विविधा

अर्थव्यवस्था और इंटरनेट शटडाउन

सरकार द्वारा इंटरनेट के जरिये अफवाहों और भ्रामक तथा भड़काऊ खबरों का प्रसार रोकने के लिए इंटरनेट शटडाउन किया जाता है लेकिन इससे लोगों की जिंदगी थम-सी जाती है क्योंकि रोजमर्रा की जिंदगी को चलाए रखने से जुड़ा हर कार्य अब इंटरनेट पर निर्भर जो हो गया है। 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख संपादकीय

राजा सुहेलदेव जैसे इतिहासनायकों के साथ न्याय करते प्रधानमंत्री मोदी

आज हमारे देश का इतिहास करवट ले रहा है और कुछ सीमा तक उसे करवट दिलवाई भी जा रही है। हमारे ऐसा कहने का अभिप्राय है कि जब हम विश्व नेतृत्व की स्थिति में आते जा रहे हैं और विश्व को कोरोना वैक्सीन देने सहित कई क्षेत्रों में मार्गदर्शन दे रहे हैं तब हम कह […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

कबीर और अंबेडकरवादियों की साजिश

-अरुण लवानिया बामसेफियों और 22 प्रतिज्ञाओं वाले अंबेडकरवादियों की छटपटाहट मोदी के सत्तासीन होने के बाद और ही बढ़ गयी है।जितने भी ईश्वरवादी संत हैं उन्हें एक-एक कर नास्तिक, हिंदू द्रोही, डा. अंबेडकर के विचारों और बुध्द के समीप या बौध्द साबित करने का कुचक्र भी जोर-शोर से चल रहा है। बामसेफियों की प्रचार सामग्रियों, […]

Categories
धर्म-अध्यात्म महत्वपूर्ण लेख

मनुष्य इस दुनिया का एक हिस्सा है या उसका स्वामी ?

हमने मैदानों का परिवेश तो बिगाड़ा ही, अब पहाड़ों पर भी विनाश करने को तत्पर है। पहाड़ों पर न केवल बसने को लालायिक है बल्कि वहां उद्योग लगा रहे हैं, होटल व्यवसाय पनपा रहे हैं। इसका असर पहाड़ों पर साफ तौर पर दिखने लगा है। मनुष्य इस दुनिया का एक हिस्सा है या उसका स्वामी […]

Categories
पर्यावरण महत्वपूर्ण लेख

देश में पर्यावरण और बढ़ते शहरीकरण के बीच संतुलन बिठाना आवश्यक

एक अनुमान के अनुसार, देश में वर्ष 2050 तक शहरों की आबादी 80 करोड़ का आंकड़ा पार कर जाएगी। यानी, उस समय की देश की कुल आबादी के 50 प्रतिशत से अधिक और आज की शहरी आबादी से लगभग दुगुनी यथा भारत एक शहरी देश के तौर पर उभर कर सामने आ जाएगा। आज, 2011 […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख राजनीति संपादकीय

राहुल गांधी की मर्यादाहीन राजनीति

अधर्म, अनीति और और मर्यादाहीनता इस समय भारतीय राजनीति का एक अनिवार्य अंग बन गया लगता है । मर्यादाओं को तोड़ना और मर्यादाहीन होकर उच्छृंखल आचरण करना भी हमारे नेताओं या जनप्रतिनिधियों को असंवैधानिक और नैतिक नजर नहीं आ रहा है । इसका परिणाम क्या होगा ? संभवत: इस प्रश्न का उत्तर हमारे नेता नहीं […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख

किसान आंदोलन के सामने जैसे कभी शास्त्री जी नहीं झुके थे वैसे ही अब मोदी भी पीछे हटने वाले नहीं हैं

वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक सख्त प्रशासक कहा जाता है, जबकि इससे पूर्व भूतपूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी को “Iron Lady” की उपाधि देने के अलावा चापलूसों द्वारा “India is Indira and Indira is India” तक कहा जाता था। अगर इंदिरा गाँधी “Iron Lady” थी, फिर पाकिस्तान के दो टुकड़े करने पर मुस्लिम वोट को […]

Categories
इतिहास के पन्नों से महत्वपूर्ण लेख हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

भारत की ही नही विश्व की धरोहर है ‘रामायण’और ‘महाभारत’

अपने देश में राम को राष्ट्रीय महापुरुष कहने में राजनीतिज्ञों को हीनता का बोध होता है और उनको राम तथा रामायण में साम्प्रदायिकता दिखाई पड़ती है। किन्तु दक्षिण-पूर्व एशिया-स्थित थाईलैण्ड (Thailand) में न केवल राम को एक सुप्रतिष्ठित स्थान दिया गया है, अपितु थाई-रामायण को थाईलैण्ड के राष्ट्रीय ग्रंथ का सम्मान दिया गया है। उल्लेखनीय […]

Categories
इतिहास के पन्नों से महत्वपूर्ण लेख

इतिहास शोध की ऑक्सफोर्ड विधि

इतिहास शोध की ऑक्सफोर्ड विधि – इसकी प्रशंसा के लिए आजकल हिटिरिओग्राफी के नाम से पढ़ाया जा रहा है। इस विधि को देख कर पता चलता है कि मूर्ख को बैल (ऑक्स) क्यों कहने लगे। पहले प्रशंसा के लिए वृषभ कहते थे, जैसे गीता में अर्जुन को कहा गया है। भारतीय इतिहास नष्ट करने का […]

Categories
भारतीय संस्कृति महत्वपूर्ण लेख

विश्व कुटुंबकम को चरितार्थ करता भारत विश्व को दे रहा है वैक्सीन

रमेश सर्राफ धमोरा भारत सरकार का मानना है कि देश के लोगों की जरूरत पूरी करते हुये अपने पड़ोसी देशों के साथ ही दुनिया के अन्य देशों को भी कोरोना वैक्सीन दी जाये। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लगातार कहते रहे हैं कि भारत अपने व्यापक वैक्सीन इन्फ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल दूसरे देशों की मदद में करेगा। […]

Exit mobile version