Categories
इतिहास के पन्नों से

*मृत्यु नास्तिक को भी आस्तिक बना देती है*

======================= यह नीचे चित्र में महान फ्रांसीसी गणितज्ञ खगोल शास्त्री लाप्लास हैं, उच्च गणित कैलकुलस, cosmology का अध्ययन करने वाला विद्यार्थी शायद ही कोई इनके नाम से परिचित ना हो.. ब्रह्मांड में ब्लैक होल के अस्तित्व का सिद्धांत सबसे पहले इन्होंने ही दिया था | फ्रांस के महान योद्धा नेपोलियन बोनापार्ट के समा कालीन थे […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

जब ईरान से आए नादिर शाह ने दिल्ली में मचाई भयंकर तबाही

6 घंटे, 30000 का कत्लेआम: अनुपम कुमार सिंह काबुल के सरदार जब नादिर शाह के दूत के साथ उसका सन्देश लेकर दिल्ली के लिए निकले, तो रास्ते में जलालाबाद के गवर्नर मीर अब्बास ने उसे मार डाला। मीर अब्बास को इसका खामियाजा नादिर शाह के हमले के रूप में भुगतना पड़ा, जिसमें उसकी हत्या कर […]

Categories
इतिहास के पन्नों से संपादकीय

ऐसे स्पष्ट वादी मुस्लिमों की आवश्यकता है आज

ज्ञानवापी मस्जिद के भीतर मिले शिवलिंग को लेकर इस समय टीवी चैनलों पर जितने भर भी मुस्लिम वक्ता- प्रवक्ता आ रहे हैं वह सभी कह रहे हैं कि यह शिवलिंग नहीं बल्कि फव्वारा है। उनके इस मूर्खतापूर्ण बयान पर सभी को हंसी भी आ रही है, क्योंकि उनके पास इस बात का कोई जवाब नहीं […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

ब्रह्मचारी हनुमान जी विवाहित और पुत्रवान भी

डा. राधे श्याम द्विवेदी पौराणिक शास्त्रों में रामभक्त के रूप में हनुमानजी की एक विशेष पहचान रखते हैं। उनके सभी भक्त यही मानते आए हैं कि वे बाल ब्रह्मचारी हैं। वाल्मीकि, कम्बन आदि किसी भी रामायण और रामचरित मानस में बालाजी के इसी रूप का वर्णन मिलता है। वे एक बाल ब्रह्मचारी के रूप में […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

राजस्थान में खुदाई के दौरान मिला 200 साल पुराना घी का लोटा बना आकर्षण का केंद्र

उगता भारत ब्यूरो राजस्थान में एक आश्रम की खुदाई के दौरान 200 साल पुराना घी निकला है। जिसे जांच के लिए भेजा गया है। दरअसल, राजस्थान के झुंझुनूं जिले में स्थित मन्नानाथ आश्रम में खुदाई का काम चल रहा था। उस दौरान 200 साल पुराना घी एक लोटे में मिला है। हालांकि इसे जांच के […]

Categories
आतंकवाद इतिहास के पन्नों से

कश्मीरी आतंकवाद का पूरा सच अध्याय 9, मुगल काल और कश्मीरी पंडित

मुगल काल को छद्म इतिहासकारों ने भारत के इतिहास का स्वर्णिम युग कहने तक की मूर्खता की है। यद्यपि इस काल में हिन्दू विरोध की बयार बड़ी तेजी से बहती रही । कहीं पर भी ऐसा कोई आभास हमें नहीं होता जिससे यह अनुमान लगाया जा सके कि मुगल काल में भारत में हिंदू धर्म, […]

Categories
इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

वीर सावरकर भारत देश के महान क्रांतिकारियों में से एक थे

28 मई को वीर सावरकर जयंती पर कॉग्रेसी राज की बात है। मणिशंकर अय्यर ने मुस्लिम तुष्टिकरण को बढ़ावा देने के लिए अण्डेमान स्थित सेलुलर जेल से वीर सावरकर के स्मृति चिन्हों को हटवा दिया। यहाँ तक उन्हें अंग्रेजों से माफ़ी मांगने के नाम पर गद्दार तक कहा था। भारत देश की विडंबना देखिये जिन […]

Categories
इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

जन्म_से_ज्यादा_वीर_सावरकर_की_मृत्यु_दिलचस्प__

आज वीर सावरकर की जन्म जयंती है.. लेकिन सावरकर जैसे वीरों की मृत्यु उनके जन्मोत्सव से ज्यादा शानदार दिलचस्प होती है| ऐसे में हम अपना कर्तव्य समझते हैं उनकी जन्म जयंती पर सावरकर जैसे वीर की गौरवशाली मृत्यु का वर्णन ना करे तो यह उनके साथ नाइंसाफी होगी… जन्म से तो सभी साधारण होते हैं […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

स्वतंत्रता सेनानी विजय सिंह पथिक की 68 वी पुण्यतिथि पर विशेष आलेख

देवेंद्र सिंह आर्य (एडवोकेट) (चेयरमैन ‘उगता भारत’ समाचार पत्र) पश्चिम उत्तर भारतवर्ष, वर्तमान के देश पाकिस्तान, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, अफगानिस्तान ,जॉर्जिया आदि देशों में एक जाति पाई जाती है जिसको जुज्र कहा जाता था जिसके नाम पर रूस के तथा कश्यप सागर के पश्चिम में जॉर्जिया देश अवस्थित है। इसी का अपभ्रंश करके गुर्जर कहते […]

Categories
इतिहास के पन्नों से

दिलवाड़ा के जैन मंदिरों की स्थापत्य कला पर है भारत को नाज

डॉ. प्रभात कुमार सिंघल मन्दिर की छतों पर झूमते, लटकते कमलआकृति के गुम्बज का पेंडेंट नीचे की ओर आते हुए गोलाकार संकरा होता हुआ एक बिन्दु बनाता है जो कमल की तरह प्रतीत होता है।जगह-जगह पर अम्बिका, पद्मावती, शीतला, सरस्वती, नृत्य करती नायिकाएं हाथी-घोड़े, हंस, वाद्य बजाते वादक। स्तम्भों एवं तोरण द्वारों पर बनी कलात्मक […]

Exit mobile version