शैतान रेगर भीलवाड़ा, राजस्थान देश की आजादी को सात दशक बीत जाने के बाद भी ईंट भट्ठा मजदूर गुलामी (बंधुआ मजदूरी) का जीवन जीने को विवश हैं. भौगोलिक रूप से भले ही देश को आजादी मिल गई हो या सरकारें कितने ही योजनाएं बना ले, लेकिन सच यह है कि देश में प्रवासी मजदूरों को […]
लेखक: उगता भारत ब्यूरो
“एपेक्स डाईग्नोस्टिक” बस्ती, “हनु डाईग्नोस्टिक सेंटर” आगरा और “नोवा हॉस्पिटल एण्ड ट्रामा सेन्टर” बस्ती के संयुक्त तत्वावधान में “द्विवेदी निवास” ग्राम मरवटिया पाण्डेय ,विकास क्षेत्र और थाना कप्तान गंज, जिला बस्ती में 13 अप्रैल 2024 की शाम के समय भक्ति संध्या का आयोजन किया गया जिसमें भक्तों और श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा था। इस […]
(पवन वर्मा-विनायक फीचर्स) लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में अब डर्टी पॉलिक्टिस की एंट्री हो गई है। वैसे यह प्रदेश आमतौर पर इस तरह की राजनीति से हमेशा ही दूर रहा है। खासकर चुनाव जीतने को लेकर इस तरह के हथकंडे यहां नहीं अपनाए जाते। यहां सभी राजनीतिक दल और नेता इसे सुचिता और विचारधारा की […]
आधुनिक राम-काव्य का महत्व (डॉ. परमलाल गुप्त – विनायक फीचर्स) समस्त भारतीय साहित्य में राम-काव्य का महत्वपूर्ण स्थान है। संस्कृत, प्राकृत, अपभ्रंश, तमिल, तेलुगू, मलयालम, कन्नड़, मराठी, उडिय़ा, बंगला, असमिया, हिन्दी आदि सभी भाषाओं में प्रचुर परिमाण में राम-काव्य की रचना हुई है। हिन्दी में उसके आदि काल से ही राम-काव्यों की भी बड़ी संख्या […]
(दुर्गाप्रसाद शुक्ल ‘आजाद’ – विभूति फीचर्स) श्रीराम का अलौकिक व्यक्तित्व भारतीय जनमानस पर विशाल वटवृक्ष के सदृश छाया हुआ है, जिसकी सुशीतल छाया में धर्म, आध्यात्म, नैतिकता, सच्चरित्रता तथा परोपकार आदि सद्ïगुण पलते और बृद्धि को प्राप्त होते हैं। वैदिक ऋषियों से लेकर नरेन्द्र कोहली तक के साहित्यिक सफर में रामकथा के इतने रूप हमारे […]
बांसवाड़ा, 14 अप्रेल/चैत्र नवरात्रि में मेष संक्रांति के दिन ही सतुआन पर्व पर भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयन्ती सामाजिक समरसता दिवस पर इस्कान की बांसवाड़ा इकाई के तत्वावधान में रविवार को इस्कान केन्द्र पर अभय गोरांग प्रभु की अगुवाई में हुए बहुआयामी कार्यक्रम में श्रृद्धा-भक्ति का ज्वार उमड़ आया। इस अवसर पर अपने प्रवचन […]
(राकेश अचल -विभूति फीचर्स) भारत की सियासत में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी का सम्मान जनक स्थान है।वे ऐसे नेताओं में से एक थे जिनके अपनी पार्टी के साथ साथ दूसरे दलों के नेताओं से भी बहुत अच्छे रिश्ते रहे।आज भी राजनीति मेंअटल जी का नाम बेहद सम्मान के साथ लिया जाता है ।अटल जी […]
डॉ डी के गर्ग 5.कर्ण को सूर्य पुत्र क्यों कहा? माता कुंती ने करूड़ ऋषि के आश्रम में विद्या अध्ययन किया था। श्वेत मुनि भी अपने समय के एक महान ऋषि हुए हैं। जिन दोनों के संयोग से कर्ण पैदा हुआ था। सामाजिक लोक लिहाज के कारण कुंती ने कर्ण को गंगा नदी के मार्ग […]
बेबी कंवर लूणकरणसर, बीकानेर राजस्थान एक अप्रैल से राजस्थान की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहयोगिनियों और सहायिकाओं के मानदेय में 10 प्रतिशत की वृद्धि कर दी गई है. इससे आंगनबाड़ी से जुड़े सदस्यों को काफी लाभ पहुंचेगा. इस वक़्त पूरे राज्य में 62,020 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किये जा रहे हैं. जिसके माध्यम से लाखों बच्चों और गर्भवती […]
देवयज्ञ का अर्थ है अग्निहोत्र और विद्वानों का संग एवं सेवा आदि | अग्निहोत्र का समय सूर्योदय के पश्चात् सूर्यास्त के पूर्व है | अग्निहोत्र के लिए निम्न उपकरणों की आवश्यकता है- १. एक धातु अथवा मिट्टी की चौकोर वेदी इस प्रकार बनवा लें कि ऊपर जितनी चौड़ी हो उतनी ही गहरी हो, परन्तु नीचे […]