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आज का चिंतन

मृत्यु के समय जीवात्मा की स्थिति व गतिः*-पार्ट-1

डॉ डी के गर्ग बाबा रामदेव ने इंडिया टीवी पर कहा की मृत्यु के बाद कुछ समय जीवात्मा उस परिवार के इर्द गिर्द घूमती रहती है। इस विषय पर मैंने वैदिक विद्वानों से वार्ता की और स्वाध्याय किया तो मालूम हुआ की बाबा रामदेव का कथन पूरी तरह से गलत है और सत्य सामने लाना […]

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इतिहास के पन्नों से

महाजनपद काल – एक सम्पूर्ण यात्रा (भाग-4)- शूरसेन महाजनपद

उगता भारत ब्यूरो शूरसेन / सूरसेन / शौरसेनाई / शौरि महाजनपद शूरसेन महाजनपद उत्तरी-भारत का प्रसिद्ध जनपद था, मथुरा और उसके आसपास के क्षेत्र इस जनपद में शामिल थे,आधुनिक मथुरा नगर ही इसकी राजधानी था।प्राचीन मथुरा के आस-पास जो राज्य कायम हुआ, उसका पुराना नाम `शूरसेन’ मिलता है । यह नाम किस व्यक्ति विशेष के […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

क्रांतिकारी ही नहीं महान लेखक भी थे लाला जी*

* आर्य सागर खारी🖋️ 1927 में ब्रिटेन तथा साम्राज्यवादी शक्तियों ने पराधीन भारत की छवि को बदनाम करने के लिए… कुख्यात अमेरिकी पत्रकार लेखक कैथरीन मेओ को भारत के विषय में दुष्प्रचार करने के लिए किताब लिखने के लिए प्रोत्साहित किया… यह महिला पत्रकार भारत में 6 महीने रही मात्र 6 महीने में भारत जैसे […]

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महत्वपूर्ण लेख

गरीबी ने शिक्षा से वंचित कर दिया ग्रामीण किशोरियों को

रेहाना कौसर ऋषि मंडी, पुंछ वर्तमान युग विज्ञान और प्रौद्योगिकी का युग है। दुनिया एक ग्लोबल विलेज में तब्दील हो चुकी है। अब वही देश दुनिया पर राज कर सकता है जो शिक्षा और टेक्नोलॉजी में आगे है। जिसके सभी नागरिकों को एक समान शिक्षा मिलती हो. यदि किसी देश की आधी जनसंख्या अर्थात महिलाएँ […]

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इतिहास के पन्नों से

छत्रपति शिवाजी- एक महान मराठा शासक

उगता भारत ब्यूरो शिवाजी (पूरा नाम: ‘शिवाजी राजे भोंसले’, जन्म: 19 फ़रवरी, 1630 ई.; मृत्यु: 3 अप्रैल, 1680 ई.) पश्चिमी भारत के मराठा साम्राज्य के संस्थापक थे। शिवाजी के पिता का नाम शाहजी भोंसले और माता का नाम जीजाबाई था। सेनानायक के रूप में शिवाजी की महानता निर्विवाद रही है। शिवाजी भारत के महान् योद्धा […]

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आज का चिंतन

वेद का संदेश : मानव की मानवता ही उसका आभूषण है

🌷मनुर्भव (मनुष्य बनो)🌷* वेद कहता है कि तू मनुष्य बन। जब कोई जैसा बन जाता है तो वैसा ही दूसरे को बना सकता है। जलता हुआ दीपक ही बुझे हुए दीपक को जला सकता है। बुझा हुआ दीपक भला बुझे हुए दीपक को क्या जलाएगा? मनुष्य का कर्त्तव्य है कि स्वयं मनुष्य बने और दूसरों […]

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इतिहास के पन्नों से

महाजनपद काल – एक सम्पूर्ण यात्रा (भाग-3)-पांचाल महाजनपद

उगता भारत ब्यूरो पांचाल महाजनपद पांचाल पौराणिक 16 महाजनपदों में से एक है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बरेली, बदायूँ और फर्रूख़ाबाद ज़िलों से परिवृत प्रदेश का प्राचीन नाम है। यह कानपुर से वाराणसी के बीच के गंगा के मैदान में फैला हुआ था। इसकी दो शाखाएँ थीं- *पहली शाखा उत्तर पांचाल की राजधानी अहिच्छत्र थी। […]

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इतिहास के पन्नों से

“25 मानचित्रों में भारत के इतिहास का सच” ….21

चोल साम्राज्य चोल साम्राज्य भारत का बहुत महत्वपूर्ण साम्राज्य रहा है। जिसे वर्तमान इतिहास में कूड़ेदान में उठाकर फेंक दिया गया है। जबकि यह भारतवर्ष का एकमात्र ऐसा साम्राज्य था जिसने भारत के बाहर भी भारत के यश की पताका फहराई थी। यह पहला ऐसा साम्राज्य था जिसके शासकों ने भारत में नेवी अर्थात जल […]

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मुद्दा

अंग्रेजी वर्ष 2023 का मेरा प्रथम प्रवचन और रविवारीय सुविचार*

==================== विजयी भव का मंत्र है शिष्टाचार शिष्टाचार में महान बनाने के भी गुण निहित है ==================== आचार्य श्री विष्णगुप्त शिष्टाचार प्रथम पहचान है। जब आप किसी से साक्षात मिलते हैं, किसी से इंटरनेट पर शब्द और ध्वनि से बात करते हैं, बेतार के तार यानी मोबाइल आदि से बात करते हैं तो फिर आपका […]

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महत्वपूर्ण लेख

20 मिनट शेर की तरह दहाड़ा पर हिन्दूवादी प्रशंसा से भी भागे* *कम्युनिस्ट और मुसलमान सिर पर उठा लेते, हिन्दुत्व के पतन का यही कारण*

( हिंदू एक्टिविस्टों की पीड़ा ) ==================== आचार्य श्री विष्णुगुप्त मुझे तो एक से बढ़ कर एक भीषण, खतरनाक और जानलेवा अुनभव है, हिन्दुत्व के लिए अपनी जान जोखिम में डाला, दो-दो बार जानलेवा हमले का शिकार हुआ, कई बार जान लेने की कोशिश हुई पर भगवान-भाग्य भरोसे बचता गया। अपनी अक्ल और दूरदर्शिता की […]

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