डॉ. किरण शर्मा धर्म के व्यवस्थापकों तथा आचार्यों के निवास के लिऐ मठों का निर्माण किये जाने की परम्परा प्राचीन है। इस प्रकार के मठ जन-कोलाहल से दूर निर्जन तथा एकान्त स्थानों पर बनाये जाते थे। सम्भवत: मठों की कल्पना बौद्ध धर्म की देन है। बौद्ध भिक्षुओं के भिक्षाटन को रोकने के लिऐ बौद्ध मठों […]
श्रेणी: इतिहास के पन्नों से
आतंकी शासन की फिर हुई स्थापना 1772 ई0 में कश्मीर के सिंहासन पर एक और अत्याचारी अफगान सरदार मीर हाजर आमिर खान बैठा था। उसके अत्याचार शासन के बारे में ‘हिस्ट्री ऑफ कश्मीर’ से हमें पता चलता है कि :- ‘कश्मीर में आतंकपूर्ण शासन आरंभ हुआ। 1793 ई0 में खानयार में कत्ल होने वाले पंडित […]
कश्मीर में चाहे जिन कारणों से भी ऐसा रहा हो, लेकिन मुगल काल में प्रशासन के उच्च पदों पर कई हिंदू नियुक्त किए जा चुके थे। मुगल काल में इन नियुक्तियों तक पहुंचने में सफल हुए हिंदुओं से ईर्ष्या और घृणा करने वाले मुसलमानों के एक वर्ग की संख्या में बड़ी तेजी से वृद्धि होती […]
======================= यह नीचे चित्र में महान फ्रांसीसी गणितज्ञ खगोल शास्त्री लाप्लास हैं, उच्च गणित कैलकुलस, cosmology का अध्ययन करने वाला विद्यार्थी शायद ही कोई इनके नाम से परिचित ना हो.. ब्रह्मांड में ब्लैक होल के अस्तित्व का सिद्धांत सबसे पहले इन्होंने ही दिया था | फ्रांस के महान योद्धा नेपोलियन बोनापार्ट के समा कालीन थे […]
6 घंटे, 30000 का कत्लेआम: अनुपम कुमार सिंह काबुल के सरदार जब नादिर शाह के दूत के साथ उसका सन्देश लेकर दिल्ली के लिए निकले, तो रास्ते में जलालाबाद के गवर्नर मीर अब्बास ने उसे मार डाला। मीर अब्बास को इसका खामियाजा नादिर शाह के हमले के रूप में भुगतना पड़ा, जिसमें उसकी हत्या कर […]
ज्ञानवापी मस्जिद के भीतर मिले शिवलिंग को लेकर इस समय टीवी चैनलों पर जितने भर भी मुस्लिम वक्ता- प्रवक्ता आ रहे हैं वह सभी कह रहे हैं कि यह शिवलिंग नहीं बल्कि फव्वारा है। उनके इस मूर्खतापूर्ण बयान पर सभी को हंसी भी आ रही है, क्योंकि उनके पास इस बात का कोई जवाब नहीं […]
डा. राधे श्याम द्विवेदी पौराणिक शास्त्रों में रामभक्त के रूप में हनुमानजी की एक विशेष पहचान रखते हैं। उनके सभी भक्त यही मानते आए हैं कि वे बाल ब्रह्मचारी हैं। वाल्मीकि, कम्बन आदि किसी भी रामायण और रामचरित मानस में बालाजी के इसी रूप का वर्णन मिलता है। वे एक बाल ब्रह्मचारी के रूप में […]
उगता भारत ब्यूरो राजस्थान में एक आश्रम की खुदाई के दौरान 200 साल पुराना घी निकला है। जिसे जांच के लिए भेजा गया है। दरअसल, राजस्थान के झुंझुनूं जिले में स्थित मन्नानाथ आश्रम में खुदाई का काम चल रहा था। उस दौरान 200 साल पुराना घी एक लोटे में मिला है। हालांकि इसे जांच के […]
मुगल काल को छद्म इतिहासकारों ने भारत के इतिहास का स्वर्णिम युग कहने तक की मूर्खता की है। यद्यपि इस काल में हिन्दू विरोध की बयार बड़ी तेजी से बहती रही । कहीं पर भी ऐसा कोई आभास हमें नहीं होता जिससे यह अनुमान लगाया जा सके कि मुगल काल में भारत में हिंदू धर्म, […]
28 मई को वीर सावरकर जयंती पर कॉग्रेसी राज की बात है। मणिशंकर अय्यर ने मुस्लिम तुष्टिकरण को बढ़ावा देने के लिए अण्डेमान स्थित सेलुलर जेल से वीर सावरकर के स्मृति चिन्हों को हटवा दिया। यहाँ तक उन्हें अंग्रेजों से माफ़ी मांगने के नाम पर गद्दार तक कहा था। भारत देश की विडंबना देखिये जिन […]