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महत्वपूर्ण लेख संपादकीय

अखिलेश यादव : यादव इनको ना कहिए बड़ा अफसोस होता है

  देश के नेता बड़ी कूटनीतिक भाषा में देश विरोधी बयान दे जाते हैं और आगे निकल जाते हैं। उन्हें पकड़ने वाला कोई नहीं होता। अभी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पश्चिमी बंगाल में टीएमसी के ‘गुंडों’ के द्वारा जिस प्रकार हिंदुओं को निशाना बना बनाकर उनके साथ अमानवीय अत्याचार किए गए […]

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महत्वपूर्ण लेख राजनीति

कोरोना से मौतों के गुनाहगार , भाग – 3

डॉ आनंद कुमार, दिल्ली देश की राजधानी है। यहां अच्छे से अच्छे अस्पताल हैं। हर विषय के अनुभवी डाक्टर हैं। जनसंख्या केवल दो करोड़ के लगभग है। टैक्स भी यहां पर बहुत एकत्रित होता है। क्षेत्र भी बहुत बड़ा नहीं है और संसाधन सबसे ज्यादा हैं। यदि थोड़ा सा भी सही ढंग से प्रयास किया […]

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देश विदेश महत्वपूर्ण लेख

कोरोना काल में चुनौतियां एवं समाधान

कोरोना महामारी ने पूरे विश्व के लगभग सभी देशों को प्रभावित किया है। कहीं कहीं तो इस महामारी का प्रभाव इतना बलशाली रहा है कि उस देश की जनसंख्या का बहुत बड़ा भाग इस बीमारी की चपेट में आकर संक्रमित हो गया है। लगभग सभी देशों की अर्थव्यवस्थाएं तो चौपट हो ही गई हैं। भारत […]

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महत्वपूर्ण लेख विविधा व्यक्तित्व

सुशासन का पर्याय थीं धर्मपरायण राजमाता अहिल्यादेवी होलकर

भारतीय संस्कृति का पालन करते हुए अपनी राज्य सत्ता को सफलतापूर्वक चलाने के सिलसिले में भारत का इतिहास यूं तो कई सफल नेत्रियों एवं महारानियों से भरा पड़ा है, परंतु यह इतिहास हमें पढ़ाया ही नहीं जाता है। इसी कड़ी में मालवा राज्य की राजमाता अहिल्यादेवी होलकर का नाम भी बहुत गर्व के साथ लिया […]

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महत्वपूर्ण लेख

राजनीति का शिकार होता एससी एसटी एक्ट

शंकर शरण इन दिनों अनुसूचित जाति-जनजाति संबंधित (अत्याचार निरोधक) कानून को सुप्रीम कोर्ट द्वारा सुधारने, फिर उसे संसद द्वारा संशोधित कर यथावत कर देने और नए संशोधित कानून को पुन: सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने का मसला गरम है। बहस हो रही है कि क्या कोर्ट द्वारा उस कानून के अंतर्गत गैर-जमानती गिरफ्तारी वाला प्रावधान […]

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महत्वपूर्ण लेख

राजनीति का गिरता स्तर : “हर शाख पर उल्लू बैठा है, अंजामे गुलिस्तां क्या होगा?”

  महाभारत के युद्ध का अंतिम चरण था। कर्ण युद्ध में मारा जा चुका था। उसके पश्चात शल्य भी मारा गया। तब दुर्योधन छुपकर एक तालाब में जा बैठा। ऐसे में उसकी सेना के तीन महारथी कृतवर्मा ,अश्वत्थामा और कृपाचार्य रह गये। कृपाचार्य से अश्वत्थामा ने कहा कि अब आप हमारे सेनापति बन जाओ । […]

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महत्वपूर्ण लेख

बंगाल : राम पंथ या वामपंथ या खेला होबे

बंगाली में एक कहावत है – डूबे डूबे झोल खाबा इसी भावार्थ की एक हिंदी कहावत है – ऊँट की चोरी नेवड़े नेवड़े नहीं हो सकती. दोनों ही कहावतो का एक सा अर्थ है कि बड़ी चोरी आज नहीं तो कल पकड़ी ही जायेगी. पश्चिम बंगाल में हिंदू हितों की चोरी भी ममता दीदी का […]

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महत्वपूर्ण लेख

आखिर कुछ तो वजह रही होगी जिससे लोग कांग्रेस के विरोधी हो गए

कांग्रेस के लिये जान फूंकने वाले हिंदुओं सुनो हम कांग्रेस के घोर विरोधी क्यों है । तुम्हारे विनाश वाला बिल जिसे काँग्रेस ने दो बार संसद मे पेश किया। 2005 मे और फिर 2011में । कांग्रेस हिंदुओ के खिलाफ ऐसा बिल लेकर आई थी जिसको सुनकर आप कांप उठेंगे । परन्तु भाजपा के जबरदस्त विरोध […]

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महत्वपूर्ण लेख स्वास्थ्य

केवल रोग के लक्षणों का उपचार हो सकता है कितना भयानक ?

  मानव शरीर में किसी रोग के प्रवेश कर जाने और उसके बढ़ने पर उसका पता रोग के कुछ लक्षणों से ही पता चलता है। उनमें मुख्य हैं पीड़ा होना और ज्वर होना। पीड़ा चाहे फिर गले में हो, पेट में हो, या शरीर के अन्य अंगों में जैसे कि जोड़ों आदि में, इसका कारण […]

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महत्वपूर्ण लेख

पश्चिमी बंगाल में 3 से 77 तक पहुंचना भी भाजपा की है एक बड़ी उपलब्धि

  डॉ. कृष्णगोपाल मिश्र अब भारतीय जनमानस को तय करना होगा कि उसे पहली धारा को सशक्त कर सनातन भारतीय परंपराओं को चिरजीवी बनाना है या फिर दूसरी धारा का अंधा समर्थन कर तीसरी धारा को अपने मंसूबे पूरे करने का अवसर देना है। पृथ्वीराज चौहान और जयचंद के वंशज परस्पर संघर्ष कर रहे हैं। […]

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