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प्रमुख समाचार/संपादकीय

आज का चिंतन-13/04/2014

प्रतिक्रियाओं से बचें – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com   क्रिया और प्रतिक्रिया आम इंसान से लेकर हर चेतन तत्व का गुणधर्म है। हर व्यक्ति अपने-अपने हिसाब से क्रिया भी करता है, प्रतिक्रिया भी। कई लोग क्रियाओं में विश्वास करते हैं, कई ऎसे हैं जिनका क्रियाओं में कम, प्रतिक्रियाओं में ज्यादा विश्वास होता है। खूब […]

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राजनीति

गोहत्या बन्दी का आश्वासन देने वाले को ही संसद भेजें

शिवकुमार गोयलइस माह अप्रैल में पूरे देश में लोकसभा के चुनाव संपन्न होंगे। मतदान के माध्यम से ही हम राष्ट्रभक्त कत्र्तव्यशील तथा बेदाग प्रतिनिधियों के हाथों केन्द्र की बागडोर सौंप सकते हैं।विगत दो दशकों से केन्द्र में कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार रही है। इस सरकार ने भ्रष्टाचार, अनाचार तथा अन्य सभी बुराईयों के रिकार्ड […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

आज का चिंतन-12/04/2014

मुर्दों से काम न लें –  डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com काम कोई सा हो, अपना हो या पराया। हर काम की पूर्णता के लिए जरूरी है जिन्दा लोगों की मौजूदगी। जो लोग जिन्दे हैं वे ही अच्छी तरह काम कर सकते हैं। हर काम की सफलता और पूर्णता के लिए यह जरूरी है कि […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

आज का चिंतन-11/04/2014

जिक्र और फिक्र उसी से जिसका  उससे संबंध हो – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com   समय और पात्र का चयन जितना अच्छे से किया जाए, उतना कार्यसिद्धि और विचार सम्प्रेषण में मदद मिलती है। आमतौर पर जो बात हम कहना चाहते हैं उसका कोई अर्थ सामने नहीं आता। इसके दो ही कारण हैं। पहला […]

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संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा

महारानी संयोगिता व हजारों बलिदानियों के बलिदान का स्मारक-लालकिला

राकेश कुमार आर्यसज्जन और सप्तपदीकहा जाता है कि ”सतां सप्तपदी मैत्री” अर्थात सज्जनों में सात पद चलते ही मैत्री हो जाती है। ये सात पद मानो सात लोक हैं, प्रत्येक पद से एक लोक की यात्रा हो जाती है। अत: सात पद किसी के साथ चलने का अर्थ है कि मैंने आपकी मित्रता स्वीकार की। […]

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बिखरे मोती

बिखरे मोती-भाग 45

साहसी पुरूष ही जगत में, करते ऊंचे काजगतांक से आगे….पति की सेवा में निहित,स्त्री का कल्याण।कटु भाषण करती नही,आये का राखे मान।। 590।। सृष्टि का कारण वही,वही है आदि अंत।पालक, रक्षक, रचयिता,सबसे बड़ा महन्त ।। 591।। अत्याचारी हो पति,शोकातुर रहै नार।सुख समृद्घि का नाश हो,उजड़ जाए संसार ।। 592।। मन, ज्ञान और इंद्रियां,प्रभु की अदभुत […]

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विशेष संपादकीय वैदिक संपत्ति

मनुष्य का आदिम ज्ञान और भाषा-16

गतांक से आगे…..इन किसानों के पशु क्या हैं? सो भी देखिए-एह यन्तु पशवो से परेयुर्वायुर्येषां सहचारं जुजोष।त्वष्टा येषां रूपघेयानि वेदास्मिन तान गोष्ठे सविता नि यच्छतु ।।अर्थात जिन पशुओं का सहचारी वायु है, त्वष्टा जिनके नामरूप जानता है और जो बहुत दूर है, उनको सविता सूर्य गोष्ठ में पहुंचावे।वैदिक जानते हैं कि सूर्यकिरणों को गौ और […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

रक्त-रंजित मुद्रा की चकाचौंध-3

मुजफ्फर हुसैनगतांक से आगे…….भारत में मांसाहार और पशु पक्षियों के कत्ल की कोई समस्या थी ही नही, लेकिन सरकार की अदूरदर्शिता ने इसे संकट में बदल दिया। मांसाहार करने वाला वर्ग कभी भी प्रताडऩा का शिकार नही होता था। उसे उदरपूर्ति में कोई कठिनाई नही आती थी। क्योंकि उस समय तक मांसाहार वह इसलिए करता […]

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प्रमुख समाचार/संपादकीय

आज का चिंतन-10/04/2014

जो काम नहीं हो पाए उनका तनाव न रखें – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com आदमी की आधी से ज्यादा जिंदगी इन चिंताओं में गुजर जाती है कि उसके सोचे हुए काम पूरे नहीं हुए और समय बीतता चला जा रहा है। ऎसा प्रत्येक इंसान के साथ होता ही है। शायद ही कोई बिरला ऎसा बचा […]

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आज का चिंतन

आज का चिंतन-09/04/2014

भगवान ने सब कुछ दिया है सुखी या दुःखी होना अपने हाथ में – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com इंसान की जात-जात की भूख और प्यास इतनी विराट और अपरिमित है कि पूरी दुनिया उसे मिल जाए तब भी भिखारी का भिखारी ही रहेगा, उसे संतोष या तृप्ति का अहसास कभी नहीं हो सकता। इंसान के लिए […]

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