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आओ कुछ जाने

“सर्दियां दिल को रास नहीं आती “

💔🗯💔🗯💔🗯💔🗯💔🗯 खाने-पीने के शौकीनों को सर्दियों का मौसम बहुत भाता है। सर्दियों में पाचन शक्ति गर्मियों की अपेक्षा अधिक बलवती रहती है जठराग्नि प्रदीप्त रहती है अर्थात पेट को सर्दियों का मौसम बहुत रास आता है लेकिन शरीर के रक्त परिसंचरण तंत्र के आधार बिना रुके 24 घंटे रक्त की पंपिंग करने वाले पंप दिल […]

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आओ कुछ जाने

काव्य में भी छुपा है अद्भुत विज्ञान

सुद्युम्न आचार्य भारत की एक परंपरा रही है कि हमने ज्ञान-विज्ञान की बातों को काव्य रूप में कहा है। उदाहरण के लिए महाभारत समस्त ज्ञान-विज्ञान का विश्वकोश है। महाभारत काव्य में ही है। वेदों तथा उपनिषदों में भी काव्य में ही ज्ञान-विज्ञान का वर्णन है। यह हमारा काम है कि काव्य में से ज्ञान-विज्ञान को […]

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इतिहास के पन्नों से

नदी में कुआं : एक अनोखा इतिहास

नदी में कुआं राजस्थान के जोधपुर डिवीजन के अंतर्गत जालौर जिले से 70 किमी0 दूर कोमता गाँव हैं । जालौर जिले का मूल नाम जाबालिपुरा था जो रामायण कालीन ऋषि जाबालि के नाम पर था। रामायण काल से लेकर रियासत काल तक अनेक राजाओं ने इस पर शासन किया । सबसे उल्लेखनीय शासन गुर्जर प्रतिहार […]

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आर्यसमाज के सौ वर्ष और हरयाणा में उसका प्रभाव

आर्यसमाज के सौ वर्ष और हरयाणा में उसका प्रभाव लेखक – प्रो. प्रकाशवीर विद्यालंकार अध्यक्ष संस्कृत विभाग राजकीय महिला महाविद्यालय रोहतक प्रस्तुतकर्ता :- आर्य सागर खारी राजनैतिक क्षेत्र में सामाजिक क्षेत्र में धार्मिक क्षेत्र में सांस्कृतिक व शैक्षणिक क्षेत्र में । आर्य समाज की स्थापना दस अप्रैल १८७५ को महर्षि दयानन्द के करकमलों द्वारा बम्बई […]

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स्वास्थ्य

मधुमक्खी का सरेस

।मधुमक्खी का सरेस। मधुमक्खी कमाल का कीट है। कीट वर्ग में जितना अपने हैरतअंगेज कारनामों, रचना कौशल, बुद्धिमता ,संवेदनशीलता, सामाजिकता के कारण कीट विज्ञानियों अर्थात मानुष को सर्वाधिक आश्चर्यचकित मधुमक्खी ने ही किया है इतना शायद ही किसी अन्य कीट ने नहीं किया हो। एकबारगी मधुमक्खी भोजन का अभाव, मौसम की प्रतिकूलता सह सकती है […]

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आओ कुछ जाने

मूर्तिपूजा का प्रारम्भ कब क्यों व कैसे ??

5000 वर्ष पूर्व महाभारत काल तक भारत में विशुद्ध रूप से सभी जन वैदिक धर्म के ही अनुयाई थे। महाभारत के युद्ध के पश्चात ऋषियों की वैदिक व्यवस्थाओ में शिथिलता आने लगी। वेद के विद्वान जनो की हानि होने लगी। फिर भी 600 ईस्वी पूर्व तक आर्यावर्त में कुछ अशुद्धियों के साथ वैदिक मत ही […]

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कृषि जगत

गाय का दूध और घी अपने आप में है अमृत

सिद्धार्थ जगन्नाथ जोशी आज सामान्य तौर पर माना जाता है कि गाय का दूध 30 रूपए प्रति लीटर होता है और घी 500 रूपए प्रति लीटर। यह गणित कहां से आता है, इसके बारे में कुछ चर्चा करते हैं। पहले हमें परिभाषाएं स्पष्ट कर लेनी चाहिए। गाय : भारतीय भूभाग पर देसी गौवंश का वह […]

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पर्यावरण

*स्मॉग टावर समस्या या समाधान* ।

इंसान ने जबरदस्त उन्नति की है या अवनति यह आप विचार करें । लोहे कंक्रीट के विविध टावरों से धरा को पाट दिया है। पहले विकराल पर्यावरण समस्याएं उत्पन्न करना फिर उनका आंशिक खर्चीला कृत्रिम समाधान प्रस्तुत करना। हमने आपने भूमि आकाश में स्थापित भीमकाय वॉच अर्थात निगरानी टावर ,मोबाइल टावर तो देखे सुने हैं […]

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भयानक राजनीतिक षडयंत्र

सैयाह सुनामी की प्रासंगिकता और इतिहास का पुनर्लेखन

राजीव रंजन प्रसाद ऐतिहासिक उपन्यासों की परम्परा में अनेक नाम देदीप्यमान हैं लेकिन कुछ नाम ऐसे भी हैं जिनकी रचनाओं को जनप्रियता तो प्राप्त हुई तथापि उनका समुचित मूल्यांकन नहीं हुआ। वाद और पंथ की बेडिय़ों ने समालोचकों को अनेक साहित्यिक नाम प्रतिमान की तरह स्थापित करने के लिये प्रदान किये परंतु कतिपय लेखन ऐसा […]

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देश विदेश

भारत और रूस मिलकर ध्वस्त करेंगे अफगानिस्तान पर पाकिस्तान और चीन की चाल को

 शैलेश शुक्ला  पाकिस्‍तान, तालिबान और चीन के बढ़ते खतरे के बीच भारत अफगानिस्‍तान में रूस की मदद से आगे बढ़ने जा रहा है। रूस भारत का लंबे समय से घनिष्‍ठ मित्र रहा है और पुतिन अगले महीने भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। काबुल अफगानिस्‍तान में तालिबान राज आने के बाद पाकिस्‍तान और चीनी […]

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