ओ३म् ======== हम परस्पर जब किसी से मिलते हैं तो परिचय रूप में अपना नाम व अपनी शैक्षिक योग्यता सहित अपने कार्य व व्यवसाय आदि के बारे में अपरिचित व्यक्ति को बताते हैं। हमारा यह परिचय होता तो ठीक है परन्तु इसके अलावा भी हम जो हैं वह एक दूसरे को पता नहीं चल पाता। […]
महीना: अगस्त 2021
#डॉविवेकआर्य हिन्दू समाज में शिवजी भगवान को कैलाशपति, नीलकंठ आदि नामों से सम्बोधित किया जाता है। नीचे एक चित्र दिया गया है। जिसमें पौराणिक मान्यताओं के अनुसार शिवजी भांग का सेवन करते हुए दिखाए गए है। वेदों में शिव ईश्वर का एक नाम है जिसका अर्थ कल्याणकारी है एवं एक नाम रूद्र है जिसका […]
डा. उदयशंकर पाण्डेय अपनी पुस्तक प्राचीन भारत की राज्य व्यवस्था’ में विभिन्न नीतिकारों, विद्वानों, ग्रंथों और स्मृतियों का उद्घरण दे देकर हमें बताते हैं कि उन सबमें राजा में किन गुणों की आवश्यक माना गया है- याज्ञवल्क्य : याज्ञवल्क्य ने राजा के गुणों की गणना के क्रम में कहा है कि-राजा को शक्ति संपन्न, […]
जेहाद से निपटने का 👉मन्त्र👈 पंडित लीलाधर चौबे की जबान में जादू था। जिस वक्त वह मंच पर खड़े हो कर अपनी वाणी की सुधावृष्टि करने लगते थे; श्रोताओं की आत्माएँ तृप्त हो जाती थीं, लोगों पर अनुराग का नशा छा जाता था। गरमी के दिन थे। लीलाधर जी किसी शीतल पार्वत्य प्रदेश को जाने […]
“किसी से कुछ मांगने पर अथवा सहयोग लेने पर व्यक्ति के स्वाभिमान पर चोट लगती है। इस चोट से बचने के लिए दूसरों से सहयोग लेने का विचार कम ही रखें, और अधिक से अधिक स्वात्मनिर्भर होकर स्वाभिमान से जिएं।” जीवन जीने की पहली पद्धति — “कुछ लोग स्वाभिमानी होते हैं, जो स्वात्मनिर्भर होकर जीवन […]
42 लाख मौतों के बाद भी पूरे विश्व में कोरोना से बचाव और उसके उपचार पर वही घिसी पीटी बातें डेढ़ साल से दोहराई जा रही हैं की मास्क लगा लो, सामाजिक दूरी बना लो, वैक्सीन लगवा लो। इस बात का कोई अध्ययन नहीं हुआ कि यह सब करके हमने क्या खोया, क्या पाया। पहले […]
“यदि वृक्ष के फल चाहिएँ, तो पहले वृक्ष का विकास एवं उस की सुरक्षा करनी होगी।” फल कहां लगते हैं? वृक्षों पर। अतः फल प्राप्त करने के लिए पहले वृक्षों की आवश्यकता है। उसके बाद ही फल मिल सकते हैं। इस बात को यदि दार्शनिक भाषा में कहें, तो ऐसे कहेंगे, कि “कारण के बिना […]
आचार्य करण सिंह नोएडा “श्रीमद् वेदभागवत की कथा पढ़ो- सुनो”– वेद में उपदेश है-‘सं श्रुतेन गमेमहि मा श्रुतेन विराधिषि।।अथर्व• भावार्थ- हे परमेश्वर! हम सदा वेद मार्ग पर चलें कभी वेद से विमुख न हो। भारत के प्रसिद्ध महाकवि तुलसीदास जी ने भी मनुष्य को संदेश दिया है- चलहि° कुपन्थ वेद मग छाडे, कुटिल कुचाली कलि […]
दुनिया की सबसे शक्तिशाली संस्था संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के तौर पर भारत की ताजपोशी से पाकिस्तान को तीखी मिर्ची लगी है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को उम्मीद जताई कि भारत अपने कार्यकाल के दौरान निष्पक्ष होकर काम करेगा। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जाहिद हाफीज चौधरी ने कहा कि हमें […]
ईश्वर ने वेदों को संहिताबद्ध कर विषयों को प्रदान किया : आचार्य विद्या देव ग्रेनो । (विपिन आर्य/ अजय आर्य) जहां पर स्थित गुरुकुल मुर्शदपुर में आर्य प्रतिनिधि सभा जनपद गौतम बुद्ध नगर की ओर से चतुर्वेद पारायण विश्व शांति महायज्ञ का शुभारंभ किया गया। जो कि 1 अगस्त से शुरू होकर 21 अगस्त […]