………………………………………….. १. हिन्दू परमात्मा के भिन्न भिन्न प्रकार के अवतारों को मानते है। तैंतीस कोटि का अर्थ तैंतीस करोड देवी देवता लेकर उन्हें भी परमात्मा या परमात्मा का अवतार मानता है। आर्य एक निराकार ईश्वर को मानते हैं जो अवतार नहीं लेता । राम, कृष्ण, पतंजलि, जैमिनि, कणाद, दयानंद जैसे महापुरुषों के जन्म लेने को […]
महीना: जून 2020
केंद्र सरकार ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) बना कर इस्लामी देश पाकिस्तान और बांगलादेश के पीडित अल्पसंख्यक हिन्दुओं को बहुत दिलासा दी है । परंतु, उन्हें भारत में लेने की प्रक्रिया अभी भी पुरानी और सदोष है । इसलिए, उसमें सुधार करना आवश्यक है । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को ‘रियासत-ए-मदीना’, अर्थात काफिरमुक्त देश […]
आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा है कि कोरोना वायरस भगवान श्रीकृष्ण की देन है। मोदी-योगी-अमित के विरुद्ध करने में राहुल गाँधी को पीछे छोड़ने में कांग्रेस नेता भी कम नहीं। कहते अपने-आपको हिन्दू हैं, लेकिन इतना भी ज्ञान नहीं कि नारद पुराण में विदेश से आयी इस महामारी […]
मानव का खानपान बदल गया। रहन-सहन बदल गया। चाल चलन बदल गया। मानव की मान्यताएं बदल गईं ,और बदल गया मानव का स्वभाव । जैसे-जैसे मानव मूल्यों में अवमूल्यन हुआ ,मानव पतनोन्मुख होता चला गया ।मानव नामक प्राणी के अजीब गरीब चेहरे मिलते हैं । मानव के पतन का सिलसिला अभी भी और चलना चाहिए […]
जब भारत की राजनीति पूर्णतया अस्तव्यस्तत हुई पड़ी है और राजनीतिज्ञ अपने स्वार्थों से परे की सोचने मेंं सर्वथा अक्षम नजर आते हैं , तब कुछ ऐसे लोगों को देखकर सुखद आश्चर्यय होता है जो कई बार राष्ट्र हित को सर्व प्रथम रख कर राजनीति करने को प्राथमिकता देते हैंं और शरद पवार ऐसे ही […]
भारतीय सभ्यता तथा संस्कृति में साहित्य तथा कला का महत्वपूर्ण स्थान रहा है। गायन वादन नृत्य तथा नाट्य शास्त्र इतना महत्वपूर्ण तथा सशक्त कलlए हैं की उनको पूरा एक वेद सामवेद ही समर्पित है।उसी कड़ी में हमारे यहां नाट्यकला का भी अति महत्वपूर्ण स्थान है यह नाट्यशास्त्र ऐसी विद्या है जिसमें व्यक्ति और समाज की […]
भाई और बहन के परस्पर कर्तव्य भाई और बहन का सम्बन्ध भारत की वैदिक संस्कृत में बहुत ही पवित्र माना जाता है। संसार के अन्य देशों में भी यदि भाई बहन के संबंध को सबसे अधिक पवित्र माना जाता है तो इसके पीछे कारण केवल वैदिक संस्कृति का वह चिन्तन है जिसके कारण ये दोनों […]
प्रस्तुति : आचार्य ज्ञान प्रकाश वैदिक १. आर्य – जो श्रेष्ठ स्वभाव, धर्मात्मा, परोपकारी, सत्य विद्यादि गुणयुक्त और आर्यावर्त देश में सब दिन से रहने वाले हैं, उनको ‘आर्य’ कहते हैं। – आर्योद्देश्य रत्नमाला (४०) टिप्पणी : आर्य शब्द दो भावों में प्रयोग होता है। एक, वे सब लोग जो श्रेष्ठ हैं, शुभ कर्म करते […]
ओ३म् =========== हमने कल वयोवृद्ध आर्यविद्वान पं. इन्द्रजित् देव, यमुनानगर से बातचीत की। उनसे महात्मा चैतन्य स्वामी जी के विषय में बातें हुईं। पंडित जी सन् 1965 से सन् 1969 तक चार वर्ष अपने सरकारी सेवाकाल में हिमाचल प्रदेश के मण्डी जिले के सुन्दरनगर स्थान पर रहे। इन्हीं दिनों लगभग 18 वर्ष के किशोर भगवान […]
संभल। पत्रकारिता के लिए सचमुच यह एक बुरी खबर है कि योगी सरकार में पत्रकारों का उत्पीड़न निरंतर जारी है ब्यूरोक्रेसी का स्वर्णिम काल चल रहा है जहां पत्रकारिता का गला घोंटने के लिए ब्यूरोक्रेट्स किसी भी सीमा तक जा सकते हैं । इसी का उदाहरण है एसपी सम्भल का दुराचरण। जिन्होंने स्वच्छ और निर्भीक […]