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आओ कुछ जाने

गुरु शिष्य परंपरा और भगवा ध्वज

  पर्वों, त्योहारों और संस्कारों की भारतभूमि पर गुरु का परम महत्व माना गया है। गुरु शिष्य की ऊर्जा को पहचानकर उसके संपूर्ण सामर्थ्य को विकसित करने में सहायक होता है। गुरु नश्वर सत्ता का नहीं, चैतन्य विचारों का प्रतिरूप होता है। रा. स्व. संघ के आरम्भ से ही भगवा ध्वज गुरु के रूप में […]

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इतिहास के पन्नों से

बलिदानी दामोदर हरि चाफेकर

18 अप्रैल/बलिदान-दिवस   दामोदर हरि चाफेकर उस बलिदानी परिवार के अग्रज थे, जिसके तीनों पुष्पों ने स्वयं को भारत माँ की अस्मिता की रक्षा के लिए बलिदान कर दिया। उनका जन्म 25 जून, 1869 को पुणे में प्रख्यात कथावाचक श्री हरि विनायक पन्त के घर में हुआ था। दामोदर के बाद 1873 में बालकृष्ण और […]

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राजनीति

राहुल गांधी : चार राज्यों में की जमकर जनसभा, अब बंगाल में हार होती देख नहीं करेंगे कोई चुनावी रैली

नेता जनता को कितना पागल समझते हैं, देश फैले कोरोना के दौरान चुनावी रैलियों से पता चल रहा है। ऊपर से बंगाल को छोड़ अन्य चार राज्यों में खूब प्रचार कर कोरोना का बहाना कर राहुल गाँधी ने बंगाल की रैलियां स्थागित कर दी। स्थागित करने का कारण भी है, क्योकि वहां असली लड़ाई तृणमूल […]

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इतिहास के पन्नों से

महात्मा ज्योतिबा फुले का योगदान

  ललित गर्ग वंचितो, शोषितों और समाज में हाशिए पड़े हुए लोगों के उत्थान के लिए उन्होंने कई कल्याणकारी कार्य किए और समाज में अलग-थलग रह रहे लोगों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य किया। वे सशक्त, संतुलित, जातिवाद एवं रूढ़ि-आडम्बरमुक्त भारत निर्माण के पुरोधा थे। उनकी मानवीय संवदेनाओं ने केवल दलितों, […]

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संपादकीय

डॉ अंबेडकर का संस्कृत प्रेम और ‘नवयान’ अभियान

  डॉक्टर भीमराव अंबेडकर भारतीय स्वाधीनता संग्राम के एक ऐसे नेता रहे हैं , जिन्होंने अपनी प्रतिभा और योग्यता के बल पर अपना विशेष सम्मानपूर्ण स्थान प्राप्त किया। वह भारतीय संविधान की प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे और प्रारूप समिति के अध्यक्ष के नाते उन्होंने संविधान में वही लिखा जो उनसे संविधान सभा के सदस्यों […]

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विविधा

प्रवासी मजदूरों के सामने एक बार फिर पलायन की समस्या आ खड़ी हुई है

  अजय कुमार बड़े शहरों में काम कर रहे प्रवासी मजदूर गांवों का रूख करने लगे हैं, लेकिन अभी हालात उतने खराब होते नहीं दिख रहे हैं जितने पिछले वर्ष देखने को मिले थे। पिछले साल लॉकडाउन के दौरान जैसी स्थिति अभी नहीं दिख रही है, न ही ऐसे हालात बन ही पाएंगे। कोरोना वायरस […]

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आज का चिंतन

मुक्ति का साधन इंद्रिय संयम

  प्रियांशु सेठ [एक मित्र ने शंका रखी है कि क्या इन्द्रिय-संयम अर्थात् ब्रह्मचर्य का पालन जीवन में अनिवार्य है? इस लेख के द्वारा इस शंका का समाधान किया जा रहा है।] वेदादि सत्य शास्त्रों ने मोक्ष-मार्ग के पथिक के लिए ब्रह्मचर्य का पालन अनिवार्य बताया है। एक साधक के लिए इन्द्रिय-संयम उसी प्रकार आवश्यक […]

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इतिहास के पन्नों से

महाभारत लेखन की कुछ विचारणीय बातें

महाभारत लेखन की विचारणीय बातें :— राजा भोज ने अपने “संजीवनी” नामक ऐतिहासिक ग्रन्थ में लिखा है कि, वेदव्यास जी ने चार सहस्त्र चार सौ श्लोक में ‘जय’ ग्रन्थ की रचना की, जिसके रचयिता (वक्ता) स्वयं वेद व्यास जी व श्रोता वैशम्पायन थे | उनके शिष्य वैशम्पायन ने पांच सहस्र छः सौ श्लोक जोड़कर दस […]

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मुद्दा समाज

किसान आंदोलन को लेकर मोदी जी भी यही चाहते थे ….

  मोदी चाहते थे कि किसान स्वयं समझें कि वह कैसे इन कृषि कानूनों के अन्तर्गत किसानों को बचाना चाहते हैं और उनकी स्थिति बेहतर करने को प्रतिबद्ध हैं। पंजाब के किसानों ने रोपड़ से 44 ट्रक जो उ.प्र से 1100 रुपये किं० खरीद कर और भटिण्डा मण्डी में बिहार से 1000 रुपया किं० गेहूं […]

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आतंकवाद

रोजा सेहरी के नाम पर ‘पुलिसवाली’ ने ही आतंकियों को नहीं खोजने दिया, लगा यूएपीए

  जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले की एक विशेष पुलिस अधिकारी (SPO) को ‘आतंकवाद का महिमामंडन करने’ और सरकारी अधिकारियों को उनके कर्तव्य का निर्वहन करने से ‘रोकने’ के आरोप में गिरफ्तार कर सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। महिला पुलिसकर्मी पर UAPA के तहत मामला दर्ज किया गया है।  वैसे यह कोई हैरान करने वाली खबर […]

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