Categories
पर्यावरण

प्रकृति से खिलवाड़ करता मनुष्य और उसके दुखों का वास्तविक कारण

जीव को होने वाले दु:खों के कारण क्या हैं ? जीवन में दुख कोई नहीं चाहता। सब सुख को तरसते हैं। यह अलग बात है कि सुख की चाह रखने वाला मानव दुख प्राप्ति के ही कार्यों में लगा रहता है। यह एक अबूझ पहेली बनी हुई है कि दुखों के मार्ग पर चलने वाला […]

Categories
आओ कुछ जाने

औरंगजेब शाहजहां ने बनवाए मंदिर : एनसीईआरटी में बिना किसी प्रमाण के पढ़ाया जा रहा है यह सब, आरटीआई में हुआ खुलासा

  मुगलों का महिमामंडन मुख्यधारा की मीडिया से लेकर सोशल मीडिया पर उदारवादियों और वामपंथियों द्वारा अक्सर किया जाता है। यहाँ तक भी दावे किए जाते हैं कि औरंगजेब जैसे आक्रांताओं ने भी भारत में रहते हुए मंदिरों की रक्षा की और उनकी देखरेख का जिम्मा उठाया था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्कूलों […]

Categories
राजनीति

लाशों के व्यापारियों ने लूट लिया देश

लाशों के व्यापारी आज कल बहस चल रही है किस सरकार ने आपदा समय में क्या किया तो मुझे 2013 की बाबा केदारनाथ धाम मे भीषण बादल फटने की घटना याद आ गई। आइये जानें इस आपदा में काँग्रेस ने कैसे की लोगों की मदद। 16 जून 2013 को उत्तराखंड केदारनाथ में जलप्रलय शुरू हुआ […]

Categories
आओ कुछ जाने आतंकवाद

फासीवाद, अभिव्यक्ति की आजादी और लोकतंत्र की हत्या के क्या हैं वामपंथियों की नजरों में अर्थ

भारतीय वामपंथी के मुंह से यह शब्द आपने भी सुने होंगे। तानाशाही, फासीवाद अभिव्यक्ति की आजादी लोकतन्त्र की हत्या सर्वाहारा, समानता और मानवता भगवान श्री राम से लेकर सावरकर तक हर महापुरुष पर अंगुली उठाने वाले कम्युनिस्टों के आदर्श माओ कैसे थे? हाँ वही चीनी माओ जिसने1962 मे भारत पर आक्रमण किया था। हाँ वही […]

Categories
स्वास्थ्य

यह समय आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति का नहीं , कोरोना महामारी से लड़ने का है

मैं उस समय की बात कर रहा हूं जब मेरी उम्र10 या 12 वर्ष की रही होगी। पैतृक ग्राम महावड में हमारी ईख की फसल खड़ी हुई थी । पता नहीं किस कारण से उसमें एक किनारे से आग लग गई। पूज्य पिताजी , दोनों बड़े भाई साहब, सभी आग को बुझाने में लगे हुए […]

Categories
आओ कुछ जाने

जिस हाल में आज पाकिस्तान है ऐसे ही हाल में छोड़ कर गए थे राजीव गांधी भारत को….

  सोनिया ने पर्दे के पीछे किस कदर लूट की होगी ? सोचिये… तब 40 करोड़ के लिए सोना गिरवी रखा था… जबकि 64 करोड़ की दलाली तो सिर्फ बोफोर्स में खाई गयी थी… RBI गवर्नर रहे Y.V रेड्डी की पुस्तक ADVISE AND DECENT से साभार… काँग्रेस के शासनकाल में सिर्फ 40 करोड़ रुपए के […]

Categories
आओ कुछ जाने इतिहास के पन्नों से

आइए ! जानते हैं भारत क्यों बना था भारत – विश्वगुरु

  भारतीय धर्म संस्कृति और इतिहास की पवित्रता में विश्वास रखने वाले हम सब भारतवासियों के लिए यह बहुत गर्व और गौरव का विषय है कि भारत ने विश्वगुरु के रूप में एक समय सारे विश्व को मर्यादा व्यवस्था और शांति का पाठ पढ़ाया था। भारत के विश्व गुरु रहते हुए संपूर्ण संसार व्यवस्थित रहा। […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

इतिहास में ऐसे कई अवसर आए हैं जब हिंदू मिटने वाला था और….

इतिहास में तीन बार हिन्दुओ का अस्तित्व समाप्त होने ही वाला था। वो समस्याएं आज के परिदृश्य से ज्यादा भयानक थी क्योकि उस समय हिन्दुओ को जोड़ने के लिये कोई सोशल मीडिया नही था। पहली चुनौती थी बौद्ध धम्म की, बौद्ध धम्म भले ही कोई अलग धर्म नही था मगर उसने भारतवासियो में अहिंसा का […]

Categories
आओ कुछ जाने इतिहास के पन्नों से

अधिकांश राजपूत मुगलों से हारते ही क्यों थे ? जानिए इसका रहस्य

अधिकांशतः राजपूत मुगलों से हारते ही क्यों थे?? भले ही राजपूत महान योधा और तलवार बाज़ी करते थे| असल बात ये है कि हमें वही इतिहास पढ़ाया जाता है, जिनमें हम हारे हैं मेवाड़ के राणा सांगा ने 100 से अधिक युद्ध लड़े, जिनमें मात्र एक युद्ध में पराजित हुए और आज उसी एक युद्ध […]

Categories
स्वर्णिम इतिहास हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

धन सिंह कोतवाल गुर्जर के नेतृत्व में जब 10 मई 1857 को क्रांति भूमि मेरठ से धधक उठी थीं क्रांति की ज्वालाएं

10 मई 1857 की प्रातः कालीन बेला। स्थान मेरठ । जिस वीर नायक ने इस पूरे स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण एवं क्रांतिकारी भूमिका निभाई थी वह अमर शहीद धन सिंह कोतवाल चपराना निवासी ग्राम पाचली मेरठ थे। क्रांति का प्रथम नायक धनसिंह गुर्जर कोतवाल। नारा था – ‘मारो फिरंगियों को।’ मेरठ में ईस्ट इंडिया कंपनी […]

Exit mobile version