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प्रमुख समाचार/संपादकीय

अहम ब्रह्मास्मि से अहम भष्मास्मि की ओर जा रहे-शासक, संत और समाज

भारतवर्ष एक भौतिक भूखंड ही नही है, वह एक विचार है। भारतवर्ष का अर्थ ही अत्यंत पवित्र और प्रेरणादायक है जो ज्ञान के प्रकाश में लीन रहकर जीवन व्यतीत करता हो, वह भारतवर्ष है। जब हम इसे इंडिया कहते हैं तो उसके पवित्र भाव कहीं दब जाते हैं। युगों युगों तक भारतवर्ष ने विश्व को […]

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महत्वपूर्ण लेख

विदेशों में जमा काला धन की वापिसी के ये स्वयंभू पैरोकार

तनवीर जाफऱीअन्ना हज़ारे व उनके सहयोगियों द्वारा छेड़े गए जनलोकपाल विधेयक संबंधी आंदोलन की ही तरह बाबा रामदेव द्वारा विदेशों में जमा काला धन वापसी के मुद्दे पर छेड़ा गया आंदोलन भी पूरे देश के लिए आकर्षण व चर्चा का केंद्र रहा। इन आंदोलनों की परिणिति क्या हुई अथवा यह आंदोलन सफल रहे या असफल, […]

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महत्वपूर्ण लेख

भारतीय रियासतों का एकीकरण और पटेल

राकेश कुमार आर्य सरदार पटेल का नाम भारत की तत्कालीन 563 रियासतों के भारत में विलीनीकरण के कारण बहुत ही सम्मान से लिया जाता है। उनके लौहपुरूष होने का प्रमाण उनके द्वारा रियासतों को भारतीय संघ में सम्मिलित करने के उनके महान कार्य में देखने को मिला। भारत की स्वतंत्रता में राजशाही का कोई विशेष […]

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राजनीति

मैडम की खुशी के लिए मर्यादा भूल गये महामहिम

रायसीना हिल्स पर कब्जा जमाने के बाद प्रणव मुखर्जी ने अपने साथ अपने सालों के विश्वस्त लोगों को भी राष्ट्रपति आवास में लगा दिया है। महामहिम आवास में पहले और अब के आयोजनों में बेहद अंतर परिलक्षित हो रहा है। पहले के आयोजनों में सेना के सचिव करीने से बिना किसी चूक सब कामों को […]

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भारतीय संस्कृति

प्रधानमंत्री जी! कश्मीर के दर्द को सुनो

सम्मानीय, प्रधानमंत्री जी, सादर अभिवादन। महोदय, आशा है आप सानन्द होंगे। दिल्ली की चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था और उसमें भी आपका निवास स्थान, किसकी हिम्मत है कि उसकी ओर कोई नजर उठाकर भी देख ले। सवा अरब जनता का प्रधानमंत्री यह हक भीरखता है कि उसे पूरी सुरक्षा व्यवस्था मिले। आज आप दूसरी पारी खेलने […]

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भारतीय संस्कृति

भारत में कानूनी व्यवस्था-गौ वंशीय पशु पर अत्याचार का कानून

हरिशंकर राजपुरोहितभारत में परंपरा से गाय व गौ धन को पशु होने पर भी अधिक सुख व लाभ देने वाली प्राणी होने से पवित्र मानकर पूजा की जाती रही है। भगवान कृष्ण ने इसकी रक्षार्थ गौ-वर्धन पर्वत उठा लिया था अनेक लोगों ने विभिन्न आराधना व तप त्याग किया है। कामधेनु को प्राप्त करने के […]

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भारतीय संस्कृति

भारत का प्राचीन गौरव कोई कपोल कल्पना नही

दीनानाथ मिश्राभारतीय बुद्घिजीवियों के राष्ट्रीय स्वाभिमान और आत्म-सम्मान को हो क्या गया है? उनमें प्राचीन भारत की विरासत के बारे में इतना हीन भाव क्यों है? क्या भारत का इतिहास मुस्लिम आक्रमणों से चालू होता है? इसके पहले के भारत में कुछ था ही नही? इसके पहले के भारत में कुछ था ही नही? क्या […]

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भारतीय संस्कृति

बाघों के इलाके में पर्यटन का मजा ही कुछ और है

प्रमोद भार्गवसर्वोच्च न्यायालय की रोक के चलते अब सैलानी राष्ट्रीय उधोगों और अभयारण्यों में स्थित बाधों के प्राकृतिक आवास स्थलों के निकट नहीं धूम सकेंगे। न्यायालय ने सभी राज्यों को बाघ्यकारी आदेश देते हुए कहा है कि बाघों के भीतर क्षेत्र ;कोर एरियाद्ध को 10 किलोमीटर के दायरे तक अधिसूचित किया जाए और यह क्षेत्र […]

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राजनीति

हे मतदाता देश बचाओ

अपने देश के सारे नेता, भाषण से मन हर लेते हैं।करते नही ये काम कभी कुछ, बातें प्यारी कर लेते हैं।।झूठे हैं इनके सब वादे, इनकी बातें में चतुराई।कहते हें ये केवल अपनी, सुनते नही किसी की भाई।।वक्त पड़े पर पांव पूजते, और मांगते भीख वोट की।धनिक भिखारी हैं ये ऐसे, जिन पर वर्षा होय […]

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राजनीति

भारतीय राजनीति का स्याह चेहरा है गोपाल कांडा

गीतिका शर्मा आत्महत्या मामले में पुलिस से आंख मिचौली करने वाले हरियाणा सरकार के पूर्व गृहराज्य एवं स्थानीय विकास मंत्री गोपाल कांडा ने आखिरकार शाही अंदाज में आत्म समर्पण कर ही दिया। जो तथ्य गीतिका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आ रहे हैं उससे कांडा के लिए आने वाला समय और परेशानी वाला होने वाला […]

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